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ट्रेडिंग को स्वचालित कैसे करें

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Buying US Stocks: क्या आप खरीदना चाहते हैं अमेरिकी शेयर, यहां जानें यूएस स्टॉक मार्केट में कैसे शुरू करें ट्रेडिंग

US Stocks Market Trading: विदेशी स्टॉक उतना मुश्किल नहीं है जितना लगता है. निवेश की प्रक्रिया एक इंटरनेशल ब्रोकरेज फर्म के माध्यम से एक विदेशी ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के साथ शुरू होती है.

By: एबीपी न्यूज़ | Updated at : 27 Sep 2021 10:17 PM (IST)

US Stocks Market: विदेशों में निवेश करने की चाहत रखने वाले भारतीय निवेशकों की खासी चर्चा हो रही है. मौजूदा विदेशी फंडों के अलावा, हाल ही में कई इंटरनेशनल म्यूचुअल फंड स्कीम्स शुरू की गई हैं, इस प्रकार उनके घरेलू पोर्टफोलियो में विविधता लाने का विकल्प दिया गया है.

इनमें से कुछ अंतरराष्ट्रीय फंड, ‘फंड ऑफ फंड्स’ हैं जबकि कुछ फीडर फंड हो सकते हैं, विशेष रूप से कई निष्क्रिय इंडेक्स फंड हैं जो अधिकांश प्रमुख वैश्विक सूचकांकों पर नज़र रखते हैं.

विदेशी स्टॉक खरीदना जटिल मामला नहीं
वैकल्पिक रूप से, विदेशी स्टॉक खरीदना कोई जटिल मामला नहीं है जैसा कि यह लगता है. सेल्सफोर्स, वीज़ा, अमेरिकन एक्सप्रेस कंपनी, कॉस्टको होलसेल कॉर्प, एक्सपीडिया ग्रुप, ज़िवो बायोसाइंस, पल्टॉक जैसे हालिया टॉप मूवर्स सहित फेसबुक, ऐप्पल या अमेज़ॅन जैसे कुछ टॉप अमेरिकी शेयर्स का मालिक होना, भारतीय निवेशकों के लिए संभव है. यह ठीक वैसे ही जैसे आप भारतीय शेयर बाजार में जौमेटो, रिलायंस, टाटा मोटर्स आदि के शेयर्स के मालिक बन सकते हैं.

यूएस शेयरों में निवेश की प्रक्रिया एक इंटरनेशल ब्रोकरेज फर्म के माध्यम से एक विदेशी ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के साथ शुरू होती है. केवाईसी और आरबीआई के एलआरएस नियमों सहित अन्य औपचारिकताओं को पूरा करने पर, जिसे पूरा करने में ब्रोकरेज फर्म मदद करती है, आप यूएस शेयरों में ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं.

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कीमत नहीं है बाधा
अब, अगर आप सोच रहे हैं कि क्या डॉलर में अमेरिकी शेयर्स को खरीदना एक किफायती सौदा होगा, तो यहां आपके लिए एक अच्छी खबर है. अमेरिकी शेयर्स में आंशिक स्वामित्व की अनुमति है और कोई भी अमेरिकी शेयरों को 100 रुपये से कम राशि के साथ जमा करना शुरू कर सकता है. भारतीय स्टॉक एक्सचेंजों के विपरीत, कीमत अमेरिकी शेयर बाजार में बाधा नहीं है. बस तय करें कि आपको कितना निवेश करना है और शेयरों की संख्या की गणना स्वचालित रूप से आपके लिए की जाएगी.

बेहतर तरीका यह हो सकता है कि कुछ टॉप अमेरिकी शेयरों को नियमित अंतराल पर 5000 रुपये या 1 लाख रुपये की निश्चित राशि के साथ खरीदा जाए. अमेरिकी शेयर बाजार निवेशकों के लिए कुछ प्रमुख ग्लोबल ब्लू-चिप्स के मालिक होने और लंबी अवधि में लाभ प्राप्त करने के अवसर प्रस्तुत करता है.

फिलहाल ग्लोबल इक्विटी लगभग सर्वकालिक उच्च स्तर पर कारोबार कर रहे हैं. लेकिन, इससे निवेशकों को सभी क्षेत्रों में लंबी अवधि के अवसरों की तलाश करने से नहीं रुकना चाहिए. शुरुआत करने के लिए, प्रमुख शेयरों पर नज़र रखें और किसी भी सुधार या गिरावट का उपयोग लंबी अवधि के लिए उन्हें जमा करने के अवसर के रूप में करें.

डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ़ सूचना हेतु दी जा रही है. यहां बताना ज़रूरी है की मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें. ABPLive.com की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है.)

कॉपी ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान

कॉपी ट्रेडिंग (CT) एक दृष्टिकोण है जो 2005 में उत्पन्न हुआ था जब व्यापारियों ने स्वचालित सौदों के लिए डिज़ाइन किए गए कुछ एल्गोरिदम की प्रतिलिपि बनाना शुरू किया था। दृष्टिकोण गति प्राप्त करना जारी रखता है; इस बीच, विशेषज्ञ इस पद्धति के पेशेवरों और विपक्षों दोनों में अंतर करते हैं।

कॉपी ट्रेडिंग क्या है?

विधि का नाम इसके सिद्धांतों की व्याख्या करता है; यही कारण है कि नवागंतुक आसानी से समझ जाते हैं कि कॉपी ट्रेडिंग अन्य व्यापारियों के सौदों की नकल पर आधारित है। इस दृष्टिकोण की सावधानियां क्या हैं? फ़ोरेक्ष बाजार अभी भी निवेश करने के लिए सबसे आशाजनक साधनों में से एक है। यह कहा गया है कि शुरुआती खिलाड़ी मुनाफे की तलाश में इस उद्योग में शामिल होते हैं।

फ़ोरेक्ष आँकड़े निम्नलिखित तथ्य दिखाते हैं:

30% से अधिक नए व्यापारी (1 वर्ष से कम का अनुभव) वित्तीय बाजारों को बहुत जटिल समझते हैं। कॉपी ट्रेडिंग उन व्यापारियों के लिए एकमात्र प्रभावी तरीका है।

CT पद्धति ने 2020 में $50 बिलियन से अधिक का लाभ कमाया, और यह संख्या 2025 तक $80 बिलियन तक बढ़ने की उम्मीद है।

कॉपी ट्रेडिंग का क्या मतलब है?

दृष्टिकोण में निम्नलिखित चरण शामिल हैं:

एक पेशेवर व्यापारी खोजें जो पूरी तरह से आपके लक्ष्यों से मेल खाता हो, और उसके लिए सदस्यता लें। निम्नलिखित पहलुओं को ध्यान में रखें: ग्राहकों की संख्या, व्यापारिक आंकड़े, लाभ, जोखिम स्तर, प्रारंभिक निवेश पर वापसी, और अन्य कारक।

अपने निवेश बजट को परिभाषित करें। याद रखें कि आपके निवेश को आपके दैनिक जीवन के लिए बाधा उत्पन्न नहीं करनी चाहिए। तय करें कि कौन सी राशि निवेश करने के लिए पर्याप्त है। कॉपी ट्रेडिंग - कैसे शुरू करें? यह सभी नवागंतुकों का प्रश्न है, और विशेषज्ञ कई सफल व्यापारियों का अनुसरण करने की सलाह देते हैं। अपने निवेश बजट को 2-3 व्यापारियों के बीच साझा करें।

बेहतर सीटी तंत्र चुनें। कुछ व्यापारी सिग्नल प्राप्त करते हुए मैन्युअल रूप से सौदे खोलते और बंद करते हैं। अन्य निवेशक प्रक्रिया को स्वचालित करना पसंद करते हैं। सेमी-ऑटोमेटेड मोड भी उपलब्ध है।

जब परिणाम आपकी अपेक्षाओं के अनुरूप हों तो अधिक फंड निवेश करें। नुकसान के मामले में, अनुसरण करने के लिए अन्य व्यापारियों को चुनें।

कॉपी ट्रेडिंग के शीर्ष -5 लाभ

यह दृष्टिकोण नए बाजार के खिलाड़ियों के लिए मददगार है। जब आपने अभी बाजार में प्रवेश किया है और आपके पास कोई अनुभव नहीं है, तो अन्य व्यापारियों के सौदों की नकल करना यह समझने का एक सही तरीका है कि बाजार कैसे काम करता है।

जब कोई ट्रेडर FX मार्केट मैकेनिज्म को नहीं समझ सकता है और नुकसान झेलता है, तो कॉपी ट्रेडिंग इस इंस्ट्रूमेंट से मुनाफा पाने का तरीका है।

CT सौदों की स्वचालित प्रक्रिया निवेशकों के समय को मुक्त करती है, क्योंकि विशेष सॉफ्टवेयर द्वारा ऑर्डर दिए जाते हैं। इसने कहा कि दृष्टिकोण एक निष्क्रिय निवेश विकल्प के रूप में कार्य करता है।

उन्नत जोखिम प्रबंधन होता है, क्योंकि निवेशक एक पेशेवर व्यापारी के आँकड़ों, रणनीतियों और अन्य पहलुओं का विश्लेषण करते हैं, यह समझने के लिए कि क्या वे एक व्यापारी पर अपने पैसे पर भरोसा करने के लिए तैयार हैं या नहीं।

अपने नुकसान पर नियंत्रण रखें। जब परिणाम आपकी अपेक्षाओं के अनुरूप नहीं होते हैं, तो आपका ध्यान अन्य व्यापारियों पर स्थानांतरित करना आसान होता है।

इस विधि के मुख्य विपक्ष

जब उपयोगकर्ता कॉपी ट्रेडिंग करने के तरीके में गहराई से उतरते हैं, तो फायदे काफी उज्ज्वल और आकर्षक होते हैं। इस बीच, यह न भूलें कि नुकसान भी मौजूद हैं:

पेशेवर व्यापारियों को भी दुर्भाग्य का सामना करना पड़ता है; यही कारण है कि आपकी जमा राशि के पिघलने का जोखिम मौजूद है।

मैनुअल CT के बारे में बात करते समय, व्यापारियों को एक प्लेटफॉर्म पर 24/7 पहुंच की आवश्यकता होती है। यदि आप स्वचालित तंत्र पसंद करते हैं, तो सॉफ़्टवेयर हमेशा ऑनलाइन होना चाहिए।

सफल व्यापारियों का विशाल बहुमत सफल सौदों से शुल्क की मांग करता है; यही कारण है कि दृष्टिकोण में कुछ खर्च शामिल हैं।

इसलिए, यह समझने के लिए कॉपी ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान का विश्लेषण करें कि क्या यह तरीका आपके विचारों और अपेक्षाओं के अनुरूप है।

Buying US Stocks: क्या आप खरीदना चाहते हैं अमेरिकी शेयर, यहां जानें यूएस स्टॉक मार्केट में कैसे शुरू करें ट्रेडिंग

US Stocks Market Trading: विदेशी स्टॉक उतना मुश्किल नहीं है जितना लगता है. निवेश ट्रेडिंग को स्वचालित कैसे करें की प्रक्रिया एक इंटरनेशल ब्रोकरेज फर्म के माध्यम से एक विदेशी ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के साथ शुरू होती है.

By: एबीपी न्यूज़ | Updated at : 27 Sep 2021 10:17 PM (IST)

US Stocks Market: विदेशों में निवेश करने की चाहत रखने वाले भारतीय निवेशकों की खासी चर्चा हो रही है. मौजूदा विदेशी फंडों के अलावा, हाल ही में कई इंटरनेशनल म्यूचुअल फंड स्कीम्स शुरू की गई हैं, इस प्रकार उनके घरेलू पोर्टफोलियो में विविधता लाने का विकल्प दिया गया है.

इनमें से कुछ अंतरराष्ट्रीय फंड, ‘फंड ऑफ फंड्स’ हैं जबकि कुछ फीडर फंड हो सकते हैं, विशेष रूप से कई निष्क्रिय इंडेक्स फंड हैं जो अधिकांश प्रमुख वैश्विक सूचकांकों पर नज़र रखते हैं.

विदेशी स्टॉक खरीदना जटिल मामला नहीं
वैकल्पिक रूप से, विदेशी स्टॉक खरीदना कोई जटिल मामला नहीं है जैसा कि यह लगता है. सेल्सफोर्स, वीज़ा, अमेरिकन एक्सप्रेस कंपनी, कॉस्टको होलसेल कॉर्प, एक्सपीडिया ग्रुप, ज़िवो बायोसाइंस, पल्टॉक जैसे हालिया टॉप मूवर्स सहित फेसबुक, ऐप्पल या अमेज़ॅन जैसे कुछ टॉप अमेरिकी शेयर्स का मालिक होना, भारतीय निवेशकों के लिए संभव है. यह ठीक वैसे ही जैसे ट्रेडिंग को स्वचालित कैसे करें आप भारतीय शेयर बाजार में जौमेटो, रिलायंस, टाटा मोटर्स आदि के शेयर्स के मालिक बन सकते हैं.

यूएस शेयरों में निवेश की प्रक्रिया एक इंटरनेशल ब्रोकरेज फर्म के माध्यम से एक विदेशी ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के साथ शुरू होती है. केवाईसी और आरबीआई के एलआरएस नियमों सहित अन्य औपचारिकताओं को पूरा करने पर, जिसे पूरा करने में ब्रोकरेज फर्म मदद करती है, आप यूएस शेयरों में ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं.

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कीमत नहीं है बाधा
अब, अगर आप सोच रहे हैं कि क्या डॉलर में अमेरिकी शेयर्स को खरीदना एक किफायती सौदा होगा, तो यहां आपके लिए एक अच्छी खबर है. अमेरिकी शेयर्स में आंशिक स्वामित्व की अनुमति है और कोई भी अमेरिकी शेयरों को 100 रुपये से कम राशि के साथ जमा करना शुरू कर सकता है. भारतीय स्टॉक एक्सचेंजों के विपरीत, कीमत अमेरिकी शेयर बाजार में बाधा नहीं है. बस तय करें कि आपको कितना निवेश करना है और शेयरों की संख्या की गणना स्वचालित रूप से आपके लिए की जाएगी.

बेहतर तरीका यह हो सकता है कि कुछ टॉप अमेरिकी शेयरों को नियमित अंतराल पर 5000 रुपये या 1 लाख रुपये की निश्चित राशि के साथ खरीदा जाए. अमेरिकी शेयर बाजार निवेशकों के लिए कुछ प्रमुख ग्लोबल ब्लू-चिप्स के मालिक होने और लंबी अवधि में लाभ प्राप्त करने के अवसर प्रस्तुत करता है.

फिलहाल ग्लोबल इक्विटी लगभग सर्वकालिक उच्च स्तर पर कारोबार कर रहे हैं. लेकिन, इससे निवेशकों को सभी क्षेत्रों में लंबी अवधि के अवसरों की तलाश करने से नहीं रुकना चाहिए. शुरुआत करने के लिए, प्रमुख शेयरों पर नज़र रखें और किसी भी सुधार या गिरावट का उपयोग लंबी अवधि के लिए उन्हें जमा करने के अवसर के रूप में करें.

डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ़ सूचना हेतु दी जा रही है. यहां बताना ज़रूरी है की मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें. ABPLive.com की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है.)

WazirX पर FIDA/USDT ट्रेडिंग (FIDA/USDT trading on WazirX )

बोनफिडा विभिन्न उत्पादों की पेशकश करता है जिसमें शामिल हैं, (1) ऑन-चेन परपेचुअल स्वैप; (2) पढ़ने योग्य सोलाना पतों की नीलामी और लेनदेन के लिए सोलाना नामक सेवा; और (3) बोनफिडा बॉट्स जो उपयोगकर्ताओं को ट्रेडिंग रणनीतियों को स्वचालित करने और सीरम DEX पर कॉपी-ट्रेडिंग करने की सुविधा देते हैं। सभी तीन उत्पाद और उनके राजस्व FIDA टोकन के लिए मूल्य अर्जित करते हैं।

  • ट्रेडिंग मूल्य (इसे लिखते समय): $1.93 USD
  • ग्लोबल मार्केट कैप (इसे लिखते समय): $86,493,075 USD
  • ग्लोबल ट्रेडिंग वॉल्यूम (इसे लिखते समय): $9,077,858 USD
  • संचारी आपूर्ति: 44,729,963.60 FIDA
  • कुल आपूर्ति: 998,729,964 FIDA

आपकी ट्रेडिंग शुभ हो! 🚀

जोखिम चेतावनी: क्रिप्टो ट्रेडिंग उच्च बाजार जोखिम के अधीन है। कृपया सुनिश्चित करें कि नए लिस्टेड टोकन की ट्रेडिंग करते समय आप पर्याप्त जोखिम का मूल्यांकन करते हैं क्योंकि वे अक्सर उच्च मूल्य अस्थिरता के अधीन होते हैं। WazirX उच्च-गुणवत्ता वाले क्वाइंस के चयन के लिए सर्वोत्तम प्रयास करेगा, लेकिन आपके ट्रेडिंग में हुए नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा।

अस्वीकरण: क्रिप्टोकुरेंसी कानूनी निविदा नहीं है और वर्तमान में अनियमित है। कृपया सुनिश्चित करें कि आप क्रिप्टोकरेंसी का व्यापार करते समय पर्याप्त जोखिम मूल्यांकन करते हैं क्योंकि वे अक्सर उच्च मूल्य अस्थिरता के अधीन होते हैं। इस खंड में दी गई जानकारी किसी निवेश सलाह या वज़ीरएक्स की आधिकारिक स्थिति का प्रतिनिधित्व नहीं करती है। वज़ीरएक्स अपने विवेकाधिकार में इस ब्लॉग पोस्ट को किसी भी समय और बिना किसी पूर्व सूचना के किसी भी कारण से संशोधित करने या बदलने का अधिकार सुरक्षित रखता है।

एल्गो ट्रेडिंग क्या है और ये कैसे काम करता है? | अल्गो ट्रेडिंग कैसे करे?

algo trading kya hai

दोस्तों आप में से बहुत से लोग ट्रेडिंग करते होंगे और ट्रेडिंग कई तरह ट्रेडिंग को स्वचालित कैसे करें की होती है उन्ही में से एक एल्गो ट्रेडिंग होती है पहले शेयर मार्केट में पेपर पे ट्रेडिंग होती थी डायरेक्ट शेयर को खरीदने के लिए हमें पेपर की जरुरत होती थी लेकिन फिर बाद में साल 2000 से भारत में ऑनलाइन सिस्टिम आ गयी और अब हम घर बैठे अपने मोबाइल या लैपटॉप से ट्रेडिंग करते है, लेकिन क्या आपको इसके बारे में पूरी जानकारी है कि एल्गो ट्रेडिंग क्या होती है और एल्गो ट्रेडिंग करने के फायदे क्या है अगर नही, तो आइये आज इस आर्टिकल में हम आपको एल्गो ट्रेडिंग से रिलेटेड पूरी इनफार्मेशन देते हैं.

algo trading kya hai

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एल्गो ट्रेडिंग क्या होती है (What is algo Trading in Hindi)

हमारे भारत देश में शेयर मार्केट का एक लिमिटेड समय है और हर कोई शेयर बाजार में ट्रेडिंग करने के लिए इतना समय नहीं दे सकता है और जब ऐसे कंडीशन मे अगर आपको शेयर बाजार को बिना समय दिए ट्रेडिंग करना हो और ऐसे मे अगर कोई ऐसा प्लेटफार्म मिल जाये जिसमे बिना आपकी ट्रेडिंग के शेयर्स को आटोमेटिक (स्वचालित) रूप से ख़रीदे और बेचे तो ये कैसा रहेगा, तो ऐसी कंडीशन के लिए ही आटोमेटिक ट्रेडिंग लाई गयी है तो रोबोटिक रूप से आपके शेयर को ख़रीदे और बेचने को ही Algo Trading कहा जाता है और एल्गो ट्रेडिंग को ही आटोमेटिक ट्रेडिंग कहते है.

ये ऐसा सॉफ्टवेयर होता है जो रूल्स बेस पर होता है जिसमे पहले से ही कोडिंग की मदद से सारी चीज़े सेट की जाती है और फिर उसके माध्यम से ही एल्गो ट्रेडिंग काम करता है इसमें हमें पहले से ही हमारे रूल्स, इंस्ट्रक्शन्स या फिर लॉजिक को सेट करना होता है और फिर इसी लॉजिक पर हमारा लैपटॉप एल्गो ट्रेडिंग में काम करता है. ये रूल्स, और इंस्ट्रक्शन्स आप अपने हिसाब से सेट कर सकते है.

Example- माना आपने एल्गो ट्रेडिंग को इंस्ट्रक्शन्स दिया कि 20 days moving एवरेज को क्रॉस करने पर हमारे 100 शेयर buy हो जाये या फिर rsi 30 के नीचे जाने से 100 शेयर को सेल किया जाये और 5 % का प्रॉफिट होने पर हमारा ट्रेड exit हो जाये.

अगर आप कुछ इस तरह से अपना इंस्ट्रक्शन्स एल्गो ट्रेडिंग को देते है तो वो आपके इस इंस्ट्रक्शन्स पर काम करता है और इससे आपका समय भी बचता है और आपको अच्छा मुनाफा भी होता है, एल्गो ट्रेडिंग की ग्रोथ में भारत में ज्यादातर ट्रेडर एल्गो ट्रेडिंग का ही यूज करके ही ट्रेडिंग करते है एल्गो ट्रेडिंग बहुत ही सुरक्षित और मुनाफा देने वाली ट्रेडिंग है.

एल्गो ट्रेडिंग कैसे करे?

एल्गो ट्रेडिंग करने के लिए सबसे पहले आपके पास किसी भी ब्रोकर का एल्गो ट्रेडिंग API होना चाहिए और उसी ब्रोकर के साथ आपका डिमैट अकाउंट होना भी जरूरी होता है. ये कुछ ब्रोकर्स है जो एल्गो ट्रेडिंग API के लिए कुछ न कुछ चार्जेज भी लेते है भारत के ये बड़े ब्रोकर्स आपको एल्गो ट्रेडिंग API प्रोवाइड करते है.

जैसे- angel broking, zerodha, upstox इत्यादि, ये ब्रोकर्स आपको एल्गो ट्रेडिंग API प्रोवाइड करते है लेकिन इनके कुछ चार्जेज भी होते है जैसे कि

zerodha – 2000 महीना

upstox – 1000 महीना

और कुछ ऐसे ब्रोकर भी होते है जो आपको एल्गो ट्रेडिंग API फ्री में प्रोवाइड करते है जिसमे angel broking है जो आपको फ्री में अल्गो ट्रेडिंग API प्रोवाइड करता है और ये ब्रोकर भारत का सबसे पुराना और अच्छा ब्रोकर है.

एल्गो ट्रेडिंग करने के फायदे क्या है?

एल्गो ट्रेडिंग करने के कुछ फायदे निम्नलिखित है-

  • एल्गो ट्रेडिंग को आप अपना काम करके भी शेयर बाजार में आटोमेटिक ट्रेडिंग कर सकते है जिसमे आपके समय की बचत होती है.
  • इसमें आप एक साथ अनलिमिटेड शेयर्स को खरीद और बेच सकते है।
  • इसमें आप एक साथ शेयर मार्केट के जितने भी स्टॉक्स को चाहे ट्रैक कर सकते है.
  • इसमें हमे ट्रेडिंग करने के लिए एनालिसिस करने की कोई जरुरत नहीं होती है क्युकी एल्गो ट्रेडिंग खुद से ही 50 दिनों का डेटा एनालिसिस करके ट्रडिंग करता है.
  • नार्मल कंडीशन में लोग शेयर मार्केट के उतरते-चढ़ते भाव को देखकर इमोशनल होकर घबरा जाते है लेकिन एल्गो ट्रेडिंग हमेशा बिना इमोशन के ट्रेडिंग करता है.

एल्गो ट्रेडिंग करने के नुकसान क्या है?

एल्गो ट्रेडिंग करने के कुछ नुकसान भी है-

  • एल्गो ट्रेडिंग एक नयी और बड़ी चीज है क्योंकि आज भी ज्यादातर ट्रेडर समय कम होने के कारण सही ढंग से ट्रेड नहीं कर पाते हैं यहां पर सिर्फ 100 में से केवल 10% ट्रेडर्स ही सक्सेस हो पाते हैं और अच्छा पैसा कमा पाते हैं.
  • एल्गो ट्रेडिंग एक कम्प्यूटर आधारित ट्रेडिंग है इसमें गलतियों को इग्नोर नहीं किया जा सकता है क्योंकि इसमें ज्यादातर गलतियां गणतीय आंकलन से लेकर कैलकुलेशन तक कही भी हो सकती हैं इसलिए यह शुरुआत में सभी के लिए allow नहीं है.
  • इसके allow करने के साथ ही इसे इस्तेमाल करने की पूरी जानकारी भी आपके पास होनी चाहिए जिससे ट्रेडर्स इसमें अच्छे से ट्रेड कर सकें. अभी तक इसमें केवल एक्सपर्ट ट्रेडर ही ट्रेड कर सकते थे लेकिन रिटेल ट्रेडर को इसकी अनुमति नहीं दी थी लेकिन अब इसे सभी के लिए ओपन कर दिया गया है आप भी एल्गो ट्रेडिंग करके अच्छा पैसा कमा सकते हैं.

इसे भी पढ़े?

आज आपने क्या सीखा?

हमे उम्मीद है कि हमारा ये (algo trading kya hai) आर्टिकल आपको काफी पसन्द आया होगा और आपके लिए काफी यूजफुल भी होगा क्युकी इसमे हमने आपको एल्गो ट्रेडिंग से रिलेटेड पूरी जानकारी दी है.

हमारी ये (algo trading kya hai) जानकारी कैसी लगी कमेंट करके जरुर बताइयेगा और ज्यादा से ज्यादा लोगो के साथ भी जरुर शेयर कीजियेगा.

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