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वायदा अनुबंध कैसे व्यापार करें

वायदा अनुबंध कैसे व्यापार करें
हीटिंग तेल अनुबंध कैसे काम करते हैं?

Regulation of Commodity Market | India | Marketing

The following article will guide you about how government regulates the commodity market in India.

The comprehensive measures adopted by the Government to control community markets extend to regulating futures trading and making the futures market helpful for hedging transactions.

The relevant legislation named ‘The Forward Contracts (Regulation) Act 1952, effective from August 1953 and amended in 1953,1957 and 1960, aims at establishing well-organised futures markets in diff­erent centers of the country. The Government, with a view to realising the objectives of the Act, constituted the Forward Markets Commission to give effect to the regulatory measures.

The essential provisions of the Act are:

(1) The control over the commodity markets is mainly done through the agency of the Forward Markets Commission.

Its major functions are:

(a) To make recommendations on granting or withdrawing recognition of commodity markets engaged in forward dealings,

(b) To observe the operations in the commodity markets so as to suggest from time to time to the Govern­ment for taking steps in respect of the markets,

(c) To collect and dissemi­nate information related to the position of demand, supply and prices of commodities traded in commodity markets,

(d) To inspect the accounts of the commodity markets and their nature of operations in the forward markets and to give suggestions for improvement,

(e) To submit to the Government periodical reports on the functioning of the commodity markets and on the operation of the Act.

(f) To issue directives to the markets in terms of responsibilities conferred by the Government.

(2) Any commodity market dealing with forward trading’s shall be got recognised by the Government on the recommendation of the Commission.

(3) A commodity market must frame its rules and bye-laws according to the provisions of the Act and get them approved by the Government.

The bye-laws should include:

(a) Clearing of the transactions at least once in every fortnight;

(b) Establishment of a Clearing House for the purpose;

(c) Demanding margin deposits from members on futures contracts;

(d) Fixa­tion of market rates, of contract and tenderable grades, and of scale of brokerage;

(e) Penalty for contravention of bye-laws; etc.

(4) All non-transferable spot transactions are free from regulation. But if the Government so desires regulatory measures can be imposed on such contracts by notification.

(5) All types of contracts other than non-transferable spot contracts like the ready delivery contracts and forward delivery contracts come within the purview of this Act. The ready delivery contracts need settlement within a period not exceeding 11 days. Transferable spot contracts are transfer­able from one person to another. There shall be definite rules and regula­tions for final settlement between the first seller to the last buyer.

(6) Option dealings in all commodities have been declared illegal.

(7) All kinds of private dealings (‘dabba’ dealings) or kerb dealings (i.e. dealings outside office hours) and other forms of undesirable trading’s are unlawful.

(8) 4 matters on the Governing Body of a recognised commodity exchange must have Government nominees/ and each commodity exchange has to keep members in its Governing Body representing outside interests.

(9) The Government is empowered to withdraw recognition, to supersede the Governing Body and to suspend the business of any recognised exchange वायदा अनुबंध कैसे व्यापार करें upto 7 days.

(10) A list of penalties including fines as well as imprisonments for violation of the provisions of the Act is also provided.

त्योहारी सीजन में मांग बढ़ने से सरसों, सरसों तेल और खल का बाज़ार गर्म, बारिश से बुवाई प्रभावित, देखें रिपोर्ट

sarso bhav teji mandi report today

Mustard Price Today Report Oct 10, 2022: त्योहारी सीजन में मांग बढ़ने से सरसों , सरसों तेल और सरसों खल का बाज़ार गर्म है। कल सोमवार को लगातार चौथे दिन भी कीमतों में तेजी बरकरार रही। हालांकि शाम के सत्र में गिरावट देखने को मिली ।

जयपुर में कंडीशन की सरसों के भाव 125 रुपये तेज होकर 6,650 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए। सरसों तेल कच्ची घानी एवं एक्सपेलर की कीमतें कल 50-50 रुपये तेज होकर भाव क्रमशः 1365 रुपये और 1355 रुपये प्रति 10 किलो के स्तर पर पहुंच गई। इस दौरान सरसों खल की कीमतें 50 रुपये बढ़कर 2475 रुपये प्रति क्विंटल हो गई।

बारिश से सरसों की बिजाई प्रभावित

प्रदेश में रबी सीजन 2022-23 में सरसों की बुवाई (Mustard farming) की शुरुआत हो चुकी है, लेकिन हाल ही में सरसों के प्रमुख उत्पादक राज्यों पूर्वी राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश के साथ ही हरियाणा में हुई बारिश से खेतों में पानी भर गया है, जबकि सरसों की बुआई का यह सबसे उपयुक्त समय है। जानकारों के अनुसार हाल ही में जिन क्षेत्रों में भारी बारिश हुई है, वहां सरसों की बुआई में देरी होगी। साथ ही माना जा रहा है कि इससे किसान सरसों के बजाए अन्य फसलों की बुआई करेंगे।

हाजिर मंडियों में सरसों का दाम

Mustard Price : श्री गंगानगर सरसों 5450-6215 रुपए, नोहर 5700-6020 रुपए, गोलूवाला 5800-6081 रुपए, हनुमानगढ़ 5700-6269 रुपए, सादुलशहर 5296-5941 रुपए, संगरिया 5300-6200 रुपए, अनूपगढ़ 5400-6100 रुपए, सादुलपुर 5200-5900 रुपए, रावला 5150-5880 रुपए, पदमपुर 5451-6161 रुपए, घड़साना 5740-6200 रुपए, रायसिंहनगर 5500-6000 रुपए, श्री विजयनगर 5460-5851 रुपए, सूरतगढ़ 5300-5611 रुपए, देवली 5500-6300 रुपए, ऐलनाबाद 5400-6130 रुपए, सिरसा 5700-6000 रुपए, आदमपुर 5750-6240 रुपए, भट्टू 5600-6000 रुपए प्रति क्विंटल का रहा।

विदेशी बाजारों का हाल

जानकारों के अनुसार विदेशी बाजार में खाद्य तेलों के दाम अभी तेज ही बने रहने की उम्मीद है, हालांकि अवकाश होने के कारण मलेशिया में पाम तेल वायदा कारोबार बंद रहा, जबकि शिकागो में सोया तेल के दिसंबर वायदा अनुबंध में दाम 0.49 फीसदी तेज हुए। चीन में भी दिसंबर महीने के वायदा अनुबंध में सोया तेल के भाव में बढ़त दर्ज की गई।

व्यापारियों के अनुसार अनुसार घरेलू बाजार में खपत का सीजन होने के कारण सरसों तेल में ग्राहकी ठीक है, जिस कारण तेल मिलों की मांग बराबर बनी हुई है। अधिकांश ब्रांडेड कंपनियों ने आज सरसों की खरीद कीमतों में 75 से 100 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की।

देशभर की मंडियों में सरसों की आमदन

देशभर की मंडियों में सरसों की दैनिक आवक सोमवार को 25 हजार बोरी बढ़कर 2 लाख बोरियों पर पहुँच गई, इससे पहले शनिवार को इसकी आवक 1.75 लाख बोरियों की हुई थी। कुल आवकों में से प्रमुख उत्पादक राज्य राजस्थान की मंडियों में सरसों की आमदन 85 हजार बोरी, मध्य प्रदेश में 15 हजार बोरी, उत्तर प्रदेश में 35 हजार बोरी, पंजाब एवं हरियाणा में 15 हजार बोरी तथा गुजरात में 10 हजार बोरी तथा अन्य राज्यों की मंडियों में 40 हजार बोरियों की आवक हुई।

Gold rate today, 30 March 2021: डॉलर की मजबूती से कमजोर पड़ा सोना, चांदी भी फिसली

Gold rate today, 30 March 2021: वैश्विक बाजार में कमजोरी आने से वायदा बाजार में सोमवार को सोने - चांदी के भावों में कमजोरी रही.

Published: March 30, 2021 9:20 AM IST

Gold Price Today Gold Rate Today

Gold rate today, 30 March 2021: सोमवार को वायदा बाजार में सोने के भावों (Sone ke bhav) में गिरावट आते हुए देखी गई, जबकि होली के अवसर पर हाजिर बाजार बंद रहे. डॉलर में आई मजबूती सोने के भावों में गिरावट आते हुए देखी गई. अंतर्राष्ट्रीय बाजार में सोमवार को सोने के भाव (Sone ke bhav) में एक फीसदी से ज्यादा की कमजोरी आई. कमजोर वैश्विक संकेतों (Weak global cues) से घरेलू वायदा बाजार में भी सोने का भाव 350 रुपये प्रति वायदा अनुबंध कैसे व्यापार करें 10 ग्राम से ज्यादा टूटा और चांदी भी एक फीसदी से ज्यादा फिसली. देश का सर्राफा बाजार सोमवार को होली के त्योहार के अवसर पर बंद रहा, जबकि घरेलू वायदा बाजार शाम के सत्र में कारोबार के लिए खुला. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) वायदा अनुबंध कैसे व्यापार करें पर सोने के जून वायदा अनुबंध में शाम 7.13 बजे पिछले सत्र से 352 रुपये यानी 0.78 फीसदी की कमजोरी के साथ 44,759 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार चल रहा था. वहीं, चांदी के मई अनुबंध में बीते सत्र से 752 रुपये यानी 1.16 फीसदी की गिरावट के साथ 64,053 रुपये प्रति किलो पर बना हुआ था.

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कमोडिटी बाजार के जानकार केडिया एडवायजरी के डायरेक्टर अजय केडिया ने कहा कि डॉलर में आई मजबूती से वैश्विक बाजार में सोने और चांदी में आई कमजोरी के कारण देश के वायदा बाजार में बुलियन में नरमी का रुख बना हुआ है.

वैश्विक बाजार कॉमेक्स पर सोने के जून अनुबंध में बीते सत्र से 21.85 डॉलर यानी 1.26 फीसदी की गिरावट के साथ 1,710.45 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार चल रहा था. वहीं, चांदी के मई अनुबंध में बीते सत्र से 1.84 फीसदी की गिरावट के साथ 24.65 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार चल रहा था.

जानकार बताते हैं कि आर्थिक आंकड़ों से अमेरिकी अर्थव्यवस्था में मजबूती के संकेत मिलने और कोरोना वैक्सीनेशन कार्यक्रम में प्रगति से डॉलर में मजबूती देखी जा रही है. डॉलर जब मजबूत होता है तो उसमें निवेश मांग बढ़ने से बुलियन की चाल मंद पड़ जाती है.

दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की ताकत का सूचक डॉलर इंडेक्स सोमवार को फिर मजबूती के साथ कारोबार कर रहा था. डॉलर इंडेक्स बीते सत्र से 0.09 फीसदी की बढ़त के साथ 92.85 पर बना हुआ था.

केडिया ने कहा कि वैक्सीनेशन कार्यक्रम की प्रगति और अर्थव्यवस्थाओं में रिकवरी के संकेत मिलने से बुलियन में निवेश मांग सुस्त पड़ गई है जिसके चलते सोने और चांदी दोनों में गिरावट आई है.

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हीटिंग तेल अनुबंध कैसे काम करते हैं?

हीटिंग तेल अनुबंध कैसे काम करते हैं?

हीटिंग तेल अनुबंध कैसे काम करते हैं?

वीडियो: हीटिंग तेल अनुबंध कैसे काम करते हैं?

ताप तेल वायदा मानकीकृत हैं, एक्सचेंज-ट्रेडेड ठेके जिसमें अनुबंध खरीदार विक्रेता से डिलीवरी लेने के लिए सहमत होता है, एक विशिष्ट मात्रा में तेल गरम करना (उदाहरण के लिए 42000 गैलन) भविष्य की डिलीवरी की तारीख पर पूर्व निर्धारित मूल्य पर।

इसके अलावा, स्वचालित तेल वितरण कैसे काम करता है?

साथ में स्वचालित वितरण, आपका टैंक प्रत्येक के ऊपर से भरा हुआ है वितरण. ट्रक अपने समय पर आता है, आपका नहीं। बिल भी उनके शेड्यूल पर आता है।

यह भी जानिए, #2 हीटिंग ऑयल और डीजल में क्या अंतर है? २ तेल दागदार है के साथ लाल रंग और नं। 2 डीजल इसकी कीमत पर रोड टैक्स लगाया गया है। डीजल ईंधन संरचनात्मक रूप से तुलनीय है तेल के लिए आमतौर पर इस्तेमाल किया जाता है गरम करना भवन, जिसमें नं.

साथ ही पूछा, ऑयल हेजिंग कैसे काम करता है?

अपरिष्कृत तेल प्रोड्यूसर्स बचाव कर सकते हैं क्रूड गिरने के खिलाफ तेल क्रूड में पोजीशन लेकर कीमत तेल वायदा बाजार। अपरिष्कृत तेल प्रोड्यूसर्स कर सकते हैं जिसे शॉर्ट के रूप में जाना जाता है उसे नियोजित करें बाड़ा कच्चे तेल के चल रहे उत्पादन के लिए भविष्य के विक्रय मूल्य को लॉक करने के लिए तेल जो कि भविष्य में कुछ समय के लिए ही बिक्री के लिए तैयार है।

ईंधन तेल और मिट्टी के तेल में क्या अंतर है?

मिट्टी के तेल में क्या अंतर है और घर ताप ईंधन. अपरिष्कृत तेल विभिन्न में परिष्कृत किया जाता है तेलों जैसे घर गरम तेल और मिट्टी का तेल. तेल गरम करना डीजल है ईंधन. यह इंगित करने के लिए लाल रंग से रंगा जाता है कि इसे जलाना कानूनी नहीं है में एक डीजल वाहन क्योंकि लाल रंग इंगित करता है कि इसके साथ कोई सड़क कर नहीं चुकाया गया था।

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स्पिल क्षेत्र पर किटी लिटर या चूरा जैसी शोषक सामग्री फैलाएं। अवशोषित तेल को निपटान के लिए भारी शुल्क वाले प्लास्टिक बैग में रखें। फर्श, दीवारों, उपकरणों और अन्य कठोर सतहों को साफ करने के लिए साबुन और गर्म पानी का प्रयोग वायदा अनुबंध कैसे व्यापार करें करें

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रक्षा विभाग के लिए सैन्य अनुबंध और निर्माण सामान प्राप्त करने के प्रत्येक चरण के बारे में अधिक जानने के लिए पढ़ना जारी रखें। प्रारंभिक पंजीकरण प्रक्रिया को पूरा करें। अनुसंधान का संचालन करें और संपर्क बनाएं। सैन्य मानकों और विशिष्टताओं से परिचित हों। अपना प्रस्ताव प्रस्तुत करें

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जब आपका टैंक खाली हो, तो उसमें कुछ ट्राइसोडियम फॉस्फेट क्लीनर के साथ पानी भर दें। प्रत्येक पांच गैलन पानी के लिए, एक कप क्लीनर का उपयोग करें। टैंक में एक हवा की नली रखें और अपने वायु पंप को चालू करें। घोल को टैंक में ही 12 घंटे तक काम करने दें

डीओडी अनुबंध कैसे काम करते हैं?

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कुल डीओडी अनुबंध दायित्व दायित्व तब होते हैं जब एजेंसियां ​​​​अनुबंध में प्रवेश करती हैं, कर्मियों को नियुक्त करती हैं, या अन्यथा पैसा खर्च करने के लिए प्रतिबद्ध होती हैं। संघीय सरकार फेडरल प्रोक्योरमेंट डेटा सिस्टम-नेक्स्ट जेनरेशन (जिसे एफपीडीएस कहा जाता है) नामक डेटाबेस के माध्यम से संघीय अनुबंधों पर बाध्य धन को ट्रैक करती है।

विदेशी मुद्रा वायदा अनुबंध कैसे काम करते हैं?

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एक मुद्रा अग्रेषण अनुबंध दो पक्षों के बीच एक निश्चित भविष्य की तारीख पर एक निश्चित विनिमय दर पर एक अन्य मुद्रा के लिए एक निश्चित राशि का आदान-प्रदान करने के लिए एक समझौता है। मुद्रा अग्रेषण अनुबंध का उपयोग करके, पार्टियां भविष्य के लेनदेन के लिए विनिमय दर को प्रभावी ढंग से लॉक-इन करने में सक्षम हैं

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