स्पॉट एक्सचेंज रेट को समझना

उन्होंने आईआईबीएक्स में सोने के कारोबार में सुधार लाने के लिए भी निर्देश जारी किए। इन निर्देशों में आईआईबीएक्स से परिचालित संयुक्त अरब अमीरात के साथ मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) के अंतर्गत प्राप्त स्वर्ण पर टैरिफ रेट कोटा (टीआरक्यू) के उपयोग को सक्षम किया जाना शामिल है।
Forward Contract Meaning – उदाहरण, बेसिक्स, और रिस्क
अब, आइये हम forward contract meaning को उदाहरण लेकर समझते हैं:
मान लीजिये कि आप एक किसान है और आप गेहूं को 18 रूपये के करंट रेट पर बेचना चाहते है, लेकिन आप जानते हैं कि आगे आने वाले महीनों में गेहूं का प्राइस घट जाएगा׀
इस स्थिति में, आप उन्हें तीन महीने में 18 रूपये की एक पर्टिकुलर अमाउंट का गेहूं बेचने के लिए एक कॉन्ट्रैक्ट में प्रवेश करते हैं।
अब, यदि गेहूं का मूल्य 16 रूपये तक घट गया, तो आप सुरक्षित हैं। लेकिन अगर गेहूं की कीमत बढ़ती है, तो आपको कॉन्ट्रैक्ट में मेंशन किया गया स्पॉट एक्सचेंज रेट को समझना प्राइस मिलेगा।
यह कैसे काम करता है?
यदि फॉरवर्ड कॉन्ट्रैक्ट अपनी एक्सपायरी डेट तक पहुँच जाता है और स्पॉट प्राइस बढ़ गया है, तो विक्रेता को खरीदार को फ़ॉरवर्ड प्राइस और स्पॉट प्राइस के बीच का अंतर की राशि का भुगतान करना होगा।
जबकि, यदि स्पॉट प्राइस फॉरवर्ड प्राइस से कम हो गया, तो खरीदार को विक्रेता को अंतर का भुगतान करना होगा।
जब कॉन्ट्रैक्ट समाप्त होता है, तो यह कुछ टर्म्स पर सेटल किया जाता है, और प्रत्येक कॉन्ट्रैक्ट को अलग-अलग टर्म्स पर सेटल किया जाता है।
सेटलमेंट के लिए दो तरीके हैं: डिलीवरी या कैश पर आधारित सेटलमेंट।
यदि कॉन्ट्रैक्ट एक डिलीवरी के आधार पर सेटल किया जाता है, तो विक्रेता को अंडरलाइंग एसेट को खरीदार को ट्रान्सफर करना होगा।
जब कोई कॉन्ट्रैक्ट कैश के आधार पर सेटल किया जाता है, तो खरीदार को सेटलमेंट डेट पर भुगतान करना पड़ता है और कोई भी अंतर्निहित एसेट का आदान-प्रदान नहीं होता है।
फ़ॉरवर्ड कॉन्ट्रैक्ट्स में उपयोग किए जाने वाले बेसिक टर्म्स:
यहां कुछ टर्म दी गयी हैं, जो कि एक ट्रेडर को फॉरवर्ड ट्रेडिंग से पहले जानना चाहिए:
- अंडरलाइंग एसेट: यह अंडरलाइंग एसेट है जो कॉन्ट्रैक्ट में मेंशन किया गया है। यह अंडरलाइंग एसेट कमोडिटी, करेंसी, स्टॉक इत्यादि हो सकती है।
- क्वांटिटी: यह मुख्य रूप से कॉन्ट्रैक्ट के साइज़ को रेफर करता है, उस संपत्ति की यूनिट में जिसे खरीदा और बेचा जा रहा है।
- प्राइस: यह वह प्राइस है जो एक्सपायरी डेट पर भुगतान किया जाएगा यह भी स्पेसीफाइड किया जाना चाहिए।
- एक्सपायरेशन डेट: यह वह तारीख है जब अग्रीमेंट का सेटलमेंट किया जाता है और एसेट की डिलीवरी और भुगतान किया जाता है।
मुश्किल नहीं है गोल्ड ऑप्शन सौदे को समझना
कॉल बेचने स्पॉट एक्सचेंज रेट को समझना वाले पर खरीदार को तय कीमत पर इस एसेट को बेचने की जिम्मेदारी होती है. पुट बेचने वाले पर पुट खरीदने वाले से एसेट खरीदने की जिम्मेदारी होती है. यह सौदा तय दिन को पहले से तय कीमत पर होता है.
क्या एसेट की डिलिवरी होती है?
ऐसे सौदों में एसेट की डिलिवरी जरूरी नहीं होती. हालांकि एमसीएक्स प्लेटफार्म पर अगर आप टेंडर पीरियड शुरू होने पर अपना पॉजिशन ओपन रखते हैं तो गोल्ड जैसे कमोडिटी की डिलिवरी होती है. लेकिन, आपके पास पॉजिशन काटकर फायदा या नुकसान अपनी जेब में रखने का विकल्प स्पॉट एक्सचेंज रेट को समझना होता है. पॉजिशन काटने को सौदा काटना भी कहते हैं.
Gold Rate Today, 3 May 2021: सोने-चांदी में तेज उछाल, जानें- आज 10 ग्राम सोने का नया रेट
Published: May 3, 2021 12:22 PM IST
Gold Rate Today, 3 May 2021: हफ्ते के पहले कारोबारी सत्र में सोने-चांदी (Gold-Silver Price Today) के भावों में तेजी आते हुए देखी गई है. वहीं, पिछले सप्ताह सोने के भावों में बड़ी गिरावट आते हुए देखी गई थी. सोमवार को मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सोने और चांदी बढ़त के साथ कारोबार हो रहा है. एमसीएक्स सोना जून वायदा में 0.87 फीसदी की तेजी देखी जा रही है. वहीं, चांदी मई वायदा 0.93 फीसदी की तेजी आते हुए दिखाई दी है.
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मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर सोना जून वायदा 408 रुपए की तेजी के साथ 47,145 रुपए प्रति 10 ग्राम पर स्पॉट एक्सचेंज रेट को समझना कारोबार कर रहा है. वहीं, स्पॉट गोल्ड 1770.6 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार करता हुआ देखा गया है.
उधर, मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर चांदी मई वायदा 631 रुपये की तेजी के साथ 68,997 रुपये प्रति किलोग्राम पर कारोबार करता हुआ देखा गया है. स्पॉट मार्केट में चांदी की कीमत 25.90 डॉलर प्रति औंस रही.
पिछले सप्ताह में सोना 1,015 रुपए सस्ता हुआ था. हालांकि पूरे अप्रैल महीने में इसमें 2,602 रुपये की तेजी आई थी.
कमोडिटी बाजार के जानकारों का मानना है कि देश में कोरोना संकट की वजह से अस्थिरता और अनिश्चितता का माहौल लगातार बना हुआ है. देशवासियों के मन में अभी डर बना हुआ है कि कहीं लॉकडाउन न लग जाए. इसके साथ, महंगाई भी बढ़ती जा रही है. आने वाले दिनों में सोने के भाव पर इन फैक्टर्स का असर देखने को मिल सकता है.
पीयूष गोयल ने गुजरात के GIFT सिटी में उद्योग जगत के प्रतिनिधियों से बातचीत की
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने जीआईएफटी विशेष आर्थिक क्षेत्र के कामकाज तथा गुजरात में एसईजेड और डीसी जीआईएफटी के कार्यालय के संचालन संबंधी नियामक पहलुओं से संबद्ध मुद्दों की समीक्षा की।
पीयूष गोयल ने जीआईएफटी सिटी में उद्योग जगत के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत की
पीयूष गोयल ने बैठक के संबंध में अपने ट्वीट में कहा, “जीआईएफटी सिटी में उद्योग जगत के प्रतिनिधियों के स्पॉट एक्सचेंज रेट को समझना साथ सार्थक बातचीत की। यहां इकाइयां लगाने से होने वाले लाभों पर चर्चा की। निर्यात को प्रोत्साहन और विनिर्माण में ‘मेक इन इंडिया’ सहित अन्य मामलों पर उत्कृष्ट सुझाव प्राप्त हुए।”
पीयूष गोयल ने सोने के कारोबार; गोल्ड स्पॉट एक्सचेंज के संचालन तथा जीआईएफटी आईएफएससी के माध्यम से आभूषण निर्यातकों के लिए स्वर्ण धातु ऋण की लागत में कमी लाने से संबंधित मुद्दों को समझने के लिए जीआईएफटी सिटी में इंटरनेशनल बुलियन एक्सचेंज (आईआईबीएक्स) में विचार विमर्श किया।
उन्होंने ट्वीट किया, “इंडिया इंटरनेशनल बुलियन एक्सचेंज (आईआईबीएक्स), जीआईएफटी सिटी वैश्विक स्तर पर अपने आप में विलक्षण है। आभूषण क्षेत्र के प्रतिनिधियों से आईआईबीएक्स के माध्यम से सोने के लिए किफायती कीमतों की संभावनाएं तलाशने का आग्रह किया। यह भी बताया कि कैसे भारत-यूएई सीईपीए उनके लिए एक बड़ी संभावना है।”
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