निवेश के तरीके

डिजिटल Options

डिजिटल Options

Pay Manager Digital Signature Process

The Digital Signature Process can be divided into two steps:

  • 1st STEP: DONGLE MAKING: पे मेनेजर डिजिटल सिग्नेचर बनबाने के लिए आप हमें contact कर सकते है |

Call / Whatsapp: 09784417276

  • 2nd STEP: SYSTEM PREPARATION

Table of Contents

Pay Manager Digital Signature Making Process

AS per latest guidlines सबसे पहले सभी DDO को डिजिटल सिग्नेचर करने के लिए एक Token ( Dongle) बनबाना पडेगा,यह DONGLE CLASS 3, with 2 years validity टाइप का बनेगा |

DONGLE बनबाने के लिए Contact करें API INFOTECH: 09784417276

SYSTEM PREPARATION for Pay Manager Digital Signature

DONGLE बनबाने के बाद का प्रोसेस इस प्रकार होगा

  1. सबसे पहले जो DONGLE आप को मिलेगा उसका Driver software / Setup को computer में INSTALL करना होगा,यह Token को कंप्यूटर में लगा डिजिटल Options कर autorun पर क्लिक करने पर install हो जायेगा |
  2. अपने कंप्यूटर में INTERNET EXPLORER के version को check करे INTERNET EXPLORER डिजिटल Options 11 ( IE 11) या इससे ऊपर का version होना चाहिए
  3. अपने कप्यूटर में ESign PDF को Download करे, डाउनलोड करने के बाद इसे सिस्टम मे Install करे :

Download ESign PDF: Click Here

  1. अपने कंप्यूटर में INTERNET EXPLORER को OPEN करे, Tools में जाकर Internet options पर Click करे

digital signature paymanager

  • Internet options में security पर click करें
  • Security में custom level पर press करें

paymanager digital signature

एक New window ओपन होगी जिसमे ActiveX controls and plug-ins में सभी options को enable करें व scripting में सभी options को enable करें

ACTIVEX Settings – ActiveX controls and plug-ins

  • पे मेनेजर पर DDO login करे,
  • MASTER में जाकर DDO certificate registration पर click करे |
  • contact verify करे,
  • show certificate पर press करे आपको certificate show होंगे,
  • Certificate को Select कर डिजिटल Options submit पर click करे
  • DDO certificate registration successfully का message दिखेगा,अब आपका Digital Signature pay manager पर registered हो गया है
  • Treasury में सम्पर्क कर Digital Signature को approve करवा ले

पे मेनेजर डिजिटल सिग्नेचर बनबाने के लिए आप हमें contact कर सकते है |

डिजिटल या फिजिकल? जानें-धनतेरस पर गोल्ड में इनवेस्ट करने का कौन-सा ऑप्शन बेस्ट

धनतेरस पर सोना-चांदी खरीदना शुभ माना जाता है. सरकार ने गोल्ड बॉन्ड पेश कर एक अच्छा विकल्प भी दे दिया है. आइए जानते हैं कि इस शुभ दिन पर डिजिटली गोल्ड बॉन्ड में निवेश बेहतर है या फिजिकल गोल्ड में?

गोल्ड में निवेश करने के कई विकल्प हैं

दिनेश अग्रहरि

  • नई दिल्ली ,
  • 12 नवंबर 2020,
  • (अपडेटेड 12 नवंबर 2020, 5:30 PM IST)
  • धनतेरस पर सोना खरीदना शुभ माना जाता है
  • गोल्ड में निवेश के लिए कई विकल्प उपलब्ध
  • सरकार ने सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड भी जारी किया है

धनतेरस हिंदुओं के लिए एक पवित्र दिन है. इस दिन सोना-चांदी खरीदना शुभ माना जाता है. सरकार ने गोल्ड बॉन्ड पेश कर एक अच्छा विकल्प भी दे दिया है. आइए जानते हैं कि इस शुभ दिन पर डिजिटली गोल्ड बॉन्ड में निवेश बेहतर है या फिजिकल गोल्ड में?

क्या है सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड

सरकार ने दिवाली को देखते हुए सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) की नई सीरीज जारी की है. यह एक तरह का पेपर गोल्ड या डिजिटल गोल्ड होता है जिसमें आपको एक सर्टिफिकेट दिया जाता कि आप किस रेट पर सोने की कितनी मात्रा में निवेश कर रहे हैं.

यह बॉन्ड सरकार की तरफ से भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी किये जाते हैं और इन पर सरकार की पूरी गारंटी होती है. इन बॉन्ड की परिपक्वता अवधि 8 साल की होती है, लेकिन आप 5 साल के बाद इसमें से कभी भी पैसा बाहर निकाल सकते हैं.

आप किसी बैंक या पोस्ट ऑफिस में जाकर सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में निवेश कर सकते हैं. इसके अलावा आप बैंकों की वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन भी सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में निवेश कर सकते हैं.

नई सीरीज के तहत आप सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में 5,177 रुपये प्रति ग्राम यानी 5,1770 रुपये प्रति 10 ग्राम पर निवेश कर सकते हैं. यही नहीं यदि आप ऑनलाइन निवेश करते हैं तो आपको 50 रुपये प्रति ग्राम का डिस्काउंट भी मिल सकता है.

लॉन्ग टर्म के लिए निवेश

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड असल में लॉन्ग टर्म के निवेश करने के लिए सही रहता है और इसमें आपको कम से कम 5 से 8 साल तक निवेश करना होगा. यही नहीं इसमें 2.5 फीसदी सालाना की ब्याज दर यानी रिटर्न तो आपको निश्चित ही मिलेगी.

इसलिए अगर आप सोने में लॉन्ग टर्म के लिए निवेश करने का मन बना रहे हैं तो सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में आज आपको पैसा लगाना चाहिए. जानकारों के मुताबिक आगे सोने की कीमत बढ़ने की ही उम्मीद है, इसलिए इसमें लॉन्ग टर्म तक निवेश किया जा सकता है. ​

डिजिटल गोल्ड के अन्य विकल्प

यही नहीं अगर आपको गोल्ड बॉन्ड में निवेश करना महंगा लग रहा है तो आप ऑनलाइन गोल्ड ईटीएफ या गोल्ड म्यूचुअल फंड में डिजिटल Options ​निवेश कर सकते हैं. इसके लिए आपके पास डीमैट अकाउंट होना चाहिए. गोल्ड ईटीएफ या म्यूचुअल फंड में निवेश करने का फायदा यह है कि आप इनकी बड़ी आसानी से ऑनलाइन खरीद-बिक्री कर सकते हैं.

रिटर्न की गारंटी

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में निवेश का एक फायदा यह है कि इसमें हर साल कम से कम 2.5 फीसदी ब्याज के रूप में रिटर्न मिलने की गारंटी होती है. यह ब्याज आपके अकाउंट में हर छह महीने पर अगले आठ साल तक आएगा. इसके अलावा गोल्ड की डिजिटल Options जो कीमत बढ़ेगी वह तो आपका फायदा होगा ही. इस पर मिलने वाला रिटर्न टैक्स फ्री होता है.

डिजिटल में सुरक्षा

डिजिटली सोने में निवेश का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आपको इसकी सुरक्षा करने की चिंता नहीं होती. वरना तो आप हमेशा इसी चिंता में रहते हैं कि घर में सोने को सु​रक्षित कहां रखा जाए. यदि आप फिजिकल गोल्ड लॉकर में रखते हैं तो उसका अलग से खर्च आता है. इसके अलावा ज्वैलरी में निवेश करने का एक नुकसान यह है कि आप जब उसे बेचने जाते हैं तो पूरी कीमत नहीं मिलती और मेकिंग चार्ज घटा दिया जाता है, जबकि डिजिटल गोल्ड में ऐसा नहीं होता.

तो कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि डिजिटल गोल्ड में निवेश करना सुरक्षित और किफायती है. लेकिन यदि आप ज्वैलरी या अन्य जरूरतों के लिए सोने में निवेश करना चाह रहे हैं जिसमें आपको एक-दो साल में इसकी जरूरत पड़ती हो तो आप फिजिकल गोल्ड में निवेश कर सकते हैं.

संसद को कागज रहित बनाने के लिए डिजिटल विकल्पों का इस्तेमाल करें : लोकसभा अध्यक्ष

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संसद में कागज रहित नीति की बात की है. डिजिटल तकनीकी अपनाने के लिए जोर देते हुए बिरला ने सदस्यों का समर्थन मांगा है. जानें शून्य काल के दौरान सदस्यों ने क्या कुछ कहा.

नई दिल्लीः संसद में कागज रहित नीति को लागू करने को लेकर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला दृढ़ हैं. इसी के चलते लगातार दूसरे दिन उन्होंने संसद के कागज रहित लक्ष्य को हासिल करने के लिए सभी सदस्यों का सहयोग मांगा.

बिरला ने सदस्यों से डिजिटल तकनीकी अपनाने की भी बात की.

लोकसभा अध्यक्ष ने शून्य काल के दौरान इस मुद्दे को उठाया. उन्होंने कहा, कि इस प्रक्रिया को वैकल्पिक आधार पर अगले सत्र से शुरू किया जाएगा.

सदस्यों ने कहा, इससे संसद द्वार कागज की छपाई पर किया जाने वाले खर्च में कमी आएगी. साथ ही पेड़ों की कटाई रोकने की दिशा में एक कदम आगे बढेंगे.

बिरला ने कहा, यह संसद में पेपर के इस्तेमाल की बजाय डिजिटल दस्तावेजों को अपनाने का समय है, क्योंकि करोड़ों रुपये पेपर की छपाई पर खर्च हो रहे हैं.

हमारी प्राथमिकता संसद का ज्यादा से ज्यादा धन बचाने की होनी चाहिए. कागज के इस्तेमाल को कम करके हम पेड़ों के काटे जाने से रोकने में कमी ला सकते हैं.

प्रक्रिया को विस्तार से बताते हुए लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि वह अगले सत्र से सालों से कागज के इस्तेमाल की आदत की जगह सभी सदस्यों को डिजिटल तकनीक अपनाने का विकल्प देंगे.

उन्होंने कहा, जो लोग ऑनलाइन दस्तावेजों को पढ़ने में सहज नहीं होंगे, वे कागज दस्तावेज प्राप्त कर सकते हैं. बिरला ने कहा, मुझे उम्मीद है कि हम ज्यादा से ज्यादा डिजिटल विकल्प का इस्तेमाल करेंगे, जिससे कि भारतीय संसद एक कागज रहित संसद बन सके.

आपको बता दें लोकसभा ने बुधवार को यह घोषणा की थी.

बिरला ने सदस्यों से संसद के सेंट्रल हाल व कैंटीन सुविधा का लाभ उठाते हुए कैशलेस प्रणाली को प्रोत्साहित करने के लिए 100 फीसदी डिजिटल भुगतान को अपनाने का आग्रह किया.

तृणमूल कांग्रेस के कल्याण बनर्जी ने लोकसभा अध्यक्ष के राय की सराहना की और उनसे बाधारहित वाई-फाई सुविधा सुनिश्चित कराने को कहा.

उन्होंने सुझाव दिया कि लोकसभा अध्यक्ष को संसद में पहले वाई-फाई शुरू करना चाहिए और छह महीने तक इसका प्रयोग होना चाहिए. इसके परिणाम के बाद इसे पूरी तरह से क्रियान्वित किया जाना चाहिए.

क्रेडिट कार्ड व डेबिट कार्ड के इस्तेमाल पर उन्होंने कहा, मुझे इसके इस्तेमाल में कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन इसका संसद के सेंट्रल हाल में खराब इंटरनेट कनेक्शन डिजिटल Options के कारण इस्तेमाल नहीं किया जा सकता.

लोकसभा अध्यक्ष ने भरोसा दिया कि संसद में बेहतर वाई-फाई की सुविधा के लिए प्रयास किया जाएगा और तृणमूल कांग्रेस सांसद द्वारा उठाई गई आपत्ति पर ध्यान दिया जाएगा.

उन्होंने कहा, हम अगले सत्र से संसद को कागज रहित नहीं बनाने जा रहे हैं, लेकिन डिजिटलीकरण की दिशा में कदम बढ़ाने जा रहे हैं.

EPFO: पेंशनभोगियों को लाइफ प्रमाणपत्र जमा करने के लिए दिये कई विकल्प, होगी सुविधा

कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने 67 लाख से अधिक पेंशनभोगियों को डिजिटल लाइफ प्रमाणपत्र जमा कराने के कई विकल्प उपलब्ध कराए हैं। इससे उन्हें सामाजिक सुरक्षा लाभ का फायदा उठाते रहने में मदद.

EPFO: पेंशनभोगियों को लाइफ प्रमाणपत्र जमा करने के लिए दिये कई विकल्प, होगी सुविधा

कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने 67 लाख से अधिक पेंशनभोगियों को डिजिटल लाइफ प्रमाणपत्र जमा कराने के कई विकल्प उपलब्ध कराए डिजिटल Options हैं। इससे उन्हें सामाजिक सुरक्षा लाभ का फायदा उठाते रहने में मदद मिलेगी।

श्रम मंत्रालय ने कहा कि सभी पेंशनभोगियों को कर्मचारी पेंशन योजना-1995 (ईपीएस-95) के तहत पेंशन भुगतान के लिए जीवन प्रमाण पत्र या डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र जमा कराना अनिवार्य होता है। मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि कोविड-19 के मौजूदा हालात में ईपीएस-95 के पेंशनभोगियों को डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र जमा कराने के लिए कई विकल्प उपलब्ध कराए हैं। यह सुविधा उन्हें उनके घर के पास या घर पर मिलेगी। जीवन प्रमाण पत्र को इन सभी प्रकारों या एजेंसियों के माध्यम से जमा कराया जा सकता है और यह उतना ही मान्य होगा। ईपीएफओ के 135 क्षेत्रीय डिजिटल Options कार्यालयों और 117 जिला कार्यालयों के अलावा ईपीएस-95 के पेंशनभोगी उनकी पेंशन देने वाले बैंक और नजदीक के डाकघर में डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र को जमा करा सकते हैं। इसके अलावा डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र को देशभर में 3.65 लाख से अधिक साझा सेवा केंद्रों (सीएससी) पर और उमंग ऐप भी डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र जमा करा सकते हैं। हाल में इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक ने पेंशनभोगियों के लिए डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र घर से जमा कराने की सेवा शुरू की है।

Jabalpur News : लाकडाउन में फिर डिजिटल प्लेटफॉर्म पर तलाशे जा रहे रोजगार के विकल्प

Jabalpur News : लाकडाउन में फिर डिजिटल प्लेटफॉर्म पर तलाशे जा रहे रोजगार के विकल्प

जबलपुर(नईदुनिया रिपोर्टर)। कोरोना के कारण बिगड़ते हालातों पर काबू पाने का समय कब आएगा। इसका जवाब किसी के पास भी नहीं है। पिछले साल से ठप पड़े रोजगार के अवसरों के कारण लोग काफी तनाव महसूस कर रहे हैं। भविष्य चिंता हर किसी में देखने को मिल रही है। व्यापार ठप पड़े हैं, लोगों को नौकरी नहीं मिल रही हैं। स्कूल में पढ़ाने वाले शिक्षकों के वेतन का भी कोई हिसाब-किताब नहीं रह गया है। ऐसे में ये सभी लाकडाउन डिजिटल Options के समय में रोजगार के अन्य विकल्पों को तलाश कर रहे हैं। ताकि उन्हें आय प्राप्त हो सके। लाकडाउन के दौरान ही कई नए रोजगार के अवसर मिले हैं। कोरोना ने लोगों को डिजिटल रूप में जीना सीखा दिया है। यही वजह है कि इन दिनों आनलाइन रोजगार के अवसर बेहतर विकल्प के रूप में अपनी पहचान बना रहे हैं। यह एक ऐसा प्लेटफॉर्म साबित हो रहा है, जिसमें शिक्षक पार्ट टाइम क्लास लेकर आय प्राप्त कर सकता है, बिजनेसमैन अपने उत्पादों को आनलाइन बेच सकता डिजिटल Options है, एक पढ़ा-लिखा व्यक्ति ट्रांसलेटर बन सकता है। इस तरह की कई संभावनाएं डिजिटल प्लेटफॉर्म पर देखने को मिल रही हैं।

Today in Jabalpur : जिला स्तरीय प्रश्न मंच प्रतियोगिता का आयोजन होगा

आक्ट एंड क्राफ्ट के साथ ड्रेस डिजाइनिंग की क्लास ले रहीं आनलाइन: रोशनी गांधी ने बताया कि लाकडाउन का उनके काम पर कोई असर नहीं पड़ रहा है। उन्होंने अपना सारा काम आनलाइन कर लिया है। जिससे उन्हें कभी भी काम से ब्रेक लेने की जरूरत नहीं पड़ती। डांस क्लास, आर्ट एंड क्राफ्ट, ड्रेस डिजाइनिंग ये सारे प्रशिक्षण आनलाइन लेती हैं। इससे हर उम्र के लोग एक साथ जुड़ पाते हैं। इससे लोगों का आने-जाने का खर्च भी बचता है और वे आनलाइन ही फीस भी जमा कर देते हैं।

Hello Naidunia Jabalpur : छठवीं के छात्र के सवाल पर एसपी ने कहा- बदमाश को पकड़ लिया है, बेखौफ होकर घर से निकलें

ट्रांसलेटर का कर रहे काम: एक निजी स्कूल में विज्ञान विषय के साथ ही इंग्लिश पढ़ाने वाले योगेश दुबे ने बताया कि स्कूल कब खुलेंगे इसके बारे में न तो स्कूल प्रशआसन कोई जवाब दे पा रहा था, न सरकार। जिसके चलते स्कूल से नौकरी चली गई। इंग्लिश में अच्छी पकड़ थी। जिसके कारण आनलाइन नौकरी की तलाश की और फिर ट्रांसलेटर डिजिटल Options का काम आनलाइन ही मिला। इससे आय प्राप्त कर अपनी आजीविका चला रहे हैं। इसके अलावा भी आनलाइन छोटे-छोटे काम की तलाश करते हैं। विज्ञान विषय को पढ़ाने के लिए भी आनलाइन क्लास हाल ही में शुरू की है। जिसमें अभी पांच विद्यार्थी जुड़े हैं।

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