विकल्पों का परिचय

जन्तुओं की भाँति पौधों में भी सूक्ष्मजीवों द्वारा अनेक रोग हो जाते हैं। जैसे- गेहूं की गेरुई रोग कवक द्वारा, नींबू का कैंकर जीवाणु द्वारा, तंबाकू का मोजेक रोग विषाणु द्वारा।
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सूक्ष्मजीवों का उपयोग अनेक प्रकार के उत्पादों को तैयार करने में किया जाता है। जैसे – यीस्ट (कवक) का उपयोग डबल रोटी बनाने, जीवाणु का उपयोग दुग्ध उद्योग, सिरका उद्योग, तम्बाकू उद्योग, चाय उद्योग तथा चमड़े के उद्योग में किया जाता है।
3. कृषि में।
4. भोजन के रूप में।
6. प्रतिजैविक दवाएँ किसे कहते हैं। इनका क्या उपयोग है ?
उत्तर-
प्रतिजैविक दवाएँ-
प्रतिजैविक दवाएँ वे दवाएँ हैं जो रोग फैलाने वाले जीवाणुओं के प्रतिरोध में प्रयुक्त होती है और शरीर में पहुँचते ही इन रोगाणुओं को नष्ट कर देती है।
प्रतिजैविक दवाओं का उपयोग–
प्रतिजैविक दवाओं का उपयोग सूक्ष्मजीवों से होने वाले अनेक रोग जैसे टी.बी. हैजा, टायफायड, निमोनिया आदि के उपचार में किया जाता है।
मेनू बार क्या है | मेन्यू बार की परिभाषा किसे कहते है ? मेनू बार इन ंस एक्सेल मीनिंग इन हिंदी menu bar in computer in hindi
menu bar in computer in hindi मेनू बार क्या है | मेन्यू बार की परिभाषा किसे कहते है ? मेनू बार इन ंस एक्सेल मीनिंग इन हिंदी ?
स्टार्ट मेन्यू
टास्कबार के स्टार्ट बटन पर क्लिक करने पर एक मेन्यू खुलता है जिसे स्टार्ट मेन्यू कहते हैं। इस मेन्यू में कई ऑप्सन आते हैं। कुछ ऑप्सन के साथ छोटा सा तीर का निशान रहता है जो किसी और मेन्यू को दर्शाता है या उस निशान पर माउस के प्वाइंटर ले जाने पर एक और मेन्यू खुल जाता है। स्टार्ट मेन्यू में निम्नलिखित ऑप्सन होते हैं।
1. प्रोग्राम: यह कम्प्यूटर में इंस्टाल्ड प्रोग्रामों की सूची है।
2. फेवरिट: यह बुक माड वेब पेज का सूची है।
3. डाक्यूमेंट: सबसे वर्तमान में उपयोग किये गये दस्तावेजों की सूची है।
4. सेटिंग्स: सिस्टम अनुप्रयोग जैसे- कंट्रोलपैनल, प्रिन्टर, टास्कबार और स्टार्ट मेन्यू तथा नेटवर्क कनेक्शन इत्यादि की सूची है। कंट्रोल पैनल के द्वारा किसी भी हार्डवेयर या सॉफ्टवेयर के सेटिंग्स में परिवर्तन कर सकते हैं।
5. सर्च: किसी विशेष फाइल या फोल्डर्स को ढूँढ़ने के लिए।
6. हेल्प: प्रोग्राम संबंधी कोई भी सहायता प्राप्त करने के लिए।
7. रन: किसी प्रोग्राम को रन करने के लिए या किसी फाइल, फोल्डर या दस्तावेज को खोलने के लिए।
8. लॉग ऑफ: पासवर्ड प्रोटेक्ट एक उपयोगकर्ता को लॉग ऑफ करने तथा दूसर उपयोगकर्ता को लॉग ऑन करने की अनुमति देता है।
9. टर्न ऑफ या शट डाउन: सिस्टम को बंद करता है या तमेजंतज करता है।
टाइटल बार
कोई भी प्रोग्राम या अनुप्रयोग विंडो के अन्दर रन करता है। हर विंडो में सबसे ऊपर एक पतला पट्टी जैसा बॉक्स होता है जिसके बायें तरफ प्रोग्राम, या फाइल या फोल्डर, जो भी खुला रहता है उसका नाम लिखा होता है इस बॉक्स के दाहिने तरफ तीन छोटे-छोटे बटन होते हैं। इन तीनों में सबसे बायाँ बटन को Minimçe बटन कहते हैं। विंडो को मिनीमाइज करने पर इसे स्क्रीन सेे हटा देता है परन्तु प्रोग्राम रन करता रहता है। Minimçe विंडो टास्क बार में विकल्पों का परिचय एक बटन के रूप में उपस्थित रहता है। टास्कबार में उठा हुआ (Raised Button) बटन डपदपउप्रमक या निष्क्रिय विंडो दर्शाता है तथा दबा हआ बटन खुला या सक्रिय विंडो दर्शाता है। यदि विकल्पों का परिचय यूजर प्रोग्राम को तुरंत उपयोग नहीं कर रहा है परन्तु जल्द ही से उपयोग करने वाला है उस स्थिति में डपदपउप्रम बटन सहायक होता है। डपदपउप्रमक विंदो को फिर से सक्रिय करने के लिए टास्क बार में उस बटन पर सिर्फ एक क्लिक करना होता है। टाइटल बार के दायें बटनों में से बीच वाला बटन में एक या दो छोटे-छोटे वर्ग अर्थात या बने होते हैं। जिसे डंगपउप्रम या त्मेप्रम बटन कहते हैं। यह बटन यूजर को विंडो को पूर्ण स्क्रीन (Full Screen) या छोटा स्क्रीन (Small screen) करने की सुविधा देता है।
टाइटल बार विकल्पों का परिचय के सबसे दायाँ बटन ग है, जिसे क्लोज बटन कहते हैं। इस बटन को क्लिक कर विंडो को बंद किया जाता है।
स्क्रॉल बार
विंडो के वर्क एरिया में फाइल या फोल्डर की सूची, टाइपिंग, ड्राइंग या दूसरे कार्यों को स्क्राल बार की सहायता से पुर्णतः देख सकते हैं। इस विंडो के दाहिने तरफ उर्ध्वाधर तथा नीचे तरफ क्षैतिज स्क्रॉल बार दिखता है। जब विंडो में सूचनाओं का आकार विंडो के आकार से बड़ा होता है तब स्क्रॉल बार प्रदर्शित होता है। स्क्रॉल बार को खिसका कर सूचनाओं को ऊपर-नीचे तथा दायें-बायें कर देखा जा सकता है।
मेन्यू बार
विडोज ऑपरेटिंग सिस्टम में हर विंडो का अपना मेन्यू होता है। टाइटल बार के तुरंत नीचे मन्यू बार होता है। इस मेन्यू बार के विकल्प हर प्रोग्राम के अनुसार बदलते रहते हैं।
मेन्यू बार के कुछ मुख्य विकल्प निम्नलिखित हैं-
1. फाइल: इस मेन्यू के अन्तर्गत न्यू, ओपेन, सेभ, क्लोज तथा प्रिंट इत्यादि विकल्प हैं।
2. इडिट: इस मेन्यू के अन्तर्गत अनडू, कट, कॉपी, पेस्ट तथा क्लियर इत्यादि विकल्प हैं।
3. व्यू: इस मेन्यू के अन्तर्गत नार्मल, प्रिन्ट लेआउट, नाना हडर-फुटर इत्यादि विकल्प हैं।
4. हेल्प: इस मेंन्यू के अन्तर्गत सहायक जानकारी या उपयोगो ट्यूटोरियल होते हैं।
मेन्यू के प्रकार
सामान्यतः मेन्यू दो प्रकार के होते हैं-
1. Pull/äop Down Menu : किसी विषय को क्लिक करने पर यह मेन्यू उसके नीचे खुलता है।
2. Pull/up Menu : किसी विषय पर क्लिक करने पर यह मेन्यू उसके ऊपर खुलता है।
किसी भी मेन्यू पर माउस द्वारा क्लिक कर या ।सजज्ञमल के साथ विकल्प का रेखांकित अक्षर दबाने पर उस मेन्यू को खोला जा सकता है। मेन्यू में प्रयुक्त कुछ संकेत निम्नलिखित है-
(i) त्रिभुज मेन्यू के विकल्प के सामने छोटा सा त्रिभुज बना होता है जो बजार इस विकल्प के अन्तर्गत सब मेन्यू है।
मन्य उसके ऊपर खुलता है।
(ii) (…) इलिप्सिस: यह किसी-किसी विकल्प के साथ रहता है जो बताता है कि इस विकल्प पर क्लिक करने पर एक डायलॉग बॉक्स आयेगा जिसमें सूचनाओं को भरना या चुनना होगा।
(iii) (.) डॉट: यह विकल्प के बायीं ओर रहता है जो यह दर्शाता है कि उपलब्ध विकल्पों में से केवल एक को ही चुना जा सकता है।
(iv) () चेक मार्क: जो सक्रिय विकल्प हैं उसके आगे यह मार्क लगा होता है।
(v) ग्रे विकल्प : किसी विकल्प का हल्का या ग्रे रंग यह बताता है कि वह विकल्प सक्रिय नहीं है।
स्टूडेंट्स के लिए वोकेशनल और कैरियर मार्गदर्शन के लाभ
कैरियर का चयन 10 वीं कक्षा को पूरा करने के तुरंत बाद छात्रों के लिए एक गंभीर चिंता का विषय होता है, जब किसी को 11 वीं कक्षा के लिए विषयों का विकल्प चुनना पड़ता है. अभी भी बहुत कम उम्र में, हम में से बहुत कम जानते हैं कि हमारे लिए क्या अच्छा है और कौन से क्षेत्र में जाना सबसे अच्छा है. हम में से ज्यादातर, 12 वीं कक्षा तक कैरियर चुनना गंभीर मामला नहीं है. हालांकि, एक बार छात्र 12 वीं कर लेता है, तो फिर वह सोचता है - ''क्या मैंने कक्षा एकवीं कक्षा में विषयों का सही चुनाव किया?'' मैं स्कूल के बाद हमेशा इस क्षेत्र में जाना चाहता था. लेकिन कोई भी कक्षा में इसके लिए आवश्यक विषयों के बारे में मुझे निर्देशित नहीं करता XIth और XIIth इसलिए, स्कूल को पूरा करने के बाद एक बहुत विकल्पों का परिचय उदास और निराश महसूस करता है कि उसकी रूचि एक क्षेत्र में होती है. लेकिन बी-फील्ड कर रहे 2 साल के स्कूलों को बर्बाद किया जाता है, यह पूरी तरह से अध्ययन का एक अलग पाठ्यक्रम है.
निकाय चुनावः मतदाता पहचान पत्र और आधार कार्ड नहीं है तो विकल्पों का परिचय भी डाल सकते हैं वोट, जानिये कैसे
अगर आपके पास मतदाता पहचान पत्र और आधार कार्ड नहीं है तो भी आप नगर निकाय चुनाव में मतदान कर सकते हैं। राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से मतदान करने के लिए परिचय पत्र या पहचान पत्र के 16 विकल्प दिए गए हैं। इनमें से किसी एक को मतदान स्थल पर सक्षम अधिकारी के समक्ष दिखाकर मतदान किया जा सकता है।
वोट देने के लिए इनका कर सकते हैं इस्तेमाल
मतदाता फोटो पहचान पत्र, आधार कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, राज्य, केंद्र सरकार, सार्वजनिक उपक्रम, स्थानीय निकायों एवं पब्लिक लिमिटेड कंपनियों द्वारा कर्मचारियों को जारी किए जाने वाले फोटो परिचय पत्र, बैंक, डाकघर द्वारा जारी फोटोयुक्त पहचान पत्र, फोटोयुक्त संपत्ति संबंधी मूल अभिलेख, फोटोयुक्त स्वतंत्रता सेनानी पहचान पत्र, फोटोयुक्त शस्त्र लाइसेंस, शारीरिक रूप से अशक्त होने का प्रमाण पत्र, श्रम मंत्रालय की ओर से जारी स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड, राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर, सांसद, विधायक एवं एमएलसी को जारी सरकारी पहचान पत्र, राशन कार्ड आदि।
वाराणसी नगर निगम में 1820 ईवीएम का होगा इस्तेमाल
नगर निगम में ईवीएम से मतदान होगा जबकि गंगापुर नगर पंचायत और रामनगर नगर पालिका में बैलेट पेपर के जरिए मतदान होगा। नगर निगम के 910 बूथों पर 1820 ईवीएम का इस्तेमाल होना है।
पिछले विधानसभा और लोकसभा चुनाव में विकल्पों का परिचय ईवीएम का ऑनलाइन रैंडमाइजेशन नहीं किया गया था। ऑनलाइन रैंडमाइजेशन से तय होगा कि कौन सी ईवीएम किस बूथ पर लगेगी।
नगर निकाय चुनाव के दूसरे चरण का मतदान रविवार यानी 26 नवंबर को होगा। रविवार को पूर्वांचल के वाराणसी, बलिया और भदोही में भी वोट डाले जाएंगे।
एन.एस.एस आदर्श वाक्य
राष्ट्रीय सेवा योजना का आदर्श वाक्य है “मैं नहीं, लेकिन तुम”।
सभी युवा स्वयंसेवक जो एनएसएस के नेतृत्व वाली सामुदायिक सेवा के माध्यम से देश की सेवा करने का विकल्प चुनते हैं, एनएसएस बैज को गर्व और जरूरतमंदों की मदद करने के लिए जिम्मेदारी की भावना के साथ पहनते हैं। NSS बैज में कोणार्क व्हील 8 बार होता है, जो दिन के 24 घंटों का संकेत देता है, पहनने वाले को राष्ट्र की सेवा के लिए तैयार रहने विकल्पों का परिचय की याद दिलाता है, यानी 24 घंटे। बैज में लाल रंग एनएसएस स्वयंसेवकों द्वारा प्रदर्शित ऊर्जा और भावना को दर्शाता है। नीला रंग उस ब्रह्मांड को दर्शाता है, जिसमें एनएसएस एक छोटा सा हिस्सा है, जो मानव जाति के कल्याण के लिए अपना योगदान देने के लिए तैयार है।