जोश में निवेशक

IPO Listing Day: कायन्स टेक्नोलॉजी इंडिया की स्टॉक मार्केट में हुई जोरदार लिस्टिंग, अब निवेशक उठाएं यह कदम | .
Ipo Listing Day: कायन्स टेक्नोलॉजी इंडिया लिमिटेड (केटीआईएल) कंपनी मंगलवार को शेयर बाजार में लिस्ट हो गई। कंपनी के शेयर ने स्टॉक मार्केट में दमदार लिस्टिंग की है। कंपनी का शेयर प्राइस मूल्य 587 रुपये था, लेकिन स्टॉक मार्केट में जोरदार लिस्टिंग के बाद यह बीएसई पर 32.03 प्रीमियम के साथ 775 रुपये और एनएसई पर 32.54 प्रीमियम के साथ 778 रुपये पर लिस्ट हुआ। इस लिस्टिंग से निवेशकों को तगड़ा मुनाफा हुआ। जिस भी निवेशक ने केटीआईएल के आईपीओ पर दांव खेला है, उन्हें प्रति शेयर पर 188 रुपये का अतिरिक्त लाभ मिला है। हालांकि आईपीओ पर दांव खेलने वाले निवेशकों ने अच्छा मुनाफा कमा लिया है, सवाल यह है कि अब उनका अगला कदम क्या होना चाहिए, जानिए बाजार विशेषज्ञों की सलाह।
इस रिजर्व हिस्से से मिला सबसे अधिक सब्सक्रिप्शन
मिली जानकारी के मुताबिक, कंपनी के आईपीओ को बाजार से जबदरस्त रिस्पांस मिला था। इस दौरान कुल आईपीओ को 34.16 गुना सब्सक्रिप्शन मिला था। कंपनी के आईपीओ के तहत क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स से 98.47 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स से 21.21 गुना और रिटेल इंडिविजुअल से कुल 4.09 गुना सब्सक्रिप्शन प्राप्त हुआ था। वहीं, कंपनी के 1.04 करोड़ के शेयरों की तुलना में 35.76 करोड़ शेयरों की बोलियां प्राप्त हुई थीं।
10 नवंबर को खुला था आईपीओ
कंपनी का आईपीओ निवेश के लिए 10 नवंबर को खुला था, जोकि 14 नवंबर तक चला। कंपनी बाजार से 858 करोड़ रुपए जुटाने का लक्ष्य रखा था। वहीं, कंपनी ने आईपीओ के तहत 530 करोड़ रुपये फ्रेश शेयर जारी किए थे।
निवेशकों को उठाना चाहिए अगला कदम
इस मौके पर स्वस्तिक इन्वेस्टमार्ट के हेड ऑफ इक्विटी मार्केट गिरीश सोडानी का कहना कि कंपनी के जोश में निवेशक आईपीओ सफल निवेशक चाहें तो कुछ हिस्सा सेल कर लाभ कमा सकते हैं। बाकी शेयर भविष्य के लिए रख करते हैं,जब शेयर में और तेजी आई तो बेचकर मुनाफा कमा सकते हैं। वहीं, कंपनी के शेयरों में पैसा निवेश करने वाले नए निवेशकों को सोडानी की सलाह है कि वह अभी कंपनी के शेयर में गिरावट का इंतजार करें, जैसे ही गिरावट आती है तो लंबी अवधि के लिए शेयरों की खरीदारी कर सकते हैं। ब्रोकरेज हाउस आनंद राठी ने कहा कि Kaynes Technology के शेयर लंबी अवधि पैसा बना सकते हैं।
यह कंपनी का काम
कंपनी की आर्थिक स्थिति पर नजहर डालें तो वित्त वर्ष 2021-22 में इसका वेन्यू 38 फीसदी कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट से इजाफा हुआ है। वहीं, कंपनी ऑटो, इंडस्ट्रियल, एयरोस्पेस एंड डिफेंस, आउटर-स्पेस, न्यूक्लियरस मेडिकल, रेलवेज, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, आईटी कंपनियों को इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम डिजाइन और मैन्यूफैक्चरिंग की जोश में निवेशक सुविधा मुहैया करवाती है।
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Exit Poll Impact 2019: शेयर मार्केट के निवेशकों की बल्ले-बल्ले, 3.84 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई
एग्जिट पोल (Exit Poll) के नतीजो से शेयर बाजार में निवेशकों का जोश देखते बन रहा है. चुनाव 2019 के नतीजों से पहले एग्जिट पोल (Exit Poll Results 2019) में एनडीए
(NDA) की वापसी के संकेत से शेयर बाजार में जोरदार उछाल देखा जा रहा है.
शुरुआती कारोबार में करीब 900 प्वाइंट उछला सेंसेक्स
हफ्ते के पहले दिन सोमवार को मार्केट के खुलते ही BSE सेंसेक्स करीब 900 प्वाइंट उछल गया. शेयर बाजार में आई इस तेजी ने निवेशकों को शुरुआती कारोबार (11:50 AM) में 384357.59 लाख करोड़ रुपये का फायदा हुआ है. जानकारों के मुताबिक नतीजों के आने तक शेयर बाजार में जोरदार तेजी जारी रहने की संभावना है.
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के चेयरमैन एंड मैनेजिंग डायरेक्टर मोतीलाल ओसवाल के मुताबिक एग्जिट पोल (Exit Poll) के रिजल्ट उम्मीद से बेहतर रहे हैं. उनका कहना है कि अगले कुछ दिन शेयर बाजार में 2-3 फीसदी की तेजी देखने को मिल सकती है. उन्होंने मौजूदा स्तरों से बाजार में तेजी की उम्मीद लगाई है. उन्होंने निवेशकों को इक्विटी में अपना निवेश बढ़ाने की सलाह दी है.
जोरदार तेजी के साथ खुले शेयर बाजार
सोमवार को BSE का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स (Sensex) 770.41 प्वाइंट की जोरदार तेजी के साथ 38701.18 के स्तर पर खुला. वहीं NSE का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी (Nifty) 244.75 प्वाइंट की तेजी के साथ 11651.90 के स्तर पर खुला.
जोश में निवेशक
- सरकार की आर्थिक नीतियों ने देश की अर्थव्यवस्था को काफी सहारा दिया
- भारत की इकोनॉमी मामूली झटकों के बावजूद तेजी से बढ़ रही है आगे
नई दिल्ली, 01 नवंबर (हि.स.)। घरेलू शेयर बाजार एक बार फिर अपने शिखर की ओर बढ़ता हुआ नजर आने लगा है। सेंसेक्स आज दिन के पहले सत्र के कारोबार के दौरान ही खरीदारी के सपोर्ट से 61,289.73 अंक तक पहुंचा। इसी तरह निफ्टी भी आज पॉजिटिव सेंटिमेंट्स के बीच खरीदारी के सपोर्ट से 18,175.80 अंक तक की छलांग लगाने में सफल रहा। इस तरह ये दोनों सूचकांक अपने-अपने शिखर के काफी करीब पहुंच गए हैं।
पिछले 52 सप्ताह के दौरान सेंसेक्स का सर्वोच्च स्तर जोश में निवेशक 61,475.15 अंक रहा है। इस तरह से सेंसेक्स अपने आज के ऊपरी स्तर तक पहुंचने के बाद पिछले 1 साल के सर्वोच्च स्तर से सिर्फ 185.42 अंक पीछे रह गया। इसी तरह सेंसेक्स ने 19 अक्टूबर 2021 को 62,245.43 अंक तक पहुंच कर ऑल टाइम हाई का रिकॉर्ड बनाया था। आज की छलांग के बाद सेंसेक्स अपने ऑल टाइम हाई के रिकॉर्ड से सिर्फ 955.70 अंक पीछे रह गया है।
इसी तरह पिछले 52 सप्ताह के दौरान निफ्टी का सर्वोच्च स्तर 18,350.95 अंक है। आज निफ्टी ने 18,175.80 अंक तक छलांग लगाने में कामयाबी हासिल की। इस तरह ये सूचकांक पिछले 1 साल की अवधि के सर्वोच्च स्तर से सिर्फ 175.15 अंक पीछे रह गया। इसी तरह निफ्टी ने 19 अक्टूबर 2021 को 18,604.45 अंक तक पहुंच कर ऑल टाइम हाई का रिकॉर्ड बनाया था। आज की छलांग के बाद निफ्टी अपने ऑल टाइम हाई के रिकॉर्ड से सिर्फ 428.65 अंक पीछे रह गया है।
पिछले 1 साल की अवधि के दौरान वैश्विक परिस्थितियों, वैश्विक स्तर पर महंगाई के बढ़ते दबाव, रूस-यूक्रेन युद्ध और अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत में भारी उतार-चढ़ाव की वजह से दुनिया भर के शेयर बाजारों की तरह भारतीय शेयर बाजार भी लगातार उतार-चढ़ाव का सामना करता रहा है। पिछले साल 19 अक्टूबर के बाद सेंसेक्स अपने सर्वोच्च स्तर से 11,324.21 अंक टूटकर 50,921.22 अंक तक भी पहुंचा। इस जोरदार गिरावट के बाद सेंसेक्स ने शानदार तरीके से बाउंसबैक किया, जिसकी बदौलत अब ये सूचकांक एक बार फिर अपने सर्वोच्च स्तर के काफी करीब पहुंच गया है।
सेंसेक्स की तरह ही 19 अक्टूबर, 2021 के बाद की अवधि में निफ्टी भी अपने शिखर से 3,421.05 अंक का गोता लगाकर 15,183.40 अंक तक पहुंचा। बाजार में पॉजिटिव सेंटीमेंट्स बनते ही इस सूचकांक ने खरीदारी के सपोर्ट से शानदार वापसी की और आज अपने शिखर के काफी करीब 18,175.80 अंक तक पहुंच गया।
धामी सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट प्रशांत धामी का मानना है कि भारतीय अर्थव्यवस्था पर वैश्विक अर्थव्यवस्था का दबाव जरूर बना हुआ है। भारतीय अर्थव्यवस्था इसकी वजह से काफी हद तक प्रभावित भी हुई है, लेकिन इसके फंडामेंटल्स इतने मजबूत हैं कि आसानी से इस पर ज्यादा विपरीत असर नहीं पड़ सकता है। खासकर सरकार की आर्थिक नीतियों ने देश की अर्थव्यवस्था को काफी सहारा दिया है। यही वजह है कि मौजूदा समय में जब दुनिया के ज्यादातर देश गंभीर आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं तब भी भारत की इकोनॉमी मामूली झटकों का सामना करते हुए तेजी से आगे बढ़ रही है।
प्रशांत धामी का मानना है कि स्टॉक मार्केट के दोनों प्रमुख सूचकांकों सेंसेक्स और निफ्टी की शानदार वापसी ने एक बार फिर इस बात का संकेत दिया है कि भारतीय शेयर बाजार विदेशी निवेशकों की लिवाली या बिकवाली से प्रभावित जरूर होते हैं, लेकिन उनकी लिवाली या बिकवाली इसे ध्वस्त नहीं कर सकती है। पिछले कुछ महीनों के दौरान जब विदेशी निवेशक भारतीय शेयर बाजार में लगातार बिकवाली कर रहे थे, तब भी सेंसेक्स और निफ्टी दोनों सूचकांक कमजोरी का सामना करने के बावजूद दुनिया के दूसरे शेयर बाजारों की तुलना में अधिक मजबूती के साथ टिके हुए थे। इसलिए अगर वैश्विक या घरेलू स्तर पर आने वाले दिनों में कोई बहुत बड़ा उलटफेर नहीं हुआ, तो जल्दी ही सेंसेक्स और निफ्टी को नई ऊंचाई पर पहुंचते हुए देखा जा सकता है।
निफ्टी पहली बार 9,000 से ऊपर गया
सेंसेक्स 134.59 अंक यानी 0.46 फीसदी तेजी के साथ 29,593.73 के स्तर पर बंद हुआ। निफ्टी भी 39.50 अंक या 0.44 फीसदी बढ़त लेकर 8,996.25 पर रहा। निफ्टी 9008.40 का रिकॉर्ड ऊपरी स्तर बनाने में कामयाब रहा और सेंसेक्स 29,636.9 तक गया।
मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी रौनक रही। बीएसई का मिडकैप इंडेक्स करीब 1 फीसदी चढ़ा, जबकि स्मॉलकैप इंडेक्स में लगभग 1.5 फीसदी तेजी आई।
तेल-गैस शेयरों में उछाल
तेल-गैस, आईटी और फार्मा शेयरों में सबसे ज्यादा लिवाली हुई। बीएसई के तेल-गैस सूचकांक में 2 फीसदी से ज्यादा तेजी आई। दूसरी तरफ रियल्टी, मेटल और ऑटो शेयरों में बिकवाली हावी रही।
रिलायंस, टीसीएस 4 फीसद तेज
रिलायंस इंडस्ट्रीज, टीसीएस, बैंक ऑफ बड़ौदा, जेएसपीएल, पीएनबी, सिप्ला, बजाज ऑटो और सन फार्मा सबसे ज्यादा 4.4-2 फीसदी बढ़त पर बंद हुए। लेकिन, कोल इंडिया, महिंद्रा एंड महिंद्रा, ऐक्सिस बैंक, डीएलएफ, टाटा मोटर्स और एनटीपीसी जैसे शेयरों की ट्रेडिंग 3.8-0.7 फीसदी गिरावट पर बंद हुई।