प्रकार के व्यापारियों

मुख्यमंत्री ने राज्य में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने की ओर इशारा किया. चरणजीत सिंह चन्नी ने 15 नवंबर को लुधियाना के हलवारा में नए हवाईअड्डे की आधारशिला रखने की भी घोषणा की. इस हवाईअड्डे का काम आठ महीने के भीतर पूरा कर लिया जाएगा.
Punjab News: Charanjit Singh Channi ने व्यापारियों को दी राहत, वैट के लंबित मामलों में उठाया यह कदम
By: एबीपी न्यूज, एजेंसी | Updated at : 28 Oct 2021 12:23 PM (IST)
Punjab News: पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने राज्य के व्यापारियों और उद्योगपतियों प्रकार के व्यापारियों को बड़ी राहत दी है. चरणजीत सिंह चन्नी ने व्यापारियों और उद्योगपतियों वैट के कुल 48,000 मामलों में से 40,000 लंबित मामलों को खत्म कर. ये मामले वित्त वर्ष 2014-15, 2015-16 और 2016-17 के हैं.
अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र चरणजीत सिंह चन्नी के इस कदम को काफी अहम माना जा रहा है. चन्नी ने कहा, ''हम व्यापारियों और उद्योगपतियों के खिलाफ 40 हजार लंबित मामलों को खत्म करने जा रहे हैं.''
बाकी बचे 8 हजार मामलों में भी चन्नी ने व्यापारियों और उद्योगपतियों को राहत देने की बात कही है. सीएम ने कहा, ''बाकी बचे 8,000 मामलों के निपटारे से लिए संबंधित व्यापारियों से कुल बकाया कर का केवल 30 प्रतिशत वसूला करेंगे. इस प्रकार व्यापारियों को इस मामले में होने असुविधा से बचाया जा सकेगा.''
Bharat Bandh: जानिए किस मुद्दे पर आज ‘भारत व्यापार बंद’ और व्यापारी संगठन आपस में क्यों बंटे
TV9 Hindi | Edited By: शशांक शेखर
Updated on: Feb 26, 2021 | 7:56 AM
माल एवं सेवा कर (जीएसटी) तथा ई-कॉमर्स के मुद्दे पर शुक्रवार के ‘भारत व्यापार बंद’ को लेकर व्यापारी संगठन बंटे दिखाई दे रहे हैं. व्यापारियों के संगठन कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने राष्ट्रव्यापी बंद का आह्वान किया है. कैट का दावा है कि भारत व्यापार बंद में 40,000 से अधिक व्यापारिक संगठनों के आठ करोड़ व्यापारी शामिल होंगे. वहीं कुछ अन्य व्यापारी संगठनों ने कहा कि वे बंद का समर्थन नहीं कर रहे हैं.
कैट ने कहा कि एक करोड़ ट्रांसपोर्टरों का प्रतिनिधित्व करने वाली ऑल इंडिया ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन ने प्रकार के व्यापारियों बंद का समर्थन किया है. हॉकरों के राष्ट्रीय संगठन हॉकर्स संयुक्त कार्रवाई समिति ने भी बंद का समर्थन किया है. हालांकि, अन्य व्यापारी संगठनों मसलन फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया व्यापार मंडल और भारतीय उद्योग व्यापार मंडल ने कहा कि वे बंद का समर्थन नहीं कर रहे हैं. कैट के महासचिव प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि सभी राज्यों के 1,500 बड़े और छोटे संगठन जीएसटी संशोधन के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन करेंगे. उन्होंने कहा कि आवश्यक सेवाओं मसलन दवा की दुकानों, दूध और सब्जी की दुकानों को बंद से बाहर रखा गया है.
व्यापार मंडल कुछ मांगों को लेकर बंद के पक्ष में नहीं
वहीं फेडरेशन ऑफ ऑल प्रकार के व्यापारियों इंडिया व्यापार मंडल के राष्ट्रीय महासचिव वी के बंसल ने कहा कि कुछ मांगों के समर्थन में हम दुकानें बंद करने के पक्ष में नहीं हैं. हालांकि, हमारा मानना है कि पिछले 43 माह के दौरान जीएसटी अपने मूल उद्देश्य से भटक गया है. भारतीय उद्योग व्यापार मंडल दिल्ली के महासचिव राकेश यादव ने कहा कि हम बंद प्रकार के व्यापारियों का समर्थन नहीं कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि उनके संगठन ने सरकार को जीएसटी से संबंधित मुद्दों पर ज्ञापन दिया है.
खंडेलवाल ने बताया की 22 दिसंबर एवं उसके बाद जीएसटी नियमों में एकतरफा अनेक संशोधन किए गए जिनको लेकर देश भर के व्यापारियों में बड़ा गुस्सा है. इन संशोधनों के द्वारा कर अधिकारियों को असीमित अधिकार दिए गए हैं जिनमें विशेष तौर पर अब कोई भी अधिकारी अपने विवेक के अनुसार कोई भी कारण लेकर किसी भी व्यापारी का जीएसटी रजिस्ट्रेशन नंबर सस्पेंड अथवा कैंसिल कर सकता है. इतना ही नहीं टैक्स अधिकारी अब किसी भी व्यापारी का बैंक खाता और संपत्ति को जब्त कर सकता है और महत्वपूर्ण बात यह है की ऐसा करने से पहले व्यापारी को कोई नोटिस नहीं दिया जाएगा और कोई सुनवाई का मौका भी नहीं दिया जाएगा. यह कैसा नियम है ? व्यापारियों को उनके मौलिक अधिकारों से वंचित किया गया है.
गैर जरूरी कानून, अधिकारियों की मनमानी, ई-कॉमर्स कंपनियों से निपटने के लिए जुटेंगे व्यापारी
नई दिल्ली/टीम डिजिटल। राजधानी में मंगलवार से दो दिवसीय राष्ट्रीय व्यापारी सम्मेलन का आयेाजन किया जा रहा है। इसमें देश के सभी राज्यों के 150 से अधिक व्यापारी व दिल्ली की विभिन्न प्रमुख व्यापारी एसोसिएशन के 100 से अधिक व्यापारी नेता शामिल होंगे।
सम्मेलन के आयोजन की जि़म्मेदारी कैट दिल्ली प्रदेश के अध्यक्ष श्री विपिन आहूजा सहित कैट के प्रमुख व्यापारी नेता संभाल रहे हैं। कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया एवं प्रकार के व्यापारियों राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने बताया कि व्यापारियों के सामने अनेक प्रकार की चुनौतियां हैं।
जीएसटी का उलझाव, फ़ूड सेफ्टी स्टैण्डर्ड एक्ट की परेशानियां, व्यापार पर लगे अनेक प्रकार के लाइसेंस तथा बहुत अधिक क़ानून जिसमें अनेक या तो वर्तमान व्यापारिक वातावरण में अप्रासंगिक हो गये हैं वहीं अनेक क़ानूनों में समय के अनुसार संशोधन की आवश्यकता है, अधिकारियों प्रकार के व्यापारियों की मनमानी, व्यापारियों को भेजे जा रहे नोटिस, ई-कॉमर्स से घटता व्यापार जैसे मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। सम्मेलन में एक राष्ट्रीय आंदोलन शुरू करने की रणनीति भी तय की जाएगी।
विपिन आहूजा ने बताया की कल सम्मेलन में दिल्ली की व्यापारिक समस्याओं पर एक विशेष सत्र बुलाया गया है जिसमें मास्टर प्लान 2041, सीलिंग एवं तोड़ फ़ोड, दिल्ली नगर निगम की व्यापारियों के प्रति मनमानी, दिल्ली सरकार, डीडीए द्वारा व्यापारियों के लिए पैदा की गई परेशानियों आदि विषयों पर विचार कर दिल्ली भर में एक आंदोलन छेडऩे पर निर्णय लिया जाएगा ।
उन्होने बताया कि विदेशी ई कॉमर्स कंपनियों के आतंक से व्यापारियों को बचाने के लिए कैट जल्द ही व्यापारियों का अपना ई कॉमर्स पोर्टल भारतईमार्ट लॉच कर रहा है। उसके विषय में भी देश भर के व्यापारी नेताओं से विस्तार से चर्चा की जाएगी।
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नोटबंदी के 5 साल: कानपुर के व्यापारी बोले- 'आज भी पूरी तरह उबर नहीं पाए'
Demonetisation: नोटबंदी के प्रकार के व्यापारियों पांच साल पूरे होने के मौके पर यूपी तक ने Kanpur की कलेक्टर गंज मंडी जाकर नोटबंदी पर व्यापारियों की राय जानी है.
नोटबंदी के पांच साल पूरे होने के मौके पर विपक्ष बीजेपी की अगुवाई वाली सरकार पर जमकर हमलावर है. इस बीच यूपी तक ने कानपुर की कलेक्टर गंज मंडी जाकर नोटबंदी पर व्यापारियों की राय जानी है.
यहां अनुराग जायसवाल नाम के एक व्यापारी ने बताया, ''जब नोटबंदी की घोषणा हुई थी तो व्यापारी समाज सदमे में आ गया था. इसका दर्द हम लोग अगले 5 और सालों तक नहीं भुला पाएंगे.''
उन्होंने कहा, ''नोटबंदी की वजह से हमारी कितनी रकम दब गई. किसी प्रकार से जोड़-तोड़ करके हमने फिर से पूंजी की व्यवस्था की. हम लोग उस काले दिवस को भूल नहीं सकते हैं.''