मुझे एक ब्रोकर चुनने में मदद करें

सपना सच करना है तो हिम्मत करनी होगी
मुझे कुछ और करना था
मुझे कुछ और करना था
पर मैं कुछ और कर रहा हूँ
मुझे और कुछ करना था इस अधूरे संसार में मुझे
कुछ पूरा करना था मकान मालिक से वायदे के अलावा मुझे
इस डरावने समाज में रहकर चीखते रहने के अलावा कुछ
और मुझे
करना था इस ठसाठस भरे कमरे में हाथ में तश्तरी लिये
खड़े खड़े
खाते रहने के अतिरिक्त-रिक्त तश्तरी के अतिरिक्त-
तोड़ना था मुझे
बहुत कुछ इसी वर्ष
पर मैं बना रहा हूँ शीशे के सामने हजामत
गाना था गरजना था हँसना था मुझे शायद
कहीं शायद जाना था
सालन पकाना था समेटकर आस्तीन
हौंककर डराना था अकड़ू को
और भी बुलकारना था बड़बोले को
ललकारना था मुझे बाँके को
गोद में लेकर सुलाना था अपने हाथों पीटे हुए बच्चे को
मुझे कुछ और करना था हाँफते हुए नमस्ते करने के अलावा
आज सुबह
चकित नहीं रह जाना था मुझे देखकर
चालीस के आसपास का समाज
पर मैं चकित हूँ मुझे एक ब्रोकर चुनने में मदद करें कि कब हो गये सब सफल लोग सफल
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Kyle Hamilton
- S
- Junior
- 6-4⅛, 220 lbs
- Notre Dame
- Scouts Grade
- Position Rank
- Overall Rank
- Arm Length 33-1/4"
- Hand Size 9-3/8"
- 40-YD Dash 4.59
- Conference TBD
2022 Draft Pick Info
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विस्तार
बचपन से आसमान में उड़ने का सपना देखने वाली जम्मू की एक बेटी ने अपना सपना साकार कर लिया मुझे एक ब्रोकर चुनने में मदद करें है। इससे न सिर्फ उसने अपना सपना साकार किया, बल्कि प्रदेश का सिर भी गर्व से ऊंचा कर दिया। साथ ही साथ यह भी साबित कर दिया कि ऊंची उड़ान भरने के लिए कोई सीमा और दायरे की बंदिश मुझे एक ब्रोकर चुनने में मदद करें नहीं है।
जम्मू शहर के रिहाड़ी कालोनी की रहने वाली 22 साल की हंसजा शर्मा भारतीय सेना में पायलट के रूप में चयनित हुई है। वह प्रदेश की पहली महिला सैन्य अफसर है, जिसने यह मुकाम हासिल किया है। हंसजा की इस उपलब्धि पर मुझे एक ब्रोकर चुनने में मदद करें परिवार भी गदगद है। हंसजा भी सपना साकार करके गौरवान्वित है।
हंसजा के अनुसार, मैं एनसीसी की कैडेट रही हैं। 2 साल पहले मेरा लेफ्टिनेंट के लिए सलेक्शन हुआ था। यहां से मुझे एक प्लेटफार्म मिल गया। यहां से मैं अपना सपना सच कर सकती थी। बचपन से ही आसमान में उड़ने का शौक था।
मुझे इसका मौका मिला। इसे मैंने एक चुनौती के रूप में लिया। इसके लिए मुझे पायल एप्टीच्यूड बैटरी टेस्ट पास करना था। इसके लिए मैंने आवेदन किया और पास कर लिया। बचपन में जब हवाई जहाज उड़ते देखती थी तो सोचती थी कि एक दिन मुझे भी जहाज उड़ाना है।