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क्रिप्टो करेंसी को रोका नहीं जा सकता

क्रिप्टो करेंसी को रोका नहीं जा सकता
लोकसभा बुलेटिन में क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े बिल की शीतकालीन सत्र में पेश किए जाने की जानकारी दी गई है। लिस्ट में ये बिल 10वें नंबर पर है।

केंद्र के फैसले से बिटकॉइन बोल्ड: दुनिया में क्रिप्टो का मार्केट क्रिप्टो करेंसी को रोका नहीं जा सकता गिरा; बिटकॉइन में 8.74% की गिरावट; इस करेंसी से जुड़ी हर बात जानिए

केंद्र सरकार की क्रिप्टोकरेंसी पर शिकंजा कसने की खबर के बाद ज्यादातर क्रिप्टोकरेंसियों में गिरावट देखने को मिल रही है। हालाकि आज सुबह 10 बजे बिटकॉइन 17% से ज्यादा गिरावट देखी जा रही था लेकिन शाम तक इसमें रिकवरी देखने को मिली। शाम साढ़े 5 बजे इसमें 8.72% रह गई थी। यानी निवेशकों का भरोसा क्रिप्टोकरेंसियों पर बना हुआ है।

क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लगाने के लिए विंटर सेशन में बिल लाने की खबर सामने आने के बाद ज्यादातर क्रिप्टोकरेंसी में गिरावट देखी जा रही है। कीमत 24/11 को शाम साढ़े 5 बजे की है।

क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लगाने के लिए विंटर सेशन में बिल लाने की खबर सामने आने के बाद ज्यादातर क्रिप्टोकरेंसी में गिरावट देखी जा रही है। कीमत 24/11 को शाम साढ़े 5 बजे की है।

क्रिप्टो फ्रॉड को रोक पाने में इंटरपोल ने खड़े किए हाथ, लेकिन इसे रोकना मुश्किल नहीं, पढ़ें कैसे?

क्रिप्टो फ्रॉड को रोक पाने में इंटरपोल ने खड़े किए हाथ, लेकिन इसे रोकना मुश्किल नहीं, पढ़ें कैसे?

संजीव चौहान | Edited By: M. Nuruddin

Updated on: Oct 21, 2022 | 11:06 PM

क्रिप्टोसरेंसी तकनीक भले ही शेयर मार्केट को पलक झपकते फर्श से अर्श तक पहुंचाने की कुव्वत क्यों न रखती हो. इसकी मदद से मगर दुनिया में एक बड़े आर्थिक संगठित अपराध को भी बढ़ावा मिल रहा है. इसी की बदौलत दुनिया के इंटरनेशनल स्तर पर बदनाम कई संगठित गिरोह सालाना अरबों डॉलर का काला कारोबार कर रहे हैं. इन सनसनीखेज तथ्यों का खुलासा तो दुनिया का पहले नंबर का सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय साझा पुलिस संगठन यानी इंटरपोल करता है.

क्रिप्टो संबंधी आर्थिक फ्रॉड को रोका जा सकता है!

इस बारे में टीवी9 भारतवर्ष ने शुक्रवार को देश की तमाम चुनिंदा हस्तियों से बात की. अग्मूटी कैडरभारतीय पुलिस सेवा 1984 बैच क्रिप्टो करेंसी को रोका नहीं जा सकता के पूर्व अधिकारी और हिंदुस्तान के प्रवर्तन निदेशालय (ED) के रिटायर्ड निदेशक कर्नल सिंह ने कहा, “क्रिप्टोकरेंसी की आड़ लेकर होने वाले आर्थिक फ्रॉड्स रोके जा सकते हैं. बशर्ते इसके लिए दुनिया के हर देश को पहले अपने-अपने यहां एक केवाईसी नंबर सिस्टम लागू करना होगा. वो केवाईसी सिस्टम जो सिर्फ क्रिप्टोकरेंसी संबंधी लेनदेन पर ही लागू होगा. इसके अलावा हर देश को एक इस केवाईसी नंबर को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर साझा करने की सुविधा बनानी होगी, ताकि अगर कोई भारत में बैठकर क्रिप्टोकरेंसी की आड़ में फ्रॉड करने की कोशिश करे तो, उसके बारे में दूसरे देश से भी तुरंत संपर्क स्थापित हो सके, ताकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इससे होने वाली धोखाधड़ी की घटनाओं पर तत्काल लगाम लगाई जा सके.”

एजेंसियों का आंख में धूल झोंक निकल जाते हैं अपराधी

भारतीय पुलिस सेवा 1998 बैच के पूर्व आईपीएस और दिल्ली के रिटायर्ड संयुक्त आयुक्त अनिल कुमार ओझा ने कहा, “क्रिप्टोकरेंसी का बेजा इस्तेमाल करने वाले दुनिया के किसी भी देश की जांच या पुलिस एजेंसी से ज्यादा काबिल हैं. एजेंसियां सिर्फ जांच पड़ताल और ऐसे आर्थिक अपराधों पर नियंत्रण पाने के नाम पर सिर्फ दिखावा करती हैं, जबकि क्रिप्टोकरेंसी से मोटी कमाई करने वाले अपराधी सबकी आंखों में धूल इसलिए झोंकने में कामयाब रहते हैं, क्योंकि वे अपना काम हमारी एजेंसियों से कहीं ज्यादा बेहतरी से करते हैं. जब तक किसी भी देश की जांच और पुलिस एजेंसियां खुद को क्रिप्टोकरेंसी और उससे काली कमाई करने वाले अपराधियों से निपटने के लायक ईमानदारी से नहीं बनाएंगी. तब तक क्रिप्टोकरेंसी का हौवा दुनिया को डराता ही रहेगा.”

उत्तर प्रदेश कैडर 2013 बैच के आईपीएस अधिकारी और इन दिनों गोंडा जिले के पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर से भी इस मुद्दे पर टीवी9 भारतवर्ष ने शुक्रवार रात बात की. बकौल एसपी आकाश तोमर, “क्रिप्टोकरेंसी बिजनेस के साथ साथ अपराध की दुनिया में एक कुरीती के बतौर भी निकल कर सामने आ रहा है. ऐसा नहीं है कि क्रिप्टोकरेंसी क्रिप्टो करेंसी को रोका नहीं जा सकता में कोई ऐब है. हां, ऐब यह है कि इसकी चलन की प्रक्रिया में इंटरनेशनल स्तर पर साइबर अपराधियों ने सेंध लगा दी है. यह समाज के लिए खतरनाक है. ऐसा नहीं है कि इन अपराधियों पर काबू नहीं पाया जा सकता है. बस क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े अपराधों पर नियंत्रण पाने के लिए एजेंसियों को बेहद सतर्क और तत्पर रहना होगा. मैंने ही इससे जुड़े तमाम केस अपनी पुलिस सर्विस में खोले हैं. उसी का निजी अनुभव शेयर कर रहा हूं.”

Crypto गलत हाथों में नहीं पड़ना चाहिए, युवाओं का नुकसान हो सकता है : क्रिप्टोकरेंसी पर PM नरेंद्र मोदी का अहम बयान

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Crypto गलत हाथों में नहीं पड़ना चाहिए, युवाओं का नुकसान हो सकता है : क्रिप्टोकरेंसी पर PM नरेंद्र मोदी का अहम बयान

क्रिप्टोकरेंसी की वैधता और इसके नियमन पर भारत में चर्चा गरम है. सरकार कितनी गंभीरता और तेजी से इस संबंध में अपना स्टैंड तैयार कर रही है, इसका सबूत हैं पिछले एक हफ्ते में हुईं दो अहम बैठकें और गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इसपर आया ताजा बयान. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी क्रिप्टो करेंसी को रोका नहीं जा सकता ने आज ‘सिडनी संवाद' को डिजिटल माध्यम से संबोधित करते हुए क्रिप्टोकरेंसी के भविष्य को लेकर एक अहम बात कही. पीएम ने कहा कि 'सभी देशों को यह सुनिश्चित करना होगा कि क्रिप्टो गलत हाथों में न पड़े.' पीएम का यह बयान तब आया है, जब अभी पिछले दिन एक संसदीय समिति से यह राय निकलकर आई थी कि क्रिप्टो को रोका नहीं जा सकता है, लेकिन इसके नियमन की जरूरत है. पीएम मोदी ने भी इस संबंध में एक बैठक ली थी.

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पीएम ने गुरुवार को संबोधन में क्रिप्टोकरेंसी का ज़िक्र करते हुए कहा कि 'क्रिप्टोकरेंसी या बिटकॉइन का उदाहरण ले लीजिए. यह बहुत जरूरी है कि सभी लोकतांत्रिक देश इसपर काम करें और यह सुनिश्चित करें कि यह गलत हाथों में न पड़े, क्योंकि इससे हमारे युवा पर गलत असर पड़ेगा.'

Take crypto-currency or bitcoin for example.

It is important that all democratic nations work together on this and ensure it does not end up in wrong hands, which can spoil our youth: PM @narendramodi

— PMO India (@PMOIndia) November 18, 2021

पीएम आज 'India's Technology: Evolution and Revolution' विषय पर बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि 'हम एक युग में होने वाले ऐसे बदलाव के दौर में हैं, जब तकनीक और डेटा हमारे नए हथियार बन रहे हैं.'

पीएम मोदी की अध्यक्षता में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर हुई थी बैठक

Cryptocurrency in India: क्रिप्टोकरेंसी को कानून के दायरे में लाने के खिलाफ हैं 54 फीसदी भारतीय-सर्वे

क्रिप्टोकरेंसी एंड रेग्युलेशन ऑफ ऑफिशियल डिजिटल करेंसी बिल, 2021 को संसद के आगामी सत्र के लिए सूचीबद्ध किया गया है

  • News18Hindi
  • Last Updated : November 25, 2021, 12:38 IST

Cryptocurrency News: इस बात की खबरें तेजी से फैल रही हैं कि भारत में सभी निजी क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrencies) को बैन किया जा सकता है. सरकार संसद के शीतकालीन सत्र (Parliament Winter Session) में इस बारे में बिल लेकर आ रही है. संसद का शीतकालीन सत्र 29 नवंबर, सोमवार से शुरू हो रहा है.क्रिप्टो करेंसी को रोका नहीं जा सकता

सरकार द्वारा क्रिप्टोकरेंसी पर बिल (Cryptocurrency Bill) लाने की घोषणा आने के बाद ही भारत में क्रिप्टो बाजार (Cryptocurrency Price Today) धड़ाम हो गया. लगभग हर बड़ी क्रिप्टोकरेंसी में बड़ी गिरावट दर्ज की गई.

विस्तार

क्रिप्टोकरेंसी के अनियमित उतार-चढ़ाव से निवेशकों को बचाने के लिए मोदी सरकार ने सख्त कदम उठाने का फैसला कर लिया है। इसके तहत भारत सरकार ने मंगलवार (23 नवंबर) को क्रिप्टोकरेंसी बिल लाने का एलान किया, जिसके तहत देश में सभी निजी क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लगा दिया जाएगा। इस खबर के सामने आते ही क्रिप्टो मार्केट बुरी तरह धराशायी हो गया। वहीं, सभी तरह की क्रिप्टोकरेंसी में 25 से 30 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। क्रिप्टो मार्केट में आए इस भूचाल को देखते हुए समझते हैं कि क्या है क्रिप्टोकरेंसी बिल और इसकी मदद से केंद्र सरकार क्रिप्टोकरेंसी पर कैसे काबू पाएगी?

क्या है क्रिप्टोकरेंसी बिल?
जानकारी के मुताबिक, क्रिप्टोकरेंसी के नियमन के लिए केंद्र सरकार की ओर से संसद के शीतकालीन सत्र में क्रिप्टोकरेंसी एवं आधिकारिक डिजिटल मुद्रा विनियमन विधेयक 2021 पेश किया जाएगा। इस बिल के माध्यम से सरकार रिजर्व बैंक इंडिया के तहत एक आधिकारिक क्रिप्टोकरेंसी जारी करने के लिए आसान फ्रेमवर्क तैयार करने की योजना बना रही है। इसकी तकनीक और इस्तेमाल को लेकर भी तैयारी की जा रही क्रिप्टो करेंसी को रोका नहीं जा सकता है। साथ ही, इस बिल के तहत ऐसा प्रावधान लाया जाएगा, जिससे सारी निजी क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लग जाएगा। गौरतलब है कि शीतकालीन सत्र में पेश करने के लिए 26 बिल सूचीबद्ध किए गए हैं। इनमें क्रिप्टोकरेंसी बिल भी शामिल है।

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