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बता दें कि रूपये में लगातार गिरावट को लेकर विपक्ष मोदी सरकार पर हमलावर है। उनके तरफ से विपक्ष में रहते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पुराने बयानों का हवाला दिया जा रहा है, जिसमें मोदी तत्कालीन यूपीए सरकार पर रूपये के गिरने को लेकर तीखा हमला बोलते थे।
इतिहास में पहली बार रुपया 70 के पार, 2013 के बाद एक दिन में सबसे बड़ी गिरावट
कारोबार के दौरान डॉलर के मुकाबले रुपया 70 के भाव के पार निकल गया. मजबूत शुरुआत के बाद कारोबार के दौरान रुपए में गिरावट बढ़ी और डॉलर के मुकाबले रुपया पहली पार 70 के पार निकल गया है.
- डॉलर के मुकाबले रुपया का ऑलटाइम लो पर पहुंचा
- पहली बार रुपया 70 के अहम स्तर के पार निकला
- मंगलवार को रुपया 8 पैसे मजबूती के साथ खुला था
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Dollar vs Rupee Today: भारतीय रूपये में गिरावट जारी, 80 से भी नीचे गिरा
डॉलर के मुकाबले 7 पैसे और गिरा रुपया (photo: social media )
Dollar vs Rupee Today: भारतीय करेंसी रूपया (INR) में गिरावट का दौर जारी है। मंगलवार सुबह यह पहली बार डॉलर के मुकाबले 80 से भी नीचे गिर गया। फॉरेक्स बाजार के आंकड़ों के अनुसार, आज सुबह डॉलर के मुकाबले रूपया 79.98 पर खुला, जो पिछले बंद से 1 पैसा नीचे था। मुद्रा विनियम बाजार खुलते ही रूपये में गिरावट दिखने लगी और कुछ ही मिनट में यह गिरावट के साथ 80 से नीचे जाकर 80.01 पर ट्रेडिंग करने लगा। रूपये के लगातार लुढ़कने से इकॉनमी पर बुरा असर पड़ रहा है। सरकार का आयात बिल लगातार बढ़ रहा है।
बीते 8 सालों में रूपये में हुई 16 प्रतिशत की गिरावट
सोमवार को मानसून सत्र के पहले दिन लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित जवाब में केंद्र सरकार ने माना कि पिछले 8 साल में (दिसंबर 2014) डॉलर के मुकाबले रूपये की कीमतों में 16.08 रूपये (25.39%) की गिरावट आई है। जनवरी 2022 से अमेरिकी डॉलर के मुकाबले घरेलू मुद्रा में लगभग 7.5 प्रतिशत की गिरावट आई ट्रेडिंग फॉरेक्स पंजाब है। जनवरी में रूपया 73.50 के करीब था।
लगातार हो रही आलोचनाओं के बीच केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने रूपए के टूटने के कुछ कारण गिनाए हैं। उन्होंने कहा, रूस – यूक्रेन युद्ध जैसे ग्लोबल फैक्टर, कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी और ग्लोबल फाइनेंशियल कंडीशन्स का सख्त होना अमेरिका डॉलर के मुकाबले भारतीय रूपये के कमजोर होने के प्रमुख कारण हैं।
वित्त मंत्री ने कहा, ब्रिटिश पाउंड, जापानी येन, यूरो जैसी करेंसी अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रूपये की तुलना में अधिक कमजोर हुई है और इसलिए भारतीय रूपया 2022 में इन मुद्राओं के मुकाबले मजबूत हुआ है। इसके अलावा विदेशी निवेशकों द्वारा भारतीय बाजार से धन निकासी के कारण भी रूपए पर दवाब बढ़ता जा रहा है।
IPL: सटोरियों को भी लेनी पडती है सट्टा खेलने से पहले 4 तरह की मेम्बरशिप, सट्टा कम्पनियों की ढाई लाख तक है फीस
क्रिकेट न्यूज डेस्क।। टेक्नोक्रेट्स ने भी इस फ्रॉड को डिजिटल कर दिया है। आईपीएल सट्टेबाजी के हाई-टेक व्यवसाय के अपवाद के साथ, पारंपरिक एकल सट्टेबाजी या जोड़ी और मटका के दशकों के पारंपरिक खेल ने सभी वेबसाइटों ट्रेडिंग फॉरेक्स पंजाब और मोबाइल ऐप को हिट कर दिया है। सट्टेबाजों को सट्टेबाजी से पहले 4 प्रकार की सदस्यता लेनी होती है।
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दिलेर समाचार , नई दिल्ली. डॉलर के मुकाबले भारतीय मुद्रा की कमजोरी लगातार बढ़ती जा रही है. मंगलवार सुबह रुपये ने पहली बार रिकॉर्ड 80 का न्यूनतम स्तर छुआ. रुपये में आ रही लगातार गिरावट का भारतीय अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ रहा है.
फॉरेक्स मार्केट के आंकड़ों के अनुसार, मंगलवार सुबह डॉलर के मुकाबले रुपया 79.98 पर खुला, जो पिछले बंद से 1 पैसे नीचे था. मुद्रा विनिमय बाजार खुलते ही रुपये में गिरावट दिखने लगी और कुछ ही मिनट में यह ऐतिहासिक गिरावट के साथ 80 के पार जाकर 80.01 पर ट्रेडिंग करने लगा. ग्लोबल मार्केट में डॉलर में आ रही मजबूती और विदेशी निवेशकों का भारतीय बाजार से धन निकासी की वजह से रुपये पर दबाव बढ़ता जा रहा है. साल 2022 में ही रुपया डॉलर के मुकाबले 7 फीसदी टूट चुका है.