ट्रेडिंग इंडिकेटर

Trading Era
शेयर मार्केट एक ऐसी दुनिया है जिसमें अधिकतम ट्रेडर और निवेशक शेयर मार्केट का गणित समझे बिना ही मार्केट में निवेश या ट्रेड करना शुरू कर देते है। यह.
SIP Meaning in Hindi
हर एक निवेशक समय के साथ अमीर बनना चाहता है, हालांकि लॉन्गटर्म में निवेश करने बाले कुछ ही निवेशक अपने लक्ष्य तक पहुंच पाते है। लॉन्गटर्म के लिए निवेश.
आईपीओ में आवेदन कैसे करें?
आईपीओ हमेशा से ही निवेशकों के लिए पैसा कमाने का एक सुनहरा मौका रहा है, क्योंकि आईपीओ कुछ दिनों में ही आपके पैसे को दोगुना करने की क्षमता रखता है।.
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इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (आईपीओ) एक ऐसा प्रोसेस है जो एक निजी कंपनी को एक सार्वजनिक कंपनी में बदल देता है, इसलिए आज हम समझेंगे कि आईपीओ क्या है(IPO.
Equity Shares Meaning in Hindi
इक्विटी शेयर निवेशकों के बीच बहुत ही लोकप्रिय निवेश हैं। हमने पिछ्ले लेख में Equity Meaning in Hindi को समझा था और आज हम Equity Shares Meaning in.
शेयर मार्केट क्या है?
आपने कभी न कभी शेयर मार्केट का नाम जरुर सुना होगा, और आपकी भी जानने की इच्छा हई होगी, कि आखिर ये शेयर मार्केट क्या है(Share Market Kya Hai). इसलिए.
ट्रेडिंग ब्लॉग
ट्रेडिंग कैसे सीखे? : स्केल्पिंग, इंट्राडे, ऑप्शन एंव फ्यूचर ट्रेडिंग
ट्रेडिंग एक ऐसी दुनिया है जहां से अपार पैसा कमाया जा सकता है वशर्ते आपको पहले आपको समझना होगा कि ट्रेडिंग कैसे सीखे? क्योंकि एक बार जब आप पता लगा.
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अगर आप शेयर मार्केट में ट्रेड या निवेश करते है तो आपने पोजिशनल ट्रेडिंग के बारे में जरूर सुना होगा। तो आज के इस लेख में हम Positional Trading.
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स्विंग ट्रेडिंग भारत में ही नहीं पूरी दुनिया में लोकप्रिय है इसलिए आज हम Swing Trading Meaning in Hindi लेख में समझेंगे कि स्विंग ट्रेडिंग क्या है.
स्कैल्पिंग ट्रेडिंग क्या है और कैसे काम करती है?
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5 Best Intraday Trading Tips in Hindi | इंट्राडे ट्रेडिंग के नियम
कभी आपने सोचा है, इंट्राडे ट्रेडिंग के माध्यम से केवल कुछ ट्रेडर्स ही पैसा बनाने में सफल क्यों होते हैं? ये अभी हम समझेंगे Intraday Trading Tips in.
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Trading Era एक ट्रेडिंग ब्लॉग है। यहां आप ट्रेडिंग से जुड़ी हर चीज सीख सकते हैं। हम आपको एक Profitable Trader बनने में मदद करने के लिए हमेशा तैयार हैं।
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Trading Era is a Trading Blog. Here You can learn everything related to Trading. We are always ready to help you to become a Profitable Trader.
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Which Indicator is best for trading : कौन सा इंडिकेटर शेयर मार्किट में ट्रेडिंग के लिए सबसे बढ़िया होता है
अगर आप शेयर मार्किट के बारे में थोड़ा बहुत भी जानते होंगे तो आपने इंडिकेटर का नाम बहुत बार सुना या पढ़ा होगा छोटे / बड़े ट्रेडर्स और इन्वेस्टर्स दोनों इसका बहुत उपयोग करते हैं और वो इसका उपयोग क्यों अधिक करते हैं और इसका ट्रेडिंग में क्या महत्व होता है चलिए जानते हैं
वैसे तो बहुत सारे इंडिकेटर ट्रेडिंग के लिए उपयोग में लाये जाते हैं किन्तु उनमे से कुछ इंडिकेटर ऐसे हैं जो बहुत सटीक हमको ट्रेडिंग के ( ट्रेडिंग इंडिकेटर Buy और Sale ) सिगनल देते हैं इसका ट्रेडिंग में बहुत अधिक महत्व होता है और ये हमें बताता है की हमारा स्टॉप लॉस कहाँ होना चाहिए , सपोर्ट लेबल कहाँ है , हमें कहाँ पर खरीदारी करनी चाहिए या फिर बिकवाली करनी चाहिए आदि
RSI , वॉल्यूम , MA , EMA , बोलिंगर बैंड , डबल EMA , EMA क्रॉस , MA क्रॉस , MACD , RVI , स्टॉकास्टिक RSI , स्टॉकास्टिक
ये वो इंडिकेटर हैं जो सर्वाधिक उपयोग में लाये जाते हैं मैं अपने ब्लॉग में RSI , VOLUME , MA , EMA , के बारे में पहले ही जानकारी दे चुकी हूँ जिसको आप नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके पूरी डिटेल में पढ़ सकते हैं और इसको चार्ट में कैसे सेट करते हैं आप वो भी पढ़ सकते हैं इन सबका लिंक मैने आपको नीचे दिया हुआ है
अब बात आती है कि कौन सा इंडिकेटर बढ़िया होता है जो बिलकुल सटीक भविष्यवाणी करता है तो आपको यहां बताते चलें कि हर इंडिकेटर का अपना महत्व होता है किन्तु आप अपने चार्ट में ७० से ७५ इंडिकेटर का इस्तेमाल नहीं कर सकते अगर आप इस्तेमाल करेंगे तो आपको चार्ट में कुछ समझ नहीं आएगा
आपको जरुरत है सिर्फ ४ से ५ इंडिकेटर के बारे में अच्छे से जानने की जो मै और कुछ इन्वेस्टर भी करते हैं जिनमे से मुख्य रूप से RSI , MA , EMA , Volume , ट्रेडिंग इंडिकेटर बोलिंगर बैंड हैं इसका मै आपको एक चित्र भी दिखाती हूँ इन सभी इंडिकेटर को आप बड़े ही आसानी के साथ investing.com की साइट पर सेट कर सकते हैं जो की मै आपको पहले भी अपने ब्लॉग में बता चुकी हूँ जिसको आप दोबारा यहां क्लिक करके देख सकते हैं
RSI Indicator :-
MA & EMA Indicator :-
मै आपको सारे इंडिकेटर के बारे में विस्तार के साथ बता चुकी हूँ अब सिर्फ बचा है बोलिंगर बैंड जो कि बहुत ही विख्यात इंडिकेटर है और सभी प्रकार के छोटे और बड़े ट्रेडर्स इसका प्रयोग करते हैं यह शेयर की वोलैटिलिटी को दर्शाता है इस इंडिकेटर में स्टॉक का प्राइस इंडिकेटर के अंदर ही रहता है और वहीँ मूव करता है ये दो लाइन्स के बीच बंटा हुआ होता है आइये जानते हैं कि यह कैसे काम करता है
ऊपर वाली लाइन को अपर बैंड तथा नीचे वाली लाइन को लोवर बैंड कहा जाता है अगर स्टॉक की कीमत अपर बैंड की ओर जाने लगे तो उसको ओवर बोट कहते हैं और यह एक बिकवाली का संकेत होता है इसी तरह जब स्टॉक नीचे की ओर जाने लगे तो उसको ओवर सोल्ड कहते हैं और ये एक खरीदारी का संकेत होता है जब Price अधिक ऊपर या नीचे होता है तो ये Expand हो जाता है और जब Price ऊपर नीचे कम होता है तो Band भी सिकुड़ जाता है तो इस प्रकार ये इंडिकेटर शेयर की Volatility को दर्शाता है
बोलिंगर बैंड साइड वेज मार्किट में सबसे अच्छा सपोर्ट और रेजिस्टेंस को दर्शाता है इसके द्वारा स्टॉक के ट्रेंड का पता चलता है जब भी शेयर की कीमत ऊपर के प्राइस बंद को तोड़ती है और ये कुछ समय तक ऊपर ही रहती है तो इसे बुलिश का सिग्नल मन जाता है
इसी प्रकार अगर शेयर की कामत लोअर बैंड को तोड़ती है और कुछ समय नीचे ही रहती है तो वो बेयरिश का सिग्नल होता है अगर शेयर बुलिश है और शेयर की कीमत अपर बैंड से मिडिल बंद की और जाने लगे तो ये एक बुलिश रिवर्सल का सिग्नल होता है
इसी प्रकार अगर शेयर बेयरिश है और शेयर की कीमत लोअर बैंड से मिडिल बैंड की और जाने लगे तो ये एक बेयरिश रिवर्सल का सिग्नल होता है मतलब कि अब शेयर की चाल बदलने वाली है और खरीदारी करनी चाहिए
जब बंद दूसरे की तरफ आने लगता है तो इसका मतलब ट्रेंड का मोमेंटम ख़त्म हो गया है या फिर कम हो गया है एक बात ज्यादा ध्यान देने वाली ये होती है कि अगर स्ट्रांग है तो ये काफी फाल्स ( False ) सिग्नल देता है ये सिर्फ साइड वेज मार्किट में ही अच्छा काम करता है आपको और अच्छे से समझाने के लिए मै इसका चित्र आपको शेयर कर रही हूँ
आपको ये अध्याय कैसा लगा ये अवश्य बताएं और इसको आजमा के देखें अगर आपको चार्ट सेट करने में या ट्रेडिंग में अभी भी कोई दिक्कत आ रही हो तो आप कमेंट सेक्शन में पूछ सकते हैं मै आपकी हर संभव मदद करुँगी - धन्यवाद् - Happy Investing
प्रिंग्स स्पेशल के इंडिकेटर का उपयोग करने के लिए # 1 गाइड। + बोनस ट्रेडिंग रणनीति
आज हम द्वारा डिजाइन किए गए एक गति संकेतक पर चर्चा करेंगे मार्टिन प्रिंग. इसे प्रिंग्स स्पेशल के इंडिकेटर के रूप में जाना जाता है। संकेतक तकनीकी उपकरण हैं जो व्यापारियों को बेहतर परिणाम प्राप्त करने में मदद करते हैं।
अपना चार्ट तैयार करें
सबसे पहले, आपको अपने IQ Option खाते में लॉगिन करना चाहिए। जब आप यह निर्णय कर लें कि आप सत्र के दौरान कौन से वित्तीय इन्स्ट्रुमेंट में ट्रेड करने वाले हैं, तो संकेतक के आइकॉन पर क्लिक करें। आपको यह प्लैटफ़ार्म के बाईं तरफ मिलेगा। संकेतकों के मोमेंटम समूह पर जाएँ और वहाँ आपको अपनी जरूरत की चीज मिल जाएगी। हमारे लिए जरूरी चीज है स्पेशल के।
स्पेशल K . कैसे डालें सूचक पर IQ Option मंच
प्रिंग्स स्पेशल के इंडिकेटर बेसिक्स
प्रिंग्स स्पेशल के इंडिकेटर के साथ, एक ट्रेडर ट्रेंड रिवर्सल को पहचानने और सर्वोत्तम लाभ प्राप्त करने के लिए सही समय पर ट्रेड में प्रवेश करने में सक्षम होगा।
स्पेशल के एक संकेतक है जो एक पूर्ण श्रृंखला में कई समय सीमा, अल्पकालिक, मध्यवर्ती और दीर्घकालिक को जोड़ता है। प्रिंग्स स्पेशल के की गणना में विभिन्न भारित औसत लिए जाते हैं। उन्हें कई वर्षों के बाजार विश्लेषण के दौरान चुना गया था।
जैसाकि उदाहरण स्वरूप नीचे दिए गए चार्ट में दिखाया गया है, मूल्य में उठान और ढलान संकेतक की विंडो से थोड़ा पहले ही आ जाते हैं। स्पेशल के एक विलंबित संकेतक (लैगिंग इंडिकेटर).
स्पेशल के एक लैगिंग इंडिकेटर है
यह 0 के मान के साथ रेखा के चारों ओर प्लॉट करता है। जब प्रिंग्स स्पेशल K इसके ऊपर जाता है और संकेतक 0 लाइन से नीचे रहता है तो बाजार को तेजी माना जाता है।
स्पेशल के संकेतक के साथ बियरिश और बुलिश बाज़ार
प्रिंग्स स्पेशल के इंडिकेटर पर आधारित ट्रेडिंग रणनीति
हमारे इस चार्ट पर स्पेशल के जोड़ा गया है। अब, हम एक्स्पोनेंशियल मूविंग एवरेज को 100 की अवधि के साथ जोड़ने जा रहे हैं।
स्पेशल K . के साथ ओपनिंग लॉन्ग पोजीशन
पहले EMA100 का निरीक्षण करें। आप उस पल का इंतजार कर रहे हैं जब कीमत इससे ऊपर हो जाएगी। अब प्रिंग्स स्पेशल के इंडिकेटर को चेक करें। इसे 0 लाइन से ऊपर उठना चाहिए। लंबे समय तक चलने के लिए यह एक अच्छा क्षण है।
जब कीमत EMA100 को ऊपर से काटे और स्पेशल के इसकी शून्य रेखा के ऊपर से जाए
स्पेशल K . के साथ ओपनिंग शॉर्ट पोजीशन
शॉर्ट ट्रेड खोलने के लिए दो शर्तें पूरी करनी होंगी। कीमत EMA100 से नीचे होनी चाहिए और साथ ही, स्पेशल K इंडिकेटर 0 लाइन से नीचे आता है। आप अभी बेच सकते हैं।
जब कीमत EMA100 से नीचे हो जाए और स्पेशल K अपनी शून्य रेखा से नीचे हो जाए तो बेचें
प्रिंग्स स्पेशल के एक संकेतक है जो कीमत के साथ ही लगभग उसी समय चलता है। यह प्राथमिक ट्रेंड रिवर्सल को बहुत तेजी से पहचानने और खरीदने और बेचने के अवसरों की खोज करने में मदद करता है।
मार्टिन प्रिंग का संकेतक अल्पकालिक, मध्यवर्ती और दीर्घकालिक वेलोसिटी को एक पूर्ण श्रृंखला में जोड़ता है। आप इसके साथ छोटे रुझानों को भी पकड़ सकते हैं।
आज मैंने जो रणनीति प्रस्तुत की है उसका प्रयोग करें IQ Option डेमो खाते. यह किसी भी कीमत पर उपलब्ध नहीं है। जब तक आप प्रिंग्स स्पेशल के इंडिकेटर को अच्छी तरह से नहीं जान लेते, तब तक वहां अभ्यास करें। उसके बाद लाइव अकाउंट में जाएं और वास्तविक मुनाफा कमाएं।
मैं प्रोत्साहित करूंगा कि आप नीचे कमेन्ट सेक्शन में अपने विचार साझा करें। मुझे आपके विचार जानकर अत्यंत खुशी होगी।
क्रिप्टो चार्ट को कैसे पढ़े?
जानिए चार्ट के आधार पर कैसे काम किया जाए, या उनसे मिलने वाले संकेतों को कैसे मुनाफे में बदला जाए
किसी ने भी जिसने क्रिप्टोकरेंसी में किसी भी तरह का निवेश किया है, वह जानता है कि क्रिप्टोकरेंसी का चार्ट रियल-टाइम में कितनी तेजी से लगातार बदलते रहता है। इस एसेट की विख्यात वोलैटिलिटी के कारण कीमतों में जो भारी उतार-चढ़ाव दिखता है, वह भले ही सांसे थमाने वाला हो, लेकिन अपेक्षाकृत कम ही लोग ऐसे हैं जो वास्तव में समझ पाते हैं कि क्रिप्टोकरेंसी चार्ट को कैसे पढ़ा जाए और उससे भी कम लोग इस बात को सच में समझ पाते हैं कि चार्ट के आधार पर कैसे काम किया जाए, या उनसे मिलने वाले संकेतों को कैसे मुनाफे में बदला जाए।
चार्ट क्या है?
जो लोग ट्रेडिंग में नए हैं, उनके लिए क्रिप्टो चार्ट लाइन और कैंडलस्टिक पैटर्न का एक ऐसा समूह हैं जो क्रिप्टोकरेंसी का ऐतिहासिक प्राइस परफॉर्मेंस दिखाते हैं। ये बाजार की परिस्थितियों में होने वाले बदलावों और भविष्य के रुझानों का अनुमान लगाने में आपकी मदद कर सकते हैं, जिससे आपको निवेश के बेहतर फैसले लेने में मदद मिल सके।
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यह एक स्नैपशॉट है, सेकेंड से लेकर मिनट, दिन, हफ्ते, महीने और यहां तक कि साल और उससे भी ज्यादा समय के दौरान हुए ऐतिहासिक और मौजूदा प्राइस मूमेंट का। क्रिप्टो चार्ट अप्रशिक्षित आंखों के लिए काफी जटिल मालूम पड़ सकते हैं, इसलिए बेहतर यही होगा कि इसके मूलभूत सिद्धांतों को समझ लिया जाए।
क्रिप्टोकरेंसी चार्ट ट्रेडिंग पेयर, अवधि और ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म का संकेत करते हैं। अमूमन, चार्ट हर समयावधि में खुलने, बंद होने, उस दौरान छुए गये सबसे ऊंचे और सबसे नीचे के भाव की जानकारी देते हैं। चार्ट के सबसे नीचे और बगल में तारीख और कीमतों में होने वाली वृद्धि दर्शाई जाती है।
चार्ट के आधार पर, वॉल्यूम या मूविंग एवरेज जैसे टेक्निकल संकेत दिखने लग जाएंगे और हर ट्रेडिंग सत्र के खुलने और बंद होने के साथ आगे बढ़ेंगे।
जापानी कैंडलस्टिक चार्ट
जापानी कैंडलस्टिक चार्ट (नीचे की दूसरी तस्वीर में दाईं ओर दिखने वाला) लाइन चार्ट के बाद दूसरा सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाला चार्ट है। विश्लेषक आमतौर पर जापानी कैंडलस्टिक को बेहतर मानते हैं क्योंकि इसमें कई अतिरिक्त आंकड़े भी दिखते हैं।
कैंडल आम तौर पर दो रंगों में दिखते हैं, लाल और हरा।
जब किसी कैंडल का रंग लाल होता है तो इसका मतलब होता है कि आलोच्य समयावधि में बंद होने का भाव खुलने के भाव से नीचे था। इसका मतलब उस समय के दौरान उस एसेट की कीमत में गिरावट आई।
जब कोई कैंडल हरा हो जाता है, तो इसका मतलब है कि उसके बंद होने का भाव खुलने की तुलना में ज्यादा था। नीचे की तस्वीर इसे प्रदर्शित कर रही है:
उदाहरण के लिए, हर कैंडल के खुलने, उच्चतम स्तर, निम्नतम स्तर और बंद होने से अतिरिक्त जानकारियां मिल सकती हैं। यदि कैंडल के दौरान भाव खुलने या बंद होने की सीमा से परे जाते हैं, तो एक शैडो या कैंडल “विक” रह जाता है।
इन कैंडलस्टिक के आकार, स्वरूप, अवधि और रंग तथा जो पैटर्न ये बनाते हैं, उनसे विश्लेषकों, खरीदारों और ट्रेडरों को भाव के भविष्य की चाल का अंदाजा मिल जाता है, जिससे उन्हें संभावना के आधार पर अपनी पोजीशन बदलने या नई पोजीशन लेने की सहूलियत मिल जाती है।
जापानी कैंडलस्टिक एक अकेले कैंडल से कई सारी सूचनाएं देने में समर्थ है। फिर भी, जब एक खास तरह के कैंडल विशेष क्रम में आते हैं, तब ये भविष्य में कीमतों की चाल के बारे में एक सटीक अनुमान दे सकते हैं।
इन्हें मोटे तौर पर दो श्रेणियों में बांटा जाता है:
1. बुलिश रिवर्सल पैटर्न
2. बियरिश रिवर्सल पैटर्न
कुछ सबसे महत्वपूर्ण और प्रभावशाली बुलिश रिवर्सल पैटर्न निम्नांकित हैं।
हैमर कैंडल पैटर्न
एक “बुलिश हैमर” ऐसा रिवर्सल पैटर्न होता है जो आम तौर पर गिरावट के रुझान में बॉटम पर बनता है। इसमें कैंडल का बॉडी हैमर के प्रहार वाले हिस्से को इंगित करता है, जबकि उनका लंबा बॉटम विक हैमर का हत्था दर्शाता है।
हरे रंग का हैमर लाल रंग के हैमर से ज्यादा प्रभावशाली होता है, लेकिन जैसा कि 2015 में बिटकॉइन के बॉटम के उदाहरण से दिखता है कि लाल रंग का हैमर भी अपनी तरह से शक्तिशाली संकेत हो सकता है। यह पैटर्न दिखाता है कि किस तरह बिकवालों ने पूरी ताकत से कीमत को नीचे धकेला, लेकिन खरीदारों ने भी उन्हें कड़ी टक्कर दी और आखिरकार उन्हें खरीदारी की ताकत से परास्त कर दिया। इस पैटर्न के वैध होने के लिए आवश्यक है कि इसके बाद तेजी का रुझान बने।
बुलिश एनगल्पफिंग कैंडल पैटर्न
एक बुलिश एनगल्फिंग कैंडल एक ऐसा रिवर्सल पैटर्न है जिसमें एक हरा कैंडल बॉडी पिछले दिन के कैंडल बॉडी को पूरी तरह निगल जाता है। इससे संकेत मिलता है कि बिकवाल थक गये हैं और खरीदार कहीं ज्यादा जोश से कूद पड़े हैं, जिसके कारण अब रुझान पलटने वाला है। उदाहरण के लिए, नीचे के चार्ट में बुलिश एनगल्फिंग आने वाली तेजी का एक संकेत है।
मॉर्निंग स्टार कैंडल पैटर्न
एक मॉर्निंग स्टार कैंडल तब बनता है जब पहले तो गिरावट के रुझान के बाद बॉटम पर एक दोजी का निर्माण होता है और फिर उसके बाद एक मजबूत तेजी का दौर शुरू हो जाता है। एक दोजी में कैंडल बॉडी या तो बहुत छोटा होता है या फिर नहीं होता है और छोटे विक्स ट्रेडिंग इंडिकेटर या शैडो होते हैं। यह बिकवाली का मजबूत रुझान दर्शाता है, जिसमें धीरे-धीरे बिकवाल हिचकिचाने लगते हैं और फिर आखिरकार यह ट्रेंड पलट जाता है।
बियरिश रिवर्सल पैटर्न
हर तेजी के पैटर्न के बाद एक मंदी का पैटर्न भी होता है। इस तरह के पैटर्न पलटने से पहले किसी तेजी के बिलकुल शीर्ष पर उभरते हैं। कुछ सबसे आम लेकिन मजबूत बियरिश रिवर्सल पैटर्न निम्नांकित हैं।
शूटिंग स्टार कैंडल पैटर्न
शूटिंग स्टार कैंडल पैटर्न में एक कैंडल होता है, जिसमें ऊपर की ओर एक लंबा शैडो होता है। उसकी बॉडी छोटी होती है और नीचे या तो कोई शैडो नहीं होता या फिर छोटा शैडो होता है। यह तेजी के रुझान के शीर्ष पर उभरता है और उसके बाद बाजार की दिशा पलट जाती है।
यह कैंडल खरीदारों की ओर से लगाई गई पूरी ताकत दर्शाता है, जिसे जबर्दस्त प्रतिरोध का सामना करना पड़ता है और इसी कारण ऊपर की ओर एक लंबा शैडो छूटता है।