भारत में क्रिप्टो करेंसी पर ट्रेडिंग के लिए कौन

5 Best Cryptocurrency Apps in India in Hindi | Crypto App in Hindi 2022 (क्रिप्टो करेंसी एप्प इंडिया)
5 Best Cryptocurrency Apps in India in Hindi :
दोस्तों भारत में क्रिप्टोकुरेंसी की स्थिति अनिश्चित है क्योंकि भारत सरकार अभी तक क्रिप्टो पर कोई कोई बड़ी अपडेट नहीं दिया है लेकिन क्रिप्टो करेंसी को लेकर काफी विचार विमर्श चल रहा है इसी चिंताओं के कारण क्रिप्टो को विनियमित करने की प्रक्रिया में है, हालाँकि क्रिप्टो एक्सचेंज और ऐप अभी भी भारत में उपयोग के लिए उपलब्ध हैं.
लगभग सभी क्रिप्टो एक्सचेंजों में मोबाइल एप्लिकेशन होते हैं जिनका उपयोग निवेशक अपने खातों की जांच करने, कीमतों को देखने, व्यापार करने, क्रिप्टो भेजने और बहुत कुछ करने के लिए कर सकते हैं और भारत में 10 करोड़ से भी ज्यादा निवेशक क्रिप्टो में इन्वेस्ट करते है लेकिन भारत के अलावा अन्य देशो में भी क्रिप्टो करेंसी का इस्तेमाल बहुत ज्यादा किया जाता है
हर एक एप्लीकेशन का इंटरफ़ेस थोडा अलग होता है लेकिन उतना ही सरल होता है आप किसी भी एप्प को आसानी से इस्तेमाल कर सकते है हमने उन सर्वोत्तम ऐप्स की तुलना की है जिनका उपयोग भारतीय अपने दैनिक क्रिप्टो कार्यों के लिए कर सकते हैं |
दोस्तों नीचे दी गई सूची में सबसे अच्छे ऐप विकल्प शामिल हैं जिनकी हमने तुलना और समीक्षा की है –
1 ) Zebpay App
2 ) Wazirx App
3 ) Coinswitch Kuber App
4 ) Binance App
5 ) Nnocoin App
1 ) Zebpay App :
- ZebPay भारत में एक लोकप्रिय क्रिप्टो एक्सचेंज और ऐप है
- ZebPay एक स्वच्छ इंटरफ़ेस प्रदान करता है
- यह एप्प उन्नत ट्रेडिंग सुविधाएँ प्रदान करता है
- इसमें उपयोगकर्ता बिटकॉइन लाइटनिंग नेटवर्क पर भुगतान कर सकते हैं
- उपयोगकर्ता इस एप्प में ट्रेडिंग अलर्ट, ट्रेड सेट कर सकते हैं और कम फिसलन के साथ क्रिप्टो की एक श्रृंखला खरीद सकते हैं
- ZebPay ने वर्ष 2014 से क्रिप्टोक्यूरेंसी के कारोबार में, ZebPay ने 3 मिलियन से अधिक उपयोगकर्ताओं और 2 बिलियन डॉलर के कानूनी लेनदेन के साथ बुलंदियों को हासिल किया है
2 ) Wazirx App :
- Wazirx भारत में एक बहुत ही लोकप्रिय क्रिप्टो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म और ऐप है.
- Wazirx ऐप का उपयोग करना आसान है और इसमें वे सभी सुविधाएँ हैं जिनकी आपको व्यापार करने, संपत्ति देखने और क्रिप्टो भेजने या खरीदने की आवश्यकता होती है|
- Wazirx के पास Android, Google Play, iOS, Windows और Mac के लिए WazirX एप्लिकेशन हैं
- Wazirx एप्प को तेज़ लेन-देन गति और एक बेहतरीन उपयोगकर्ता अनुभव के साथ एक भारतीय-केंद्रित ऐप होने पर गर्व है।
- बतादे की Binance अब कंपनी का मालिक है इसलिए यह Binance से WazirX को संपत्ति हस्तांतरित करने के लिए स्वतंत्र है
3 ) coinswitch kuber App :
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भारत में क्रिप्टो करेंसी पर ट्रेडिंग के लिए कौन
- CoinSwitch Kuber की स्थापना Amazon, Microsoft और Zynga की एक टीम द्वारा की गई है
- CoinSwitch Kuber खुदरा निवेशकों के लिए भारतीय बाजार के लिए विशेष रूप से एक ऐप-आधारित क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज प्लेटफॉर्म है
- वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए, CoinSwitch Kuber ने $8 मिलियन के मुनाफे की सूचना दी थी
- मोबाइल एप्लिकेशन के रूप में उपलब्ध, यह बिटकॉइन, एथेरियम, लिटकोइन, रिपल, डैश और अन्य भारतीय रुपये का उपयोग करके 100+ क्रिप्टोकरेंसी में व्यापार का समर्थन करती है
- यह क्रिप्टो एक्सचेंज आपको सिर्फ 100 रुपये से ट्रेडिंग शुरू करने की सुविधा देता है|
4 ) binance App :
- दोस्तों ट्रेडिंग वॉल्यूम के हिसाब से Binance दुनिया का सबसे बड़ा क्रिप्टो एक्सचेंज एप्प है
- Binance एक बेहतर यूजर इंटरफेस के साथ एक मोबाइल ऐप है
- Binance india app में कई तरह की विशेषताएं हैं जो भारतीय उपयोगकर्ताओं के लिए डिजिटल मुद्राओं को रुपये या अन्य भुगतान विधियों जैसे यूपीआई या पेटीएम से खरीदना आसान बनाती हैं
- Binance के पास Binance Academy ऐप भी है.
- Binance में उपयोगकर्ता ब्लॉकचेन और क्रिप्टोकरेंसी के बारे में अधिक जान सकते हैं
- Binance india app के साथ उपयोगकर्ताओं को उनकी होल्डिंग्स के बारे में सूचित किया जाएगा और वे अपने क्रिप्टो वॉलेट, ट्रेडिंग चार्ट और खुले ट्रेडों पर नजर रखने में सक्षम होंगे|
5 ) Unocoin App :
- Unocoin 2013 से भारतीय क्रिप्टो निवेशकों की सेवा कर रहा है
- Unocoin एप्प उपयोगकर्ताओं के लिए बड़ी संख्या में डिजिटल मुद्राओं का व्यापार करना आसान बनाता है
- Unocoin ऐप में शानदार लाभ हैं जो उपयोगकर्ताओं को auto purchase, INR फिएट के साथ खरीदारी करने और आसानी से फंड देखने और भेजने में सक्षम बनाता है.
FAQ : Cryptocurrency Apps In India In Hindi
Q : बिटकॉइन खरीदने के लिए सबसे अच्छा ऐप कौन सा है?
Ans : बिटकॉइन खरीदने के लिए सबसे अच्छा ऐप भारतीय बाजार में WazirX, Unocoin, CoinDCX, Zebpay, CoinSwitch Kuber और Bitbns जैसे बेस्ट क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज ऐप मौजूद हैं, इनके जरिए आप क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेडिंग कर सकते हैं।
Q : सबसे सस्ती क्रिप्टो करेंसी कौन सी है?
Ans : सबसे सस्ती क्रिप्टोकरंसी Shiba Coin है जिसकी कीमत INR ₹0.002390 के आसपास है|
Q : क्या भारत में क्रिप्टोकरंसी बंद हो सकती है?
Ans : इस सवाल पर अभी अटकले है अभी क्रिप्टो को लेकर भारत सरकार ने कोई बिल नहीं लाया है अभी ये कहना थोडा मुस्किल होगा की क्रिप्टो भारत में बंद होगा या लागु होगा |
क्रिप्टो करेंसी पर टैक्स से सरकार को होंगे कई फायदे, जानिए CBDT के चेयरमैन ने कही ये बात
क्रिप्टोकरेंसी से होने वाली कमाई पर 30 फीसदी टैक्स लगाने के बाद साफ हो गया है कि, क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग से जुड़े कानून भी जल्द ही तैयार किए जा सकते है। ऐसे में जिन लोगों के पास बड़ी संख्यार में क्रिप्टोकरेंसी थी उन्हें अब इसके बैन नहीं होने से राहत मिलेगी।
क्रिप्टो करेंसी से होने वाली कमाई पर 30 फीसदी टैक्स देना होगा।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आम बजट में ऐलान कर दिया कि, क्रिप्टो करेंसी से होने वाली कमाई पर 30 फीसदी टैक्स देना होगा। वहीं जानकारों का कहना है कि, देश में अभी तक 2 लाख से ज्यादा लोगों ने क्रिप्टो करेंसी में निवेश किया हुआ है। लेकिन अभी तक इसका कोई आधिकारिक आंकड़ा मौजूद नहीं है। ऐसे में सरकार के पास क्रिप्टो करेंसी में किए गए कुल निवेश की भी सटीक जानकारी नहीं है। इसीलिए सरकार ने आम बजट में क्रिप्टो करेंसी पर टैक्स लगाने का निर्णय किया है।
क्रिप्टोकरेंसी के बिजनेस में आएगी पारदर्शिता – अभी तक उम्मीद की जा रही थी सरकार क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लगा सकती है। लेकिन एक बड़े वर्ग को उम्मीद थी कि, सरकार इससे जुड़े नियम और कानून लागू कर सकती है। लेकिन क्रिप्टोकरेंसी से होने वाली कमाई पर 30 फीसदी टैक्स लगाने के बाद साफ हो गया है कि, क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग से जुड़े कानून भी जल्द ही तैयार किए जा सकते है। ऐसे में जिन लोगों के पास बड़ी संख्यार में क्रिप्टोकरेंसी थी उन्हें अब इसके बैन नहीं होने से राहत मिलेगी।
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड के चेयरमैन ने कही ये बात – केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) चेयरमैन जे बी महापात्र ने कहा है कि बजट में क्रिप्टो करेंसी या ऑनलाइन डिजिटल संपत्तियों को कर के दायरे में लाने की घोषणा आयकर विभाग के लिये देश में इस मुद्रा के कारोबार की ‘गहराई’ का पता लगाने, निवेशकों तथा उनके निवेश की प्रकृति को जानने में मददगार होगी। उन्होंने यह भी कहा कि इस कदम का मतलब यह नहीं है कि क्रिप्टो करेंसी में लेनदेन वैध हो जाएगा। महापात्र ने कहा कि कर अधिकारियों के लिये इस क्षेत्र में प्रवेश का यह सही समय है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को संवाददाताओं से कहा कि क्रिप्टो करेंसी को लेकर सरकार विभिन्न पक्षों के साथ विचार-विमर्श कर रही है और उससे निकलने वाले निष्कर्ष के आधार पर राष्ट्रीय नीति और नियमन तैयार किये जाएंगे।
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वित्त मंत्री ने 2022-23 के बजट में क्रिप्टोकरेंसी और अन्य डिजिटल संपत्तियों पर कराधान को स्पष्ट किया। उन्होंने ऐसी संपत्तियों में लेन-देन पर होने वाली आय को लेकर 30 प्रतिशत कर लगाने का प्रस्ताव किया। साथ ही एक सीमा से अधिक के लेन-देन पर एक प्रतिशत टीडीएस (स्रोत पर कर कटौती) लगाने का भी प्रस्ताव किया। महापात्र ने कहा, ‘‘विभाग किसी भी लेनदेन की वैधता पर निर्णय नहीं लेता है। आयकर विभाग और आयकर अधिनियम केवल यह देखता है कि आपने जो लेन-देन किये हैं, क्या उससे आय सृजित हुई है या नहीं। हम इसके लिये नहीं हैं कि आय वैध है या नहीं, बल्कि हमारा काम आय पर कर लगाने का है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यही कारण है कि मैं कहूंगा कि नये कानून के तहत क्रिप्टोकरेंसी पर कर लगाना कोई इसे वैध नहीं बनाता…।’’ महापात्र ने कहा कि क्रिप्टो करेंसी में कारोबार या डिजिटल संपत्तियों में कारोबार केवल इसलिए वैध नहीं हो जाता कि आपने उस पर कर दिया है।
सीबीडीटी प्रमुख ने कहा, ‘‘क्रिप्टोकरेंसी के लिये राष्ट्रीय स्तर पर नीति निर्माण का काम जारी है। आयकर विभाग इस क्षेत्र में ऐसे समय प्रवेश कर रहा है जब नीति पर काम जारी है। अत: मैं कहूंगा कि विभाग के लिये इस बाजार में प्रवेश का सही समय है।’’ महापात्र ने कहा कि जब कोई इकाई डिजिटल व्यापार पर किसी लाभ या अधिशेष की घोषणा करती है, तो उन्हें यह भी बताना होता है कि उनके पास निवेश के लिए पैसा कहां से आया है और यदि निवेश उचित और न्यायोचित है, तो अधिशेष पर कर लगाया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘कराधान व्यवस्था से हमें यह जानने में भी मदद मिलेगी कि क्या निवेश गलत तरीके से किया गया है या अवैध है। अगर वह बेहिसाब आय डाल रहा है या यह किसी और की ‘बेनामी’ संपत्ति है, तो उसके बाद आगे की कार्रवाई होगी।’’ महापात्र ने कहा कि इसीलिए हम न केवल अधिशेष को देख रहे हैं बल्कि हम संबंधित इकाई द्वारा किये जा रहे निवेश की प्रकृति को भी देख रहे हैं।
ऑनलाइन डिजिटल मुद्रा भुगतान पर देना होगा TDS – बजट में एक साल में 10,000 रुपये से अधिक ऑनलाइन डिजिटल मुद्रा भुगतान पर एक प्रतिशत टीडीएस लगाने का भी प्रस्ताव है। साथ ही इस प्रकार की संपत्ति उपहार देने पर भी काराधान का प्रस्ताव किया गया है। टीडीएस के लिये सीमा निर्धारित व्यक्तियों के लिये 50,000 रुपये सालाना होगी। इसमें व्यक्ति/हिंदू अविभाजित परिवार शामिल हैं। उन्हें आयकर कानून के तहत अपने खातों का ऑडिट कराने की जरूरत होगी। साथ ही इसमें किसी प्रकार के व्यय या भत्ते को लेकर कटौती का कोई प्रावधान नहीं है। देश में क्रिप्टो अर्थव्यवस्था के मौजूदा अनुमान के बारे में पूछे जाने पर सीबीडीटी प्रमुख ने कहा कि वह सही आंकड़ों के अभाव में कोई अनुमान देने की स्थिति में नहीं हैं।
भारत में क्रिप्टो करेंसी पर ट्रेडिंग के लिए कौन
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क्रिप्टोकरेंसी: कहीं बैन तो कहीं बनी लीगल टेंडर…क्या चीन की राह पर है भारत!
बिजनेस डेस्कः क्रिप्टो करेंसी को लेकर मोदी सरकार एक्शन के मूड में है। संसद के आगामी शीतकालीन सत्र में इसे लेकर सरकार बिल लेकर आ रही है। जिसमें प्राइवेट क्रिप्टो करेंसी पर बैन लगाने से लेकर इसके लिए नियम भी बनाए जा सकते हैं। इस विधेयक का नाम ‘द क्रिप्टोकरेंसी एंड रेगुलेशन ऑफ ऑफिशियल डिजिटल करेंसी बिल, 2021’ है। देश में बड़ी संख्या में लोगों ने बिटकॉइन जैसी कई क्रिप्टो करंसी में बड़ी मात्रा में निवेश किया हुआ है। मोदी सरकार के ताजा फैसले का असर क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने वाले लाखों लोगों पर पड़ सकता है। हालांकि यह मांग भी है कि अंतर्निहित तकनीक और इसके उपयोगों को बढ़ावा देने के लिए कुछ अपवादों को अनुमति दी जाए।
आखिर क्या है क्रिप्टो
क्रिप्टोकरेंसी यानी डिजिटल या वर्चुअल करेंसी है। इसे आप देख या छू नहीं सकते। लेकिन इसे ऑनलाइन वॉलेट में जमा कर सकते हैं, डिजिटल कॉइन के रूप में। इसे एक डिजिटल कैश प्रणाली कह सकते हैं, जो कम्प्यूटर एल्गोरिदम पर बेस्ड है। क्रिप्टोकरेंसी पर किसी भी देश या सरकार का कोई नियंत्रण नहीं है। क्रिप्टोकरेंसी किसी एक देश की सीमा या नागरिकों तक सीमित नहीं है बल्कि यह अलग-अलग देशों और नागरिकों से ताल्लुक रखती है।
चीन पहले ही कर चुका है बैन
चीन का सेंट्रल बैंक क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ी सभी ट्रांजेक्शन को अवैध करार दे चुका है। साथ ही क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग के खिलाफ कार्रवाई करने की बात भी कह चुका है। उसने ये भी कहा है कि वह घरेलू निवेशकों को सेवा देने वाले विदेशी एक्सचेंजों पर पाबंदी लगाएगा। चीन में ऐसी कई कंपनियां हैं, जिन्होंने पिछले कई सालों में क्रिप्टो पर बड़ा दांव लगाया है, विशेष रूप से टेक इंडस्ट्री की कंपनियां। अब अगर भारत की बात करें तो भारत में भी कई निवेशकों का पैसा क्रिप्टोकरेंसी में लगा है। ऐसे में अगर भारत में इन पर बैन लगा तो कई निवेशकों की सांस हलक में अटक जाएगी।
इन देशों में भी क्रिप्टो पर है प्रतिबंध
चीन के अलावा कुछ अन्य देश भी हैं, जिनमें क्रिप्टोकरेंसी या क्रिप्टोकरेंसी पेमेंट्स पर प्रतिबंध है। इनमें नाइजीरिया, टर्की, बोलिविया, एक्वाडोर, अल्जीरिया कतर, बांग्लादेश, इंडोनेशिया, वियतनाम के नाम प्रमुख हैं। मिस्त्र में शरिया कानून के तहत क्रिप्टोकरेंसी को हराम मान गया है, हालांकि यह प्रत्यक्ष तौर पर प्रतिबंधित नहीं है।
अल सल्वाडोर में लीगल टेंडर बन चुका है बिटकॉइन
एक ओर जहां कई देश क्रिप्टोकरेंसी को लेकर अभी फैसला नहीं कर पा रहे हैं, वहीं मध्य अमेरिकी देश अल भारत में क्रिप्टो करेंसी पर ट्रेडिंग के लिए कौन सल्वाडोर ने सितंबर माह में क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन को कानूनी रूप से स्वीकार कर लिया था। अल सल्वाडोर में अब वित्तीय लेनदेन के लिए बिटकॉइन का भी इस्तेमाल हो सकेगा यानी बिटकॉइन वहां पर लीगल टेंडर बन चुका है। ऐसा करने वाला अल सल्वाडोर दुनिया का पहला देश है।
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क्रिप्टोकरेंसी क्या है और कैसे काम करती है (What is Cryptocurrency and How it Works ?)
आसान भाषा में कहें तो क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) एक डिजिटल कैश (Digital Money) प्रणाली है क्रिप्टोकरेंसी का मुख्य कार्य होता हैं एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर में पैसे ट्रांसफर करना, और यह कार्य किया जाता हैं, ब्लॉकचैन के माध्यम से.
ब्लॉकचैन डिस्ट्रिब्यूटेड लेजर टेक्नोलॉजी ( DLT ) का उपयोग करती हैं ताकि सिस्टम से तीसरे पक्ष को हटाया जा सकें. इसका मतलब यह है कि जिस तरह से जब हम किसी के साथ लेनदेन करते हैं तो बीच में कुछ न कुछ तृतीय पक्ष होती हैं जो इस लेनदेन को पूरा करने में सहायक होती हैं लेकिन इसमें ऐसा नहीं होता भारत में क्रिप्टो करेंसी पर ट्रेडिंग के लिए कौन हैं. क्रिप्टोकरेंसी के लेनदेन में जिस टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जाता हैं, यह टेक्नोलॉजी को ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी कहा जाता है. दरअसल ब्लॉकचैन हर लेनदेन का एक डेटाबेस हैं इसमें जो लेनदेन किये जाते हैं उसकी जानकारी ब्लॉक के रूप में होती हैं और फिर ये ब्लॉक्स एक – एक करके डेटाबेस के साथ जुड़कर एक लंबी श्रंखला बना देते हैं. यही ब्लॉकचैन होती हैं.
क्रिप्टोकरेंसी के पास एक सेंट्रल कंप्यूटर या सर्वर नहीं है, उन्हें आमतौर पर हजारों कंप्यूटर्स के नेटवर्क पर वितरित किया जाता है. एक बिना सेंट्रल सर्वर नेटवर्क को डीसेंट्रलाइज्ड नेटवर्क्स कहा जाता है.
क्रिप्टो करेंसी कौन कौन से हैं?
क्रिप्टो करेंसी की लिस्ट में सबसे पहला नंबर पर बिटकॉइन ( Bitcoin ) का आता है नीचे दिए गए कुछ नाम है जो बिटकॉइन के सफलता के बाद चर्चा में आए है
इथीरियम ( Ethereum ) , डॉगकॉइन ( Dogecoin ), रिप्पल (Ripple)
Mining:
क्रिप्टोक्यूरेंसी नेटवर्क में, खनन ( Mining ) लेनदेन का सत्यापन है। इस प्रयास के लिए, सफल खनिक पुरस्कार के रूप में नई क्रिप्टोकरेंसी प्राप्त करते हैं।
Wallets:
एक क्रिप्टोक्यूरेंसी वॉलेट सार्वजनिक और निजी “कुंजी” ( key, पता) या बीज को संग्रहीत करता है जिसका उपयोग क्रिप्टोक्यूरेंसी प्राप्त करने या खर्च करने के लिए किया जा सकता है। निजी कुंजी के साथ, सार्वजनिक खाता बही में लिखना संभव है, प्रभावी रूप से संबंधित क्रिप्टोक्यूरेंसी खर्च करना। सार्वजनिक कुंजी के साथ, दूसरों के लिए वॉलेट में मुद्रा भेजना संभव है।
अगर आप भारत में रहकर बिटकॉइन खरीदना चाहते है तो नीचे दिए गए नाम आपको इसमें मदद करेंगे :-
भारत में बिटकॉइन खरीदने के लिए 7 सर्वश्रेष्ठ ऐप:-
बिटकॉइन के आविष्कारक कौन है इसके बारे में कोई नहीं जानता है, बिटकॉइन का निर्माता अभी भी अज्ञात बना हुआ है। बिटकॉइन का उपयोग करके खरीदा गया पहला सामान पिज्जा था|
Cryptocurrency दो शब्दों से मिलकर बना शब्द है. Crypto जोकि लैटिन भाषा का शब्द है जो cryptography से बना है और जिसका मतलब होता है, छुपा हुआ/हुई. जबकि Currency भी लैटिन के currentia से आया है, जो कि रुपये-पैसे के लिए इस्तेमाल होता है