आय के कई स्रोतों के प्रकार

विदेशी पूंजी के बिना विकासशील देशों के लिए हरित ऊर्जा की ओर कदम बढ़ाना मुश्किल होगा। यह पूंजी भी सुगमता और रियायत के साथ उपलब्ध करानी होगी। जलवायु वित्तपोषण के लिए सीमित विकसित देशों ने 2020 से हर साल गरीब देशों को 100 अरब डालर उपलब्ध कराने पर सहमति जताई थी, लेकिन जलवायु वित्तपोषण पर स्वतंत्र विशेषज्ञ समूह के अनुसार 2020 में भी 100 अरब डालर की वार्षिक प्रतिबद्धता का यह लक्ष्य पूरा नहीं हो पाया। विकसित देशों ने फिर से वादा किया कि कम विकसित देशों को आय के कई स्रोतों के प्रकार 2020 से सालाना 100 अरब डालर उपलब्ध कराए जाएंगे। ठीक उसी समय संयुक्त राष्ट्र ने बताया कि इस दिशा में कहीं अधिक राशि की आवश्यकता है। जलवायु परिवर्तन पर गठित संयुक्त राष्ट्र अंतरसरकारी पैनल के अनुसार यदि तापमान वृद्धि को 1.5 डिग्री सेल्सियस पर सीमित करना है तो हर साल 1.6 से 3.8 ट्रिलियन (लाख करोड़) डालर की आवश्यकता होगी। यह पूरी तरह विकसित दुनिया के उसी दस्तूर की भांति है, जिसमें वह किसी बात का वादा तो करता है, लेकिन उस पर खरा नहीं उतरता। हाल के दौर में उसका यह रुख-रवैया उजागर होता रहा है।
जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ता पश्चिम, जलवायु परिवर्तन की चुनौती से निपटने का वादा पूरा नहीं कर सके विकसित देश
पश्चिमी देश चाहते हैं कि विकासशील देश जलवायु परिवर्तन को रोकने का बीड़ा उठाते हुए कार्बन उत्सर्जन में तेजी से कटौती करें। जबकि वह कार्बन डाई आक्साइड और आर्थिक वृद्धि में मजबूत अंतर्संबंध को अनदेखा कर रहा है।
विवेक देवराय/आदित्य सिन्हा: मिस्र के शर्म अल-शेख में जलवायु सम्मेलन-सीओपी 27 संपन्न हो गया, लेकिन जलवायु परिवर्तन का मुद्दा ऐसा हो गया है जो हमेशा चर्चा में रहने लगा है। विकसित देश इसके लिए अक्सर विकासशील देशों को आड़े आय के कई स्रोतों के प्रकार हाथों लेते हैं कि वे जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को रोकने के लिए पर्याप्त प्रयास नहीं कर रहे। उच्च कार्बन उत्सर्जन को लेकर खासतौर से भारत और चीन जैसे देश उनके निशाने पर होते हैं। उनका यह रुख-रवैया हमें ‘व्हाइट मैन्स बर्डन’ यानी श्वेत-वर्णीय लोगों पर उस जिम्मेदारी के बोझ वाली श्रेष्ठताबोध की याद दिलाता है, जिसकी जड़ें साम्राज्यवाद और उपनिवेशवाद से जुड़ी हैं। स्पष्ट है कि पश्चिम अपने नैतिक श्रेष्ठता बोध के दंभ से बाहर आने को तैयार नहीं। वह इसे ‘सुझाव’ के रूप में प्रस्तुत करते हुए ग्लोबल साउथ यानी विकासशील देशों को उपदेश देने में लगा है कि मानवता को बचाने के लिए उन्हें क्या करना है। गरीब देशों के लिए कार्बन स्पेस में गुंजाइश न देना और उन्हें उत्सर्जन में कटौती का उपदेश इसी मानसिकता का उदाहरण है।
मिथुन राशि कॅरियर (Mithun Rashi 2023 Career)
यदि कॅरियर की बात करें तो वर्ष 2023 मिथुन राशि के लिए सर्वोत्तम वर्ष सिद्ध हो सकता है। इस वर्ष की पहली तिमाही में उन्हें भारी उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। परन्तु उसके बाद धीरे-धीरे गाड़ी पटरी पर आ जाएगी। पुरानी नौकरी छोड़ कर बेहतर नौकरी ज्वॉइन करने के योग बनेंगे। आय में भी कई गुणा बढ़ोतरी होगी। ऑफिस में कलीग्स और बॉस आप पर भरोसा करेंगे, कोई नया प्रोजेक्ट भी मिल सकता है। आय के कई स्रोतों के प्रकार आय के नए सोर्स बनेंगे और आमदनी कई गुणा बढ़ जाएगी। काम के सिलसिले में विदेश भी जा सकते हैं।
यदि बिजनेस करते हैं तो उसमें भी चहुंमुखी ग्रोथ होगी। अगले वर्ष (2023 Rashifal) के अनुसार अपनी मेहनत और काम के दम पर आप जल्दी ही विरोधियों के बीच भी अपना रूतबा जमा लेंगे। जुलाई के बाद से व्यापार नई ऊंचाईयों पर उड़ान भरेगा। बिजनेस में ग्रोथ होगी और कोई नया ऑफिस भी खोल सकते हैं। बड़ी-बड़ी कंपनियों से आपकी डील होगी जो भविष्य में भी आपके लिए मुनाफा कमाने का जरिया बनेगा।
मिथुन राशि परिवार एवं प्रेम संबंध (Mithun Rashi 2023 Love Life)
जनवरी का समय आपके लिए अत्यधिक चुनौतीपूर्ण रहने वाला है। दाम्पत्य जीवन में दरार आ सकती है। यदि जनवरी से अप्रैल के बीच का समय छोड़ दें तो प्रेम संबंध सामान्य ही रहेंगे। अप्रैल के बाद से हालात सामान्य होने लगेंगे। पति-पत्नी के बीच आई दूरियां मिटने लगेंगी। प्रेम संबंध परिजनों की सहमति से विवाह में बदल सकता है।
पारिवारिक जीवन भी सुखद रहेगा। जुलाई के बाद परिवार के साथ समय बिताएंगे। घर में भी मान-सम्मान बढ़ेगा। माता-पिता के आशीर्वाद से आपके सभी काम अपने आप बनते चले जाएंगे। अप्रैल में गुरु के राशि परिवर्तन करने के बाद पारिवारिक स्थितियों में सुधार होगा। हालांकि जुलाई में थोड़ा सावधान रहने की जरूरत है अन्यथा किसी प्रोपर्टी विवाद के कारण परिवार में मतभेद हो सकते हैं।
मिथुन राशि एवं पढ़ाई (Mithun Rashi 2023 आय के कई स्रोतों के प्रकार Education)
जिन विद्यार्थियों की राशि मिथुन है, उनके लिए मार्च के बाद से समय अच्छा रहेगा। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं का इंटरव्यू में सलेक्शन हो सकता है। जो छात्र आगे पढ़ने के लिए देश से बाहर जाना चाहते हैं, उनके लिए अप्रैल के बाद का समय अनुकूल बन रहा है। देवगुरु बृहस्पति की शुभ दृष्टि के चलते विद्यार्थियों को मनचाही सफलता मिलेगी।
वर्ष की शुरूआत में स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। शनि और मंगल के योग के चलते एक्सीडेंट का योग बन रहा है। वाहन संभलकर चलाएं। राहु-केतु की आय के कई स्रोतों के प्रकार युति के चलते पूरे वर्ष पेट संबंधी बीमारियों से परेशान रहेंगे। बाहर खाने-पीने से बचें अन्यथा स्वास्थ्य हो सकता है। कोई भी समस्या होने पर तुरंत ही डॉक्टरों से संपर्क करें। लापरवाही करने पर पछताना पड़ सकता है।
कुल मिलाकर वर्ष 2023 मिथुन राशि के जातकों के लिए काफी बेहतर रहने वाला है। इस वर्ष उन्हें आगे बढ़ने और तरक्की करने के कई अवसर मिलेंगे। यदि समय रहते चुनौतियों को अवसर में बदल पाते हैं तो ऐसे लोग जीवन में बहुत आगे जाएंगे।
अशुभ ग्रहों का प्रभाव दूर करने के लिए करें ये उपाय (Mithun Rashi Ke Upay)
हालांकि आपके लिए यह वर्ष अच्छा ही रहेगा फिर भी कई ग्रहों की प्रतिकूलता के कारण जीवन में कुछ समस्याएं आ सकती हैं। इसके लिए निम्न उपाय करना उपयुक्त रहेगा।
- प्रतिदिन सुबह का भोजन बनाते समय सबसे पहले गाय के लिए रोटी बनाएं और किसी गाय को खिलाएं।
- प्रतिदिन विष्णु सहस्रनाम, गजेन्द्र मोक्ष स्रोत या श्रीराम रक्षा स्रोत का पाठ करें। इनके पाठ से सभी अशुभ ग्रहों का बुरा असर दूर होगा।
- व्यापार में ग्रोथ और कॅरियर में तरक्की के लिए बुधवार का व्रत करें एवं गणेश जी को मूंग का लड्डू चढ़ाएं।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।
आय के कई स्रोतों के आय के कई स्रोतों के प्रकार प्रकार
आधिकारिक घोषणा
दुबई में 7 दिसंबर को लालीगा असाधारण आम सभा आयोजित करने की मांग के जवाब में, रियल मैड्रिड सी. एफ. ने कहा:
- असाधारण महासभा आयोजित करने का नोटिस पिछले शुक्रवार 25 नवंबर को संयुक्त अरब अमीरात के दुबई, में 7 दिसंबर को "तत्काल मामले के रूप में" आयोजित करने के लिए जारी किया गया था, जिसका उद्देश्य लालीगा के कानूनों और आंतरिक नियमों में कई जरूरी संशोधनों को संबोधित करना था। इस घोषणा में कहा गया कि मीटिंग में उपस्थिति को सुविधाजनक बनाने के लिए लालीगा क्लब के प्रतिनिधियों और उनके साथियों को उचित परिवहन और आवास उपलब्ध कराएगा।
- हमारा मानना है कि मीटिंग गैरकानूनी है, यह देखते हुए कि लालीगा के मुख्यालय से 5,000 किमी से अधिक दूर मीटिंग में हिस्सा लेने के लिए क्लबों को बुलाया जा रहा है।
- उचित चर्चा और सावधानीपूर्वक विश्लेषण के अभाव में लालीगा के आंतरिक नियमों में प्रासंगिक संशोधनों के बिना, इस तरह के कामचलाऊ और तत्काल तरीके से संबोधित करना पूरी तरह से अनुचित है। लालीगा के लिए संयुक्त अरब अमीरात में साल के इस समय इस तरह के आयोजन के लिए 100 से अधिक लोगों को लाने-ले जाने का आर्थिक खर्च करना पूरी तरह से अनुचित और बहुत ही असंगत है, जबकि इसे लालीगा के मुख्यालय में बिना किसी खर्च के आयोजित किया जा सकता है। इसमें बहुत ज्यादा लागत शामिल है। क्लबों को वित्तीय रूप से बहुत मुश्किल समय का सामना करना पड़ रहा है। हाल के वर्षों में आय में भारी गिरावट हुई है और ऐसे समय यह समझ से बाहर है कि अत्यधिक और अनावश्यक खर्च विशेष रूप से वर्तमान आर्थिक माहौल आय के कई स्रोतों के प्रकार में किया जाना चाहिए।
मिथुन राशि एवं पढ़ाई (Mithun Rashi 2023 Education)
जिन विद्यार्थियों की राशि मिथुन है, उनके लिए मार्च के बाद से समय अच्छा रहेगा। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं का इंटरव्यू में सलेक्शन हो सकता है। जो छात्र आगे पढ़ने के लिए देश से बाहर जाना चाहते हैं, उनके लिए अप्रैल के बाद का समय अनुकूल बन रहा है। देवगुरु बृहस्पति की शुभ दृष्टि के चलते विद्यार्थियों को मनचाही सफलता मिलेगी।
वर्ष की शुरूआत में स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। शनि और मंगल के योग के चलते एक्सीडेंट का योग बन रहा है। वाहन संभलकर चलाएं। राहु-केतु की युति के चलते पूरे वर्ष पेट संबंधी बीमारियों आय के कई स्रोतों के प्रकार से परेशान रहेंगे। बाहर खाने-पीने से बचें अन्यथा स्वास्थ्य हो सकता है। कोई भी समस्या होने पर तुरंत ही डॉक्टरों से संपर्क करें। लापरवाही करने पर पछताना पड़ सकता है।
कुल मिलाकर वर्ष 2023 मिथुन राशि के जातकों के लिए काफी बेहतर रहने वाला है। इस वर्ष उन्हें आगे बढ़ने और तरक्की करने के कई अवसर मिलेंगे। यदि समय रहते चुनौतियों को अवसर में बदल पाते हैं तो ऐसे लोग जीवन में बहुत आगे जाएंगे।
अशुभ ग्रहों का प्रभाव दूर करने के लिए करें ये उपाय (Mithun Rashi Ke Upay)
हालांकि आपके लिए यह वर्ष अच्छा ही रहेगा फिर भी कई ग्रहों की प्रतिकूलता के कारण जीवन में कुछ समस्याएं आ सकती हैं। इसके लिए निम्न उपाय करना उपयुक्त रहेगा।
- प्रतिदिन सुबह का भोजन बनाते समय सबसे पहले गाय के लिए रोटी बनाएं और किसी गाय को खिलाएं।
- प्रतिदिन विष्णु सहस्रनाम, गजेन्द्र मोक्ष स्रोत या श्रीराम रक्षा स्रोत का पाठ करें। इनके पाठ से सभी अशुभ ग्रहों का बुरा असर दूर होगा।
- व्यापार में ग्रोथ और कॅरियर में तरक्की के लिए बुधवार का व्रत करें एवं गणेश जी को मूंग का लड्डू चढ़ाएं।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।
जैव ऊर्जा संयंत्र लगाने के इच्छुक निवेशकों को प्रोत्साहन और अनुदान देगी सरकार: शर्मा
लखनऊ: कार्बन उत्सर्जन में कमी लाने के मकसद से उत्तर प्रदेश सरकार सौर अथवा जैव ऊर्जा संयंत्र की स्थापना के इच्छुक निवेशकों को प्रोत्साहन और अनुदान देगी। सूबे के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने बुधवार को पत्रकारों को बताया कि मंत्रिमंडल ने ऊर्जा एवं अतिरिक्त स्रोत विभाग की दो ऊर्जा नीतियों को लागू करने का फैसला किया था। अब इन नीतियों की पूरी कार्य प्रणाली को जनसामान्य की जानकारी के लिए तथा इसका फायदा लेने के लिए लाया गया है। इन दोनों नीतियों से प्रदेश के ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने में सहयोग मिलेगा तथा कार्बन उत्सर्जन में भी कमी आयेगी। इन नीतियों के लागू होने से किसानों की आय बढ़ेगी और हमारी ग्रामीण अर्थव्यवस्था सुद्दढ़ होगी तथा रोजगार के अवसर सृजित होंगे।