प्रकार के व्यापारियों

और जब आप उपरोक्त सभी में महारत हासिल कर लेते हैं, तो आप बिनोमो रियल अकाउंट पर पहला ट्रेड करने के लिए तैयार होते हैं।
अपने 'व्यापारी केंद्र' खाते की ईमेल प्राथमिकताएं बदलना
आप यह तय कर सकते हैं कि 'व्यापारी केंद्र' खाते का इस्तेमाल करने वाले हर व्यक्ति काे किस तरह के ईमेल मिलेंगे. आप इस तरह की ईमेल में से प्रकार के व्यापारियों चुन सकते हैं: सेवा में हुए अहम बदलावों के ज़रूरी एलान, सलाह और सबसे सही तरीके, सर्वे और बीटा न्योते, अवसर, उत्पाद डेटा से जुड़ी चेतावनियां, और ऑर्डर. खाते के लिए मिले ऐक्सेस लेवल आधार पर, इन बदलावों को करने के लिए कुछ विकल्प हैं.
एडमिन और मानक उपयोगकर्ता इस तरीके का इस्तेमाल करके, सीधे 'व्यापारी केंद्र' में अपनी ईमेल प्राथमिकताएं बदल सकते हैं:
- अपने 'व्यापारी केंद्र' खाते में साइन इन करें.
- टूल आइकॉन पर क्लिक करें. फिर "सेटिंग" में जाकर प्राथमिकताएं चुनें.
- "ईमेल सूचनाएं" में जाकर, 'व्यापारी केंद्र' से जुड़ी उस प्रकार के व्यापारियों तरह की ईमेल के लिए स्विच टॉगल करें जिन्हें आप पाना चाहते हैं.
- सेव करें पर क्लिक करें.
UP Budget 2022: व्यापारियों की सधी प्रतिक्रिया, ऋण व जीएसटी में छूट की उम्मीदें टूटीं
योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल के पर व्यापारियों ने सधी प्रतिक्रिया दी है। उनका कहना है कि छोटे व्यापारियों पर ध्यान दिया जाना चाहिए। जीएसटी या फिर ऋण में किसी भी तरह की छूट की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। हालांकि, किसी प्रकार का नया टैक्स नहीं लगाया गया। टैक्स दरों में बदलाव भी नहीं हुआ है, जो राहत देने वाला है।
ऋण व जीएसटी में मिले छूट
सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों की स्थापना के लिए व्यवस्था हुई है। यह शानदार बजट है। हालांकि, व्यापारियों को किसी प्रकार का कोई पैकेज नहीं मिला है। इससे निराशा हुई है। व्यापारियों को भी उद्यमियों की तरह ऋण व जीएसटी में छूट मिलनी चाहिए।- राजेश नेभानी, अध्यक्ष, चेंबर ऑफ टेक्सटाइल्स
विस्तार
योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल के पर व्यापारियों ने सधी प्रतिक्रिया दी है। उनका कहना है कि छोटे व्यापारियों पर ध्यान दिया जाना चाहिए। जीएसटी या फिर ऋण में किसी भी तरह की छूट की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। हालांकि, किसी प्रकार का नया टैक्स नहीं लगाया गया। टैक्स दरों में बदलाव भी नहीं हुआ है, जो राहत देने वाला है।
ऋण व जीएसटी में मिले छूट
सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों की स्थापना के लिए व्यवस्था हुई है। यह शानदार बजट है। हालांकि, व्यापारियों को किसी प्रकार का कोई पैकेज नहीं मिला है। इससे निराशा हुई है। व्यापारियों को भी उद्यमियों की तरह ऋण व जीएसटी में छूट मिलनी चाहिए।- राजेश नेभानी, अध्यक्ष, चेंबर ऑफ टेक्सटाइल्स
विकास परक बजट
बजट विकास परक है। औद्योगिक क्षेत्र एवं रोजगार के लिए बहुत अच्छा है। किसी प्रकार का टैक्स न बढ़ा कर व्यापारियों को राहत दी गई है। किसी तरह का नया बोझ नहीं डाला गया है।- मदन लाल अग्रहरि, उप्र उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल
अतिरिक्त आय अर्जित करने वाले व्यापारी
वे खरोंच से शुरू हो सकते हैं। उन्होंने अभ्यास के माध्यम से व्यापार करना सीख लिया है, उन्होंने बिनोमो खाता खोला है और असफलता का अनुभव किया है। लेकिन गहरे में वे आश्वस्त हैं कि वे सफल व्यापारी बन सकते हैं।
इस प्रकार का व्यापारी अच्छी तरह से तैयार होता है। उन्होंने एक व्यापार योजना तैयार की, उन्होंने व्यापारिक इतिहास की समीक्षा की, वे अच्छी पूंजी प्रबंधन रणनीतियों को लागू करते हैं और उन्होंने सीखा कि भावनाओं को कैसे नियंत्रण में रखा जाए।
वे धैर्यवान हैं। वे जानते हैं कि सफलता एक दिन की बात नहीं है। वे घंटों बाजारों का अध्ययन करते हैं और प्रवेश करने के लिए एक अच्छे अवसर की प्रतीक्षा करते हैं। संगति एक प्रमुख भूमिका निभाती है। छोटे कदम, छोटा मुनाफा अंततः आपको बहुप्रतीक्षित धन की ओर ले जाएगा।
आप किस प्रकार के व्यापारी हैं?
केवल उनके रिकॉर्ड पर सफलता वाले कोई व्यापारी नहीं हैं। अधिकांश को रास्ते में कहीं न कहीं असफलता का अनुभव होगा। यह ज्ञान की कमी या बहुत अधिक ज्ञान लागू होने के कारण हो सकता है। यह भावनाओं के कारण भी हो सकता है।
यदि आप एक सफल व्यापारी बनना चाहते हैं तो धैर्य और अभ्यास आवश्यक है। शिल्प सीखें और इसे व्यवहार में लाएं। आपके पास एक निःशुल्क बिनोमो डेमो खाता है। निर्धारित करें कि आपके लिए कौन सी तकनीकें और रणनीतियाँ काम करती हैं, जो नहीं हैं उन्हें पीछे छोड़ दें। अपनी भावनाओं को नियंत्रित करना सीखना न भूलें। और तब आपको व्यापार की कला में आनंद मिलेगा।
अपने विचार हमारे साथ साझा करें। क्या आपने खुद को वर्णित व्यापारियों के प्रकारों में पाया? नीचे टिप्पणी अनुभाग का प्रयोग करें।
नई दिल्ली : व्यापारी समस्याओं पर कैट चलाएगा राष्ट्रव्यापी अभियान
देश भर में व्यापारिक समुदाय विभिन्न समस्याओं से बुरी तरह से त्रस्त है जिसके कारण सुविधापूर्वक व्यापार करना मुश्किल हो रहा हैं। एक तरफ़ जीएसटी प्रकार के व्यापारियों कर प्रणाली की जटिलताएँ पीछा नहीं छोड़ रहीं, वहीं दूसरी ओर विदेशी प्रकार के व्यापारियों कंपनियों द्वारा क़ानून एवं नियमों की घोर अवहेलना करते हुए ई कॉमर्स के ज़रिए व्यापारियों के व्यापार को तबाह करने की नापाक कोशिश लगातार जारी है। इसके साथ ही अनेक प्रकार के दशकों पुराने क़ानून तथा व्यापार करने के लिए अनेक प्रकार के क़ानूनों की बहुलता ने व्यापारियों को परेशान कर रखा है। इन हालातों में कन्फ़ेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स ( कैट) ने व्यापारी समस्याओं पर एक देशव्यापी अभियान चलाने की घोषणा की है। यह निर्णय कैट द्वारा 1 एवं 2 नवम्बर को नई दिल्ली में आयोजित एक दो दिवसीय राष्ट्रीय व्यापारी सम्मेलन में लिया गया। सम्मेलन में देश के 26 राज्यों के 150 से अधिक प्रमुख व्यापारी नेताओं ने भाग लिया। वहीं दिल्ली के 100 से अधिक व्यापारी नेता भी सम्मेलन के विभिन्न सत्रों में शामिल हुए।
कैट जनवरी 2023 से 90 दिन तक एक डिजिटल क्रांति रथ यात्रा चलाएगा
कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी सी भरतिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने बताया कि विभिन्न व्यापारिक मुद्दों पर कैट द्वारा चलाये जाने वाले देशव्यापी अभियान के अंतर्गत केंद्र सरकार एवं सभी राज्य सरकारों को ज्ञापन देकर मुद्दों के समाधान निकाले जाने की माँग की जाएगी जिससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ईज़ ऑफ़ डूइंग बिज़नेस की अवधारणा को मूर्त रूप दिया जा सके। दोनों पदाधिकारियों ने कहा की जिस तेज़ी से व्यापार करने का स्वरूप बदल रहा है उसको देखते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के डिजिटल इंडिया कार्यक्रम को देश के कोने कोने तक ले जाने के लिए तथा डिजिटल टेक्नोलॉजी एवं डिजिटल पेमेंट को व्यापार में अपनाने पर देश भर में जनमत जाग्रत करने के लिए
कैट जनवरी 2023 से 90 दिन प्रकार के व्यापारियों तक एक डिजिटल क्रांति रथ यात्रा चलाएगा। इस रथ यात्रा की योजना बनाने एवं उसके क्रियान्वयन के लिए कैट ने अपने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष तथा छत्तीसगढ़ चैम्बर ऑफ़ कॉमर्स के अध्यक्ष अमर परवानी के नेतृत्व में एक 11 सदस्यीय राष्ट्रीय कमेटी का गठन किया है।
व्यापारी हितों का रखा जाएगा पूरा ध्यान: प्रेमचंद अग्रवाल
जीएसटी सर्वे के नाम पर ज्वालापुर क्षेत्र में बिक्रीकर अधिकारियों द्वारा किए जा रहे व्यापारियों के उत्पीड़न के विषय में आज एक प्रतिनिधिमंडल ने विधायक रानीपुर आदेश चौहान के नेतृत्व में वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल से मुलाकात कर उन्हें व्यापारियों की समस्याओं से अवगत कराया।
हरिद्वार, संजय चौहान (पंजाब केसरी): जीएसटी सर्वे के नाम पर ज्वालापुर क्षेत्र में बिक्रीकर अधिकारियों द्वारा किए जा रहे व्यापारियों के उत्पीड़न के विषय में आज एक प्रतिनिधिमंडल ने विधायक रानीपुर आदेश चौहान के नेतृत्व में वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल से मुलाकात कर उन्हें व्यापारियों की समस्याओं से अवगत कराया। विधायक ने मंत्री को अवगत कराया कि जीएसटी सर्वे के नाम पर जिस तरह बिक्री कर के अधिकारी दुकान-दुकान जा रहे हैं तथा गोदामों को खुलवा कर जांच कर रहे है वह बिल्कुल अनुचित है।