ये 12 वेबसाइट आपको बना देगी शेयर मार्केट का एक्सपर्ट

इन 4 लोगों से कभी न लेना कोई वित्तीय सलाह.
गुजरात से लेकर पंजाब तक सबकी अलग-अलग एडवाइस होती है. किस शेयर में पैसे लगाने है वो भी राज्य के हिसाब से बदल जाता है. पर किस इंसान की सलाह पर भरोसा करें?
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हिंदुस्तान में सलाह बहुत दी जाती है. प्यार में मिले धोखे से लेकर रॉकेट साइंस तक हर बात के लिए लोग सलाह देते रहते हैं. यही बात होती है वित्तीय मामलों में. फाइनेंशियल एडवाइस के मामले में तो भारतीय कुछ अलग ही होते हैं. गुजरात से लेकर पंजाब तक सबकी अलग-अलग एडवाइस होती है. किस शेयर में पैसे लगाने है वो भी राज्य के हिसाब से बदल जाता है. पर किस इंसान की सलाह पर भरोसा करें? फोर्ब्स वेबसाइट पर एक आर्टिकल के अनुसार उन लोगों की लिस्ट बताई गई है जिनपर कभी किसी भी वित्तीय सलाह को लेकर भरोसा नहीं करना चाहिए.
1. ऑफिस के दोस्त या करीबी.
अपने ऑफिस के दोस्तों के साथ आप परिवार की तुलना में ज्यादा वक्त बिताते हैं और इसकी बहुत उम्मीद है कि उनके द्वारा कही गई बातों को दिल से लगा बैठते हैं. अगर ऑफिस के किसी फलाने इंसान ने कोई सलाह दी तो जरूरी नहीं है कि उसे आंख बंद कर मान ही लिया जाए.
देखिए उस इंसान को आपकी तनख्वाह के बारे में पता होगा, कंपनी के बारे में पता होगा, लेकिन आप अपनी जिंदगी में क्या करना चाहते हैं ये तो नहीं जानता होगा न. ऐसे में सुने सबकी और फिर जाकर किसी अच्छे फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह ले लें.
2. परिवार वाले.
परिवार वालों को आपकी सैलरी के बारे में पता होगा. आपके द्वारा किए गए काम के बारे में पता होगा और उनकी बात आप सुनेंगे भी, लेकिन पैसों के मामले में उनके भी कुछ विचार होंगे और ये विचार सुनने तो बेहतर होंगे, लेकिन फाइनेंशियल एडवाइज के तौर पर अमल नहीं किए जा सकते. कारण ये है कि परिवार वालों का आपके पैसे पर हक होता है और वो उसी हिसाब से सोच सकते हैं. इसका मतलब ये बिलकुल नहीं है कि वो आपका भला नहीं सोचेंगे, लेकिन फिर भी परिवार वालों की सलाह लेने के साथ अगर किसी एक्सपर्ट की सलाह ले ली जाए तो ज्यादा फायदा हो सकता है.
3. जो आपसे ज्यादा अमीर हों.
जिनके पास ज्यादा पैसे हैं वो सही फाइनेंशियल एडवाइस दे पाएं ये सही नहीं हैं. आप नहीं जानते जो दिखने में अमीर हैं वो असल में न जाने कितने कर्ज में डूबे हुए हों. इसके अलावा, ये भी हो सकता है कि वो खुद के फाइनेंशियल फैसले किसी और से पूछ कर लेते हों इसलिए बेहतर ये है कि ऐसे लोगों की सलाह न मानें.
4. जो कोई फाइनेंशियल प्रोडक्ट बेच रहे हो.
कोई पॉलिसी बेचने वाला या किसी बैंक का कर्मचारी शायद आपको उतनी अच्छी सलाह न दे पाए. इसके दो कारण हो सकते हैं पहला ये कि वो अपनी कंपनी से जुड़े प्रोडक्ट्स की ही तारीफ करेगा और दूसरा ये कि उसे मार्केट की समझ सिर्फ सीमित ही होगी. हो सकता है कि वो सही सलाह देने की कोशिश करे फिर भी वो आपके लिए सही न हो.
ये सभी सही सालह तो देते हैं, लेकिन इनकी सलाह सुनने के बाद किसी प्रोफेश्नल सीए से सलाह लेना भी सही रहेगा. कारण ये है कि इससे शेयर मार्केट जैसे मुश्किल मसलों पर भी सलाह ली जा सकेगी.
Word of the year: रिंग में उतरे अंग्रेजी के ये 12 वेबसाइट आपको बना देगी शेयर मार्केट का एक्सपर्ट 3 शब्द, आपको चुनना है विजेता, यहां दें वोट
Oxford Languages ने लोगों को वर्ड ऑफ द ईयर चुनने का ऑप्शन दिया है. इसके लिए ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर वोट किया जा सकता है.
TV9 Bharatvarsh | Edited By: अनवर
Updated on: Nov 24, 2022 | 12:05 PM
वर्ड ऑफ द ईयर के लिए रिंग तैयार हो चुका है. इस बार अंग्रेजी के तीन शब्द रिंग में उतरने वाले हैं. हालांकि, इन शब्दों के बीच दो-दो हाथ करवाने की जिम्मेदारी खुद लोगों के पास होने वाली है. दरअसल, पहली बार दुनियाभर के लोगों को ऑक्सफोर्ड वर्ड ऑफ द ईयर 2022 चुनने के लिए वोट देने की इजाजत दी गई है. Oxford Languages ने इसका ऐलान किया है. एक्सपर्ट लेक्सिकोग्राफर्स की टीम ने कई सारे शब्दों की एक लंबी लिस्ट में से तीन शब्दों का चयन किया है. ये शब्द हैं- metaverse (मेटावर्स), #IStandWith (आई स्टैंड वर्ड) और goblin mode (गोबलिन मोड).
वोटिंग की शुरुआत हो चुकी है और लोगों के पास 2 दिसंबर तक वोट देने का मौका होगा. लोगों को वर्ड ऑफ द ईयर चुनने के लिए ऑक्सफोर्ड लैंग्वेज की ऑफिशियल वेबसाइट languages.oup.com पर जाना होगा. होमपेज पर आपको स्क्रॉल डाउन करके नीचे जाना होगा, जहां आपको What is your Word of the Year 2022? सेक्शन में दिख रहे तीन शब्दों में से किसी एक और चुनना होगा. तीन में से किसी एक पर क्लिक करने के साथ ही आपका वोट काउंट हो जाएगा. अभी तक 2.7 लाख से ज्यादा लोग वोट कर चुके हैं.
Oxford Languages ने क्या कहा?
वहीं, पिछले साल Vax को वर्ड ऑफ द ईयर चुना गया था. ऑक्सफोर्ड लैंग्वेज ने कहा, ‘2022 एक ऐसा साल रहा है, जो हमारे लिए फिर से एक-दूसरे से जुड़ने वाला रहा है. हालांकि, हम एक बार फिर से फिजिकली एक दूसरे से मिल पा रहे हैं और एक साथ आए हैं. लेकिन हमारी दुनिया पहले से कई ज्यादा बंटी हुई नजर आ रही है.’
इसने आगे कहा, ‘इस शिफ्ट का ख्याल रखते हुए, हम वर्ड ऑफ द ईयर को चुनने का अधिकार सभी को देना चाहते हैं. इतिहास में पहली बार दुनिया के सभी लोग वर्ड ऑफ द ईयर को चुन पाएंगे.’ ये तीनों शब्द अलग-अलग तरीकों से इस साल प्रासंगिक रहे हैं. आइए इनके बारे में जाना जाए.
Metaverse: इस शब्द का मतलब है कि हम भविष्य के कॉन्सेप्ट को देखते हैं. हाइब्रिड वर्किंग से लेकर वर्चुअल रिएलिटी तक, ऑनलाइन फ्यूचर के व्यवहार्यता पर बहस करने के लिए, इस शब्द का जमकर इस्तेमाल हुआ है. पिछले साल की तुलना में अक्टूबर 2022 में इस शब्द का इस्तेमाल चार गुना हुआ है.
IStandWith: इस शब्द का इस्तेमाल सामाजिक कार्यों या किसी मुद्दे पर अपना समर्थन जताने के लिए किया जाता है. सोशल मीडिया पर इस शब्द का इस्तेमाल किसी व्यक्ति के समर्थन के ये 12 वेबसाइट आपको बना देगी शेयर मार्केट का एक्सपर्ट लिए भी किया गया.
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Goblin mode: गॉब्लिन मोड एक नया कॉन्सेप्ट है. इस शब्द का मतलब समाज की जिन उम्मीदों को लोगों पर लादा जाता है, उन्हें नकारते हुए अपने मन का काम करना. सबसे पहले इस शब्द का इस्तेमाल 2009/10 में किया गया, जबकि लॉकडाउन के बाद इसका प्रयोग बढ़ता ही चला गया.
Piramal Pharma Share Price Target 2023, 2024, 2025, 2030 | Piramal Pharma: यह नई लिस्टेड फार्मा कंपनी, क्या देगी आपको कमाई का मौका, पढें पुरी खबर
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पीरामल फार्मा कंपनी की जानकारी (Piramal Pharma Company Profile Details)
Piramal Pharma Limited
इस कंपनी की शुरवात साल 1984 में हुई थी। Piramal Group एक भारतीय बहुराष्ट्रीय समुह हैं। यह Healthcare, Lifescience, Financial Services, Drug Discovery और Real Estate जैसे विभिन्न बिजनेस में काम करते हैं। इसका हेडक्वार्टर मुंबई, महाराष्ट्र में मौजुद।
आज हम जानेंगे कि Piramal Pharma Share लेने चाहिये या नहीं? क्या आगे जाके Piramal Pharma share price Target 2023, 2024, 2025, 2030 में कोई ग्रोथ दिखेंगी या नहीं? यह सब आपको इस आर्टिकल में हम बताने जा रहे हैं।
Piramal Pharma Share Price NSE के बारे में जानकारी:
पीरामल फार्मा शेयर प्राइस टारगेट 2023 में कितना जायेगा? (Piramal Pharma share price target 2023)
यह शेअर हाल ही में 19 अक्टूबर को लिस्ट हुआ हैं। Piramal Enterprises Demerger के बाद Piramal Pharma की इंट्री हुई हैं। जिनके पास पीरामल इंटरप्राइजेस का एक शेअर था उन्हें पीरामाल फार्मा के 4 शेअर मिले हैं। यह डिमर्जर कंपनी के लिये फायदेमंद साबित होगा ऐसा एक्सपर्ट का कहना हैं।
अगर Piramal Pharma share price Target ये 12 वेबसाइट आपको बना देगी शेयर मार्केट का एक्सपर्ट 2023 कि बात करें तो इसका टारगेट निकलर आता हैं 200 और अगर दुसरे टारगेट कि बात करें तो यह लगभग 208 तक जा सकता हैं।
पीरामल फार्मा शेयर प्राइस टारगेट 2024 में कितना जायेगा? (Piramal Pharma share price target 2024)
कंपनी अगर अपने स्ट्रेंथ पर फोकस करती हैं तो आगे ग्रोथ की संभावना दिखती हैं। अगर PEL अकेली की बात करें तो मार्केट में बिलकुल Non Performance दिखाया हैं। बिच में एपीआय का थोड़ा इंश्यु था लेकिन आनेवाले दिनों के Pharma Sector अच्छा Performance दिखायेगा ऐसा लगता हैं।
अगर ये 12 वेबसाइट आपको बना देगी शेयर मार्केट का एक्सपर्ट Piramal Pharma share price Target 2024 कि बात करें तो इसका टारगेट निकलर आता हैं 322 और अगर दुसरे टारगेट कि बात करें तो यह लगभग 336 तक जा सकता हैं।
पीरामल फार्मा शेयर प्राइस टारगेट 2025 में कितना जायेगा? (Piramal Pharma share price target 2025)
आनेवाले दिनों में अगर इंफ्लेशन कमी आती हैं तो एटीआर के रेट गिरेंगे तो इन कंपनीयों का प्रोफिट जरुर देखने को मिलेंगा। इसने तीन बड़े एक्वीजीशन भी किये हैं जिसमें से एक युरोप में और बाकी 2 इंडिया में थें। कंपनी का काफी Organic Expansion भी हो रहा हैं। कंपनी ने अपने Capital Expenditure को भी बढ़ाया हैं। साल 2025 तक कंरनी 10,000 करोंड़ Revenue Target पुरा करने पर ध्यान दें रही हैं।
अगर Piramal Pharma share price Target 2025 कि बात करें तो इसका टारगेट निकलर आता हैं 656 और अगर दुसरे टारगेट कि बात करें तो यह लगभग 673 तक जा सकता हैं।
पीरामल फार्मा शेयर प्राइस टारगेट 2030 में कितना जायेगा? (Piramal Pharma share price target 2030)
कोविड के वक्त सर्जरी बिलकुल बंद थी और इनका Global Business होने के कारण काफी इनको नुकसान हुआ लेकिन अब कंपनी रिकवर करते दिख रही हैं। Company Growth आनेवाले समय में 10-15% यह सकती हैं। कंपनी अभी हाल ही में Listed हुई हैं इसलिये कंपनी को और थोड़े दिन Settle होने के लिये देने चाहिये तभी इसके और पहलु समझ सकते हैं।
अगर Piramal Pharma share price Target 2030 कि बात करें तो इसका पहला टारगेट निकलर आता हैं 1134 और अगर दुसरे टारगेट कि बात करें तो यह लगभग 1146 तक जा सकता हैं।
रिटायरमेंट फंड का अनुमान लगाने में ना करें ये गलतियां
वित्तीय सलाहकार सलाह देते हैं कि आने वाले कल को बेहतर बनाने के लिए सिर्फ बचत ही काफी नहीं. रिटायरमेंट फंड कुछ महीने या साल में नहीं बनता. इसमें लंबा समय लगता है.
इन गलतियों को जानने से पहले यह जानना जरूरी है कि हमने किस आधार पर रिटायरमेंट फंड की राशि का आंकलन किया है. हमारी सामान्य अवधारणा के अनुसार रिटायरमेंट फंड प्लान कर रहा व्यक्ति 30 वर्ष का है और वह 60 वर्ष का आयु में रिटायर होगा.
इसके अलावा हमने ऐसे शख्स के जीवनकाल को 80 वर्ष माना है. बचत पर 12 फीसदी अनुमानित रिटर्न माना गया है. महंगाई का अनुमान 6 फीसदी और मेडिकल खर्च की महंगाई को 10 फीसदी की दर से बढ़ता हुआ माना है. जानिए ऐसे में इस शख्स को किन गलतियों से बचना चाहिए.
1. महंगाई को नजरअंदाज करना
समय के साथ साथ चीजों की कीमते भी बढ़ती हैं. यानी जो चीज आज 100 रुपये की है वह अगले 30 साल बाद कितने की होगी, हम निश्चित तौर पर नहीं कह सकते. इसे ही महंगाई ये 12 वेबसाइट आपको बना देगी शेयर मार्केट का एक्सपर्ट कहा जाता है. यदि आप अपने रिटायरमेंट फंड में महंगाई को शामिल नहीं करेंगे, तो आपका फंड जल्द खत्म हो जाएगा.
2. खर्चों को कम आंकना
अकसर लोग यह गलती कर देते हैं कि रिटायरमेंट के बाद उनके खर्च कम हो जाएंगे. यह संभव है मगर जरूरी नहीं. बच्चों और ईएमआई की जिम्मेदारियों से मुक्त होने के बावजूद आपके ट्रेवल और मेडिकल खर्च बढ़ते हैं. ऐसे में अपने खर्चों का कम आंकलन कर छोटा फंड बनाने से बचें.
3. जल्दी-जल्दी खर्च करना
लोग रिटायरमेंट फंड को जल्दी-जल्दी खर्च करते हैं. इससे वे जीवन के आखिर सालों में आर्थिक संकट में फंस जाते हैं. लोगों को लगता है कि रिटायरमेंट के साथ ही उनके खर्च बढ़ गए हैं. विशेषज्ञ कहते हैं कि आपको अपने रिटायरमेंट फंड से हर साल 3 से 4 फीसदी ही पैसा निकालना चाहिए.
4. कम समय के लिए बचत करना
यदि आप समय रहते अपनी रिटायरमेंट के लिए प्लान नहीं करते, तो यकीनन आप पर्याप्त फंड जुटाने में सफल नहीं हो पाएंगे. इसके पीछे बड़ी वजह यह है बड़ा फंड जुटाने के लिए आपको ज्यादा निवेश करना होगा, जो आपके आज से साथ समझौता होगा.
5. सिर्फ कर्ज में निवेश से बचें
निश्चित रूप से आपकों अपने निवेश में कुछ हिस्सा इक्विटी का भी रखना चाहिए. हालांकि, इसकी मात्रा इतनी भी न बढ़ा लें कि आपका रिटायरमेंट फंड जोखिम भरा हो जाए. इस लिए कर्ज में निवेश करें, मगर सिर्फ कर्ज में ही निवेश न करें.
6. एसडब्ल्यूपी पर टैक्स
लोग अपने रिटायरमेंट के लिए सिर्फ एफडी या पोस्ट ऑफिस की एमआईपी का ही सहारा लेते हैं. हालांकि, इस पर मिलने वाले ब्याज पर आय के हिसाब से ही टैक्स लगता है. जबकि म्युचुअल फंड का सिस्टमैटिक विदड्रॉवल प्लान लॉन्ग-टर्म कैपिटल गेन के दायरे में आता है.