क्या है क्रिप्टो करैंसी

Cryptocurrency Rates Today 13 November: कैसा है क्रिप्टो के बाजार का हाल और भारत में क्या चल रहे हैं रेट, जानें यहां
Cryptocurrency Rates Today 13 November: क्रिप्टोकरेंसी के रेट में पिछले एक दिन से बड़ी गिरावट देखी जा रही है. यहां आज आप भारत में क्रिप्टोकरेंसी के क्या रेट चल रहे हैं, वो जान सकते हैं.
By: ABP Live | Updated at : 13 Nov 2022 02:06 PM (IST)
Edited By: Meenakshi
क्रिप्टोकरेंसी (फाइल फोटो) ( Image Source : Getty )
Cryptocurrency Rates Today 13 November: दुनिया की प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी आज सुबह के शुरुआती ट्रेड में तो हरे निशान में ट्रेड कर रही थीं पर इनके कारोबार में एक दिन में बड़ी गिरावट देखी गई है. कल से लेकर आज तक ग्लोबल क्रिप्टो मार्केट के मार्केट कैप में 0.69 फीसदी की गिरावट देखी गई है और ये 848.55 अरब डॉलर पर आ गया है. वहीं कुल मिलाकर क्रिप्टो मार्केट का वॉल्यूम 42.69 फीसदी गिरकर 55.22 अरब डॉलर पर आ गया है.
कॉइनमार्केट कैप के मुताबिक भारत में बिटकॉइन का रेट 15 लाख के आसपास घूम रहा है जिसका कुल क्रिप्टो में हिस्सा 38.17 फीसदी है और इसके एक दिन के दाम देखें तो ये 0.23 फीसदी चढ़ गया है. हालांकि क्रिप्टोकरेंसी बाजार को लेकर रुख संशय का ही बना हुआ है क्योंकि एफटीएक्स एक्सचेंज ने दिवालिया प्रक्रिया के लिए आवेदन डाल दिया है और इससे क्रिप्टो मार्केट के जोखिम को लेकर फिर से चर्चा हो रही हैं.
भारत में क्रिप्टोकरेंसी के रेट देखें-
बिटकॉइन
बिटकॉइम के दाम इस समय 0.98 फीसदी की गिरावट के साथ 14,85,000 रुपये प्रति कॉइन पर कारोबार कर रहे हैं.
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इथेरियम
इथेरियम के दाम इस समय 1,11,002.9 रुपये पर हैं और ये 0.12 फीसदी की गिरावट पर कारोबार कर रहा है.
टीथर
टीथर के दाम देखे तो इस समय 87.61 रुपये पर हैं और इसमें क्या है क्रिप्टो करैंसी 0.74 फीसदी की गिरावट दर्ज की जा रही है.
कारडनो
कारडनो के रेट 2.97 फीसदी की गिरावट के साथ 32.00 रुपये पर बने हुए हैं.
बिनांस क्या है क्रिप्टो करैंसी कॉइन
बिनांस कॉइन के रेट में 1.97 फीसदी की गिरावट है और ये 24,899 रुपये प्रति कॉइन पर चल रही है.
XRP
XRP के रेट में 4.78 फीसदी का नुकसान है और ये 31.60 रुपये पर कारोबार कर रहा है.
पोल्काडॉट
पोल्काडॉट के दाम में 2.38 फीसदी की गिरावट देखी जा रही है और ये 525.02 रुपये पर ट्रेड कर रही है.
डॉजकॉइन
डॉजकॉइन में आज 4.58 फीसदी की गिरावट के बाद 7.93 रुपये प्रति टोकन पर कारोबार देखा जा रहा है.
क्यों आ रही है क्रिप्टोकरेंसी के मार्केट में गिरावट
FTX में लिक्विडिटी की समस्या के कारण क्रिप्टो मार्केट में पिछले कुछ हफ्तों में करीब 2 ट्रिलियन डॉलर की गिरावट दर्ज की गई है. इसके साथ ही पिछले कुछ समय में दुनियाभर के कई केंद्रीय बैंकों ने अपने मौद्रिक नीति को कठोर किया है. इसका बुरा असर क्रिप्टोकरेंसी मार्केट पर भी पड़ रहा है और बिटकॉइन समेत कई बड़ी क्रिप्टोकरेंसी में गिरावट देखी जा रही है.
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Published at : 13 Nov 2022 01:57 PM (IST) Tags: Cryptocurrency Rate Cryptocurrency Rates Today Cryptocurrency News Crypto News हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट क्या है क्रिप्टो करैंसी एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi
क्या क्रिप्टोकरेंसी को खत्म कर देगा RBI का ई-रुपी, समझिए पूरा मामला
भारतीय रिजर्व बैंक यानी RBI ने पिछले महीने अपनी डिजिटल करेंसी पर एक कॉन्सेप्ट नोट प्रकाशित किया. यह आरबीआई को कई केंद्रीय बैंकों (अंतिम गणना में 60 से ज्यादा) में से एक बनाता है.
(आर श्रीधरण) भारतीय रिजर्व बैंक यानी RBI ने पिछले महीने अपनी डिजिटल करेंसी पर एक कॉन्सेप्ट नोट प्रकाशित किया. यह आरबीआई को कई केंद्रीय बैंकों (अंतिम गणना में 60 से ज्यादा) में से एक बनाता है, जो अत्यधिक संदिग्ध और अस्थिर क्रिप्टोकरेंसी के जवाब में अपनी सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) पर काम कर रहे हैं. केंद्रीय बैंक अपनी CBDC के बारे में क्या सोच रहे हैं. जवाब साफ है. क्रिप्टोकरेंसी की लोकप्रियता ने उन्हें क्या है क्रिप्टो करैंसी चिंतित कर दिया है. करीब 900 बिलियन डॉलर की वैश्विक पूंजी के साथ आज 20,000 से अधिक क्रिप्टोकरेंसी चलन में हैं (उनके मूल्यों में भारी गिरावट के बावजूद – 9 नवंबर, 2021 को अकेले बिटकॉइन का मार्केट कैप 1.28 ट्रिलियन डॉलर था).
मैं उस खेमे में से हूं जिनका मानना है कि क्रिप्टोकरेंसी का कोई वास्तविक मूल्य नहीं होता (इसलिए इसे उपयुक्त उपनाम ‘शिटकॉइन’ दिया गया है जो बाजार में उथल-पुथल ला सकती है), लेकिन उसके पीछे की ब्लॉकचेन तकनीक काफी काम की चीज है. आज कोई भी शक्तिशाली कंप्यूटर वाला व्यक्ति अपनी खुद की क्रिप्टोकरेंसी लॉन्च कर ‘माइनिंग’ कर सकता है. यह एक अच्छी प्रिंटिंग प्रेस वाले किसी भी व्यक्ति क्या है क्रिप्टो करैंसी का खुद का नोट छाप कर चलाने जैसा है.
यह व्यवस्थित लेकिन हमेशा नाजुक रहने वाली मौद्रिक प्रणाली है, जो वित्तीय बाजारों में एक व्यवधान की तरह है जिससे केंद्रीय बैंक सबसे ज्यादा डरते हैं. इसलिए अधिकांश केंद्रीय बैंकों ने क्रिप्टो को वैधता नहीं दी है. वास्तव में कई ने तो उन पर प्रतिबंध लगा दिया है. हालांकि, केंद्रीय बैंक इलेक्ट्रॉनिक मुद्रा के लाभ को देख रहे हैं. वे यूजर्स को क्रिप्टोकरेंसी से संबंधित जोखिम के बिना उसकी सभी सुविधा देने की सोच रहे हैं. (मेरे अनुसार नकद प्रबंधन के खर्चों पर महत्वपूर्ण बचत जैसे दूसरे कारण भी हैं, लेकिन डिजिटल करेंसी शुरू करने की सोच के पीछे केवल यही मुख्य कारण नहीं हैं.)
ई-रुपी बनाम क्रिप्टो
इससे पहले कि हम जानें की ई-रुपी क्या है और यह कैसे काम करेगा, आइए सबसे पहले सारांश में ई-रुपी और क्रिप्टोकरेंसी के बीच का अंतर जान लें:
• बिटकॉइन के विपरीत ई-रुपी एक फिएट मुद्रा होगी, जिसके पीछे एक जारी करने वाला प्राधिकरण (अथॉरिटी) होगा. जबकि बिटकॉइन के पीछे कोई जारी करने वाला प्राधिकरण नहीं होता है.
• ई-रुपी का मूल्य पारंपरिक रुपये के बराबर होगा और इसमें विनिमय करने की शक्ति होगी, इसलिए यह क्रिप्टो की तरह अस्थिर नहीं होगा.
• ई-रुपी को क्रिप्टो की तरह एक डिस्ट्रीब्यूटेड पब्लिक लेजर (Ledger) की जरूरत नहीं होगी, क्योंकि रिकॉर्ड रखने का काम केंद्रीय बैंक करेगा. हालांकि, यह मध्यस्थ बैंकों को खत्म करने के लिए स्मार्ट टोकन जैसी ब्लॉकचेन तकनीक की कुछ विशेषताओं का इस्तेमाल कर सकता है.
• क्रिप्टो की तरह, ई-रुपी लेन-देन को रफ्तार देगा और लेन-देन की लागत को कम या खत्म कर देगा. क्रिप्टो की तरह, टोकन-आधारित ईरुपी के मामले में अकाउंट को रखने वाला इसका स्वामी होगा.
सीबीडीसी कैसे काम करेगी?
अब अगर आप सोच रहे हैं कि ई-रुपी और डिजिटल बैंकिंग में क्या अंतर है, तो इसका जवाब यह है कि ई-रुपी केंद्रीय बैंक (रिजर्व बैंक) की देनदारी होगी, जो इसकी बही-खातों में दिखाई गई होगी. इसके विपरीत आपके कमर्शियल बैंक खाते में मौजूद डिजिटल पैसा बैंक की देनदारी होती है और वह अकेले ही लेनदेन का रिकॉर्ड रखता है. इसके अलावा बैंक में जमा पैसा आपको ब्याज से आय देता है, लेकिन ई-रुपी के साथ होल्डिंग्स पर ब्याज के भुगतान के पक्ष और विपक्ष दोनों के अपने तर्क हैं. कारण: सीबीडीसी को बैंक में जमा धन के साथ प्रतिस्पर्धा करने से रोकना है. आरबीआई आखिर में, जो भी निर्णय ले मगर यह निश्चित है कि ई-रुपी पारंपरिक रुपये के साथ सह-अस्तित्व में होगा.
आरबीआई की नोट की तरह, सीबीडीसी के दो अलग-अलग यूजर्स होंगे: पहला, खुदरा (आप और मेरे जैसे लोग) और दूसरा थोक यानी बैंक. बैंक सीबीडीसी का इस्तेमाल दूसरे बैंकों से लेन-देन में करेंगे. जबकि आप और हम नियमित लेनदेन के लिए इसके टोकन-आधारिक वर्जन का इस्तेमाल करेंगे.
क्या सीबीडीसी क्रिप्टो को खत्म कर देगा?
क्रिप्टो जमा करने वाले सीबीडीसी पर पैनी नजर रखे हुए हैं. उन्हें केंद्रीय बैंकों के अपने क्षेत्र में दखल देने का विचार पसंद नहीं आ रहा है. आखिरकार, बिटकॉइन मौद्रिक रुपये को खत्म करने के उद्देश्य से सामने आया. यह किसी देश के मुद्रा पर कब्जे के खिलाफ एक विद्रोह जैसा था. बिटकॉइन के समर्थकों ने सवाल किया कि किसी मुद्रा को जारी करने, बढ़ाने या मूल्य कम करने की शक्ति केवल उसे जारी करने वाले देश के हाथ में ही क्यों हो? राष्ट्र के बजाय लोगों का एक समूह अपनी निजी मुद्रा क्यों नहीं चला सकता, जिसे राजनेताओं और नौकरशाहों की इच्छा के मुताबिक नहीं, बल्कि कंप्यूटर एल्गोरिथम के तर्क के अनुसार प्रबंधित किया जा सकता हो. विचार के रूप में तो यह बहुत ही अच्छा है मगर यह अनजाने खतरों से खाली नहीं है. क्रिप्टो बाजार में साल भर की उथल-पुथल ने यह साबित भी कर दिया है.
केंद्रीय बैंकों को विश्वास है कि सीबीडीसी क्रिप्टो को खत्म कर देगा. वास्तव में आरबीआई के डिप्टी गवर्नर टी. रबी शंकर ने इस साल जून में एक आईएमएफ वेबिनार में रिकॉर्ड के रूप में इस पर काफी कुछ बताया. उन्होंने कहा कि अधिकांश क्रिप्टोकरेंसी का मूल्य बिलकुल शून्य होता है, उनकी कीमत काल्पनिक स्तरों पर होती है. बैंक फॉर इंटरनेशनल सेटलमेंट्स (बीआईएस) के अधिकारियों ने भी यह कहा है कि सीबीडीसी के आने के बाद क्रिप्टो का कोई भविष्य नहीं होगा.
इसके बावजूद, फिलहाल हमें सीबीडीसी से बहुत ज्यादा उम्मीद नहीं लगानी चाहिए. कोई नहीं जानता मौद्रिक प्रणाली पर क्या है क्रिप्टो करैंसी सीबीडीसी का क्या प्रभाव होगा और क्या खुदरा ग्राहक इसे अपनाएंगे. हालांकि, एक बात साफ है. केंद्रीय बैंकों के ई-मनी के वजूद में आने के बाद से क्रिप्टो करेंसियों के भविष्य पर हमेशा तलवार लटकी रहेगी.
(आर श्रीधरन टीवी9 कन्नड़ के प्रबंध संपादक हैं, जो क्रिप्टो को शंका की नजर से देखते हैं.)
Jagran Trending: क्या है क्रिप्टोकरेंसी और अपने देश में इसके कारोबार से जुड़े नियम, जानें एक्सपर्ट की राय
किसी भी एसेट की एक Underlying Value होती है लेकिन Cryptocurrencies का कोई अंडरलाइंग वैल्यू नहीं है। शेयरों के मामले में आपको पता होता है कि कंपनी का प्रदर्शन कैसा चल रहा है और शेयरों की कीमतें ऊपर जाएंगी या नीचे क्रिप्टो के मामले में ऐसा नहीं है
नई दिल्ली, मनीश कुमार मिश्र। Cryptocurrency के प्रति हाल के वर्षों में लोगों का आकर्षण बढ़ा है और भारतीय इसमें पीछे नहीं हैं। कुछ देशों ने जहां Cryptocurrency को मान्यता दे दी है वहीं, कुछ देशों में यह पूर्णत: प्रतिबंधित है। अपने देश में भी क्रिप्टोकरेंसी को लेकर कुछ नियम हैं, जिनके बारे में हम विस्तार से चर्चा करेंगे। पहले ये जानते हैं कि Cryptocurrencies हैं क्या और ये किस टेक्नोलॉजी पर आधारित हैं।
ऑप्टिमा मनी मैनेजर्स के सीईओ पंकज मठपाल ने क्रिप्टोरेंसी के बारे में बताते हुए कहा कि यह ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर आधारित डिजिटल करेंसी है जिसे क्रिप्टोग्राफी से सुरक्षित किया है। ब्लॉकचेन एक डिजिटल लेजर है, जिसका इस्तेमाल सिर्फ इसके यूजर्स ही कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी सुरक्षित तो है ही पारदर्शी भी है। यह इतना सुरक्षित है कि इसके एडमिनिस्ट्रेटर भी इसमें अपने फायदे के लिए बदलाव नहीं कर सकते।
क्रिप्टोकरेंसी से ट्रांजैक्शन
मठपाल ने बताया कि क्रिप्टोकरेंसी डिजिटल वॉलेट में स्टोर की जाती है और इसे आप दूसरे वॉलेट में ट्रांसफर कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल आप किसी वस्तु या सेवाओं को खरीदने में कर सकते हैं या इसकी ट्रेडिंग कर सकते हैं या इसके बदले कैश भी ले सकते हैं।
क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग
मठपाल ने बताया कि एक तरफ जहां स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग पूरी तरह रेगुलेटेड है। आपको यह भी पता होता है कि शेयर बेचने के कितने दिन बाद आपके अकाउंट में पैसे आ जाएंगे। हालांकि, क्रिप्टोकरेंसी के मामले में ऐसा कोई रेगुलेशन नहीं है। आप ब्रोकर या क्रिप्टो एक्सचेंजों के जरिए इसकी खरीद-बिक्री कर सकते हैं। यहां बेचने वाले और खरीदने वाले की पहचान उजागर नहीं की जाती।
क्रिप्टोकरेंसी की कीमतों में क्यों आता है उतार-चढ़ाव
मठपाल के अनुसार, क्रिप्टोकरेंसी का कोई अंडरलाइंग एसेट नहीं होता। आप शेयर खरीदते हैं तो आपको पता होता है कि कंपनी के एसेट्स और लाइबिलिटीज क्या हैं। आप जानते हैं कि कंपनी का मुनाफा बढ़ेगा या कंपनी से जुड़ी कोई पॉजिटिव खबर आएगी तो शेयर की कीमतें बढ़ेंगी और आपको मुनाफा होगा। क्रिप्टोकरेंसी की कीमतें सिर्फ मांग और आपूर्ति से प्रभावित होती हैं। इसमें कितना उतार-चढ़ाव आ सकता है, आप इसका अनुमान नहीं लगा सकते।
यहां देखें पूरा वीडियो
क्रिप्टोकरेंसी पर टैक्स
मठपाल के अनुसार इस साल पेश हुए बजट में यह प्रावधान किया गया है कि क्रिप्टोकरेंसी बेचने पर निवेशकों को 30 प्रतिशत के हिसाब से टैक्स देना होगा। उन्होंने बताया कि मान लीजिए कोई व्यक्ति 50000 रुपये की क्रिप्टोकरेंसी खरीदता है और उसे मुनाफे में चाहे 60,000 रुपये में बेचे या घाटे में 25,000 रुपये में, उसे 30 प्रतिशत की दर से ही टैक्स देना होगा।
Cryptocurrency क्या है, Popular cryptocurrencies in Hindi
(Cryptocurrency in Hindi) is a digital currency, secured by cryptography and based on blockchain technology.
क्रिप्टो करेंसी क्या है (Cryptocurrency in Hindi)
क्रिप्टो करेंसी एक डिजिटल, क्रिप्टोग्राफ़ी द्वारा सुरक्षित और ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी पर आधारित मुद्रा है।
Cryptocurrency is a digital, cryptographically secured and blockchain technology based currency.
क्रिप्टो करेंसी का मतलब | Cryptocurrency Meaning in Hindi
टेक्नोलॉजी बहुत तेजी से बदल रही है जिससे लोगों के काम करने, संवाद करने, खरीदने और भुगतान करने का तरीका भी बदल गया है। यह सब समय के साथ बढ़ती टेक्नोलॉजी के साथ साथ बदलता रहता है।
आज के समय में लोगों ने कैश रखना बहुत कम कर दिया है जो लेनदेन हो रहे है उसमें ज्यादातर डिजिटल होते है, और यह डिजिटल लेनदेन आम जनमानस का हिस्सा बन गए है। कॉर्पोरेट्स और कंस्यूमर धीरे धीरे कैश से लेनदेन कम करते जा रहे हैं और स्मार्टफोन ने इस डिजिटल लेनदेन की प्रक्रिया को आसान और तेज कर दिया है।
डिजिटल लेनदेन के साथ डिजिटल करेंसी भी पैर जमा रही है, यह डिजिटल करेंसी क्रिप्टोकरेंसी है।
क्रिप्टोकरेंसी शब्द की उत्पत्ति | Origin of Cryptocurrency word in Hindi
क्रिप्टोकरेंसी शब्द कह सकते हैं नया शब्द है, जो 21 वीं सदी की शुरुआत से ही आया है। यह दो शब्दों – ग्रीक शब्द ‘kryptos’ जिससे ‘क्रिप्टो’ लिया गया है जिसका अर्थ है ‘छिपा हुआ या गुप्त’ और लैटिन शब्द ‘currere’ जिससे ‘करेंसी’ लिया गया है जिसका अर्थ है ‘चलाना’ से मिलकर बना है।
क्रिप्टोकरेंसी कैसे काम करती है? | How Does Cryptocurrency Work in Hindi?
क्रिप्टो करेंसी डिजिटल मनी है जिसे आप छू नहीं सकते, जेब में नहीं रख सकते यानी यह करेंसी का डिजिटल रूप है और यह पूरी तरह से ऑनलाइन है। इसे क्रिप्टोग्राफी द्वारा सुरक्षित किया जाता है। कई क्रिप्टोकरेंसी ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी पर आधारित हैं और इनकी कोई भी सेंट्रल अथॉरिटी नहीं है।
क्रिप्टोक्यूरेंसी एक नयी डिजिटल भुगतान प्रणाली है जिसका लेनदेन का सत्यापन बैंकों पर निर्भर नहीं होता है और क्रिप्टोक्यूरेंसी का इस्तेमाल वस्तुओं और सेवाओं के भुगतान के लिए ऑनलाइन आदान-प्रदान किया जा सकता है।
पहली क्रिप्टोक्यूरेंसी 2009 में आयी और एक दशक क्या है क्रिप्टो करैंसी से भी कम समय में दुनिया भर में अरबों डॉलर की क्रिप्टोकरेंसी लेनदेन में है। शायद आपने बिटकॉइन के बारे में सुना हो यह पहली क्रिप्टोकरेन्सी थी और उसे लोगों ने स्वीकार किया और उसके बाद अन्य क्रिप्टोकरेंसी आयी जो धीरे धीरे पॉपुलर हो रही हैं। आज के समय में लोग क्रिप्टोकरेंसी को ज्यादातर ऑनलाइन ट्रेड में लाभ के लिए इस्तेमाल करते हैं।
करेंसी किसे कहते हैं | What is Currency in Hindi
हर देश की अपनी मुद्रा (Currency) होती है जैसे कि अमेरिका की डॉलर, यूरोपियन यूनियन की यूरो, भारत की रुपया, पाकिस्तान की पाकिस्तानी रुपया, चीन की युआन है यानी एक ऐसी भुगतान प्रणाली जो किसी देश द्वारा मान्य/अधिकृत हो और वहां के लोग इसके इस्तेमाल से चीजें खरीद सकते हों, जिसकी कोई वैल्यू हो, करेंसी (Currency) कहलाती है।
क्रिप्टोकरेंसी कितनी सुरक्षित है? | How secure is Cryptocurrency in Hindi?
ज्यादातर क्रिप्टोकरेंसी ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी का उपयोग करके बनाई जाती है। ब्लॉकचेन डिजिटल कोड में लेनदेन को रिकॉर्ड करता है। यह एक काफी जटिल, तकनीकी प्रक्रिया है जिससे हैकर्स के लिए छेड़छाड़ करना मुश्किल है।
इसके अलावा, क्रिप्टोकरेंसी में लेनदेन के लिए two-factor authentication की प्रक्रिया भी होती है। जैसे, लेनदेन शुरू करने के लिए आपको Username और Password दर्ज करने के लिए कहा जा सकता है। या फिर, आपको एक authentication code दर्ज करना पड़ सकता है जो आपके व्यक्तिगत मोबाइल फ़ोन पर टेक्स्ट के माध्यम से आता है।
डिजिटल मुद्रा कहाँ स्टोर कर सकते हैं? | Where can you store Digital Currency in Hindi?
यदि आप क्रिप्टोकरेंसी खरीदते हैं, तो आप इसे क्रिप्टो एक्सचेंज पर या क्रिप्टो डिजिटल वॉलेट में स्टोर कर सकते हैं। कई अलग-अलग प्रकार के वॉलेट हैं, प्रत्येक के अपने फायदे और सुरक्षा हैं।
सबसे लोकप्रिय क्रिप्टो करेंसी कौन सी हैं? | What are the most popular Crypto Currencies?
इसमें कोई शक नहीं कि सबसे पॉपुलर क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन है। बिटकॉइन (Bitcoin) अब तक की सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी है, इसके बाद एथेरियम(Ethereum), लाइटकॉइन (Litecoin) और टीथर (Tether) जैसी अन्य क्रिप्टोकरेंसी हैं।
bitcoin
क्रिप्टो करेंसी के नाम | Cryptocurrency Names in Hindi
Bitcoin | बिटकॉइन |
Ethereum | एथेरियम |
Litecoin | लाइटकॉइन |
Binance Coin | बिनेंस कॉइन |
Cardano | कार्डानो |
Dogecoin | डॉगकॉइन |
Polka Dot | पोल्का डॉट |
Uniswap | यूनिस्वैप |
Ripple | रिपल |
Dash | डैश |
Tether | टीथर |
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भारत में क्रिप्टोक्यूरेंसी कानूनी है? | Cryptocurrency legal in India in Hindi?
अभी भारत में बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकरेंसी गैर कानूनी नहीं हैं, लेकिन रेगुलेटेड भी नहीं हैं इसका मतलब अगर क्रिप्टोकरेंसी लेनदेन में कुछ भी गलत होता हैं तो आप किसी अथॉरिटी, बैंक और सरकार के पास नहीं जा सकते।
भारत में निजी क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों की संख्या बढ़ रही है, लेकिन सरकार के पास कोई आधिकारिक डेटा नहीं है। और सरकार के पास इन एक्सचेंजों से जुड़े निवेशकों की संख्या के बारे में भी कोई जानकारी नहीं है।
Question for you?
टेक्नोलॉजी हमेशा ही जन मानस की उत्सुकता को बढ़ाती रही है आप क्या कहते है की क्रिप्टोकरेंसी के साथ कैसे आगे बढ़ना चाहिए। कमेंट करिये-