स्वींग ट्रेडींग के हमे क्या क्या फायदे हो सकते है

Types of Trading
आप यदि स्टॉक मार्केट में इंटरेस्ट रखते होंगे, तो आपको ट्रेडिंग के बारे में अवश्य ही पता होगा। लेकिन काफी लोगों के मन में यह सवाल भी जरूर आता है, कि ट्रेडिंग आखिर कितने प्रकार (Types of Trading) की होती है।
तो चलिए आज के इस पोस्ट के माध्यम से हम जानेंगे की ट्रेडिंग के प्रकार (Types of Trading) कितने होते हैं।
ट्रेडिंग के प्रकार (Types of Trading)
स्टॉक मार्केट (Stock Market) में ट्रेडिंग के मुख्यत चार प्रकार होते हैं। तो चलिए जानते हैं, – Types of Trading के बारे में।
1. इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday trading)
इंट्राडे ट्रेडिंग के अंतर्गत आपको अपने द्वारा लिए गए ट्रेड को एक ही दिन की अंदर लेना भी होता है, साथ ही उसी दिन बेचना भी होता है। यदि आप अपने शेयर या फिर ट्रेड को किसी भी वजह से बेचना नही चाहते हो, तो आपका वह शेयर ऑटोमैटिक मार्केट बंद होने पर खुद का खुद सेल हो जायेगा। भारतीय स्टॉक मार्केट का समय सुबह 9:15AM से शाम के 3:30PM तक होता है।
इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे
इंट्राडे ट्रेडिंग का सबसे मुख्य फायदा यह है, कि यदि आपके पास स्टॉक को लेने लायक कैपिटल नहीं भी हो, तभी भी आपको वह स्टॉक एक सस्ते प्राइस पर मिल जाता है। मतलब की इसमें आपको ब्रोकर की तरफ से एक अच्छा खासा मार्जिन देखने को मिल जाता है।
इंट्राडे ट्रेडिंग के नुकसान
इंट्राडे ट्रेडिंग का नुकसान यह है, कि आपको उसी दिन ट्रेड को लेना भी होता है, और बंद भी करना होता है। अब चाहे आप फायदे में हो या फिर नुकसान में। इसमें रिस्क भी काफी अधिक होता है। यदि आपको स्टॉक मार्केट के बारे में अधिक नॉलेज नही है, तो फिर आपको इससे दूर रहना चाहिए, क्योंकि शुरुआती दौर में सभी लोग इंट्राडे ट्रेडिंग को काफी पसंद करते हैं। और आखिरी में उनको असफलता ही देखने को मिलती है।
2. स्विंग ट्रेडिंग (Swing Trading)
स्विंग ट्रेडिंग में आपके द्वारा लिए गए ट्रेड को कुछ दिनों या फिर कुछ हप्तों तक होल्ड करने के बाद बेच सकते हो। जिसे स्विंग ट्रेडिंग कहा जाता है। यह ट्रेडिंग आपकी इंट्राडे ट्रेडिंग से बिल्कुल अलग होती है। इसमें आप अपना लॉस और प्रॉफिट को आसानी से झेल सकते हैं।
स्विंग ट्रेडिंग के फायदे
यदि आप ट्रेडिंग के फील्ड में नए उतरे हैं, तो आपके लिए स्विंग ट्रेडिंग एक अच्छी ऑपोच्युनिटी हो सकती है। इसके बाद आप अच्छे स्टॉक्स को भी सेलेक्ट कर सकोगे। साथ ही आप स्टॉक मार्केट के उतार चढ़ाव को भी आसानी से समझ पाओगे।
स्विंग ट्रेडिंग के नुकसान
स्विंग ट्रेडिंग में यदि आपके द्वारा अच्छे स्टॉक्स को नहीं चुना गया तो आप नुकसान में जाओगे। इस ट्रेडिंग में आपके द्वारा अच्छे स्टॉक्स को चुनना बहुत जरूरी है, ताकि आप स्टॉक में काफी दिनों तक इन्वेस्ट रख सके।
3. शॉर्ट टर्म इन्वेस्टिंग (Short term investing)
ट्रेडिंग में कुछ ट्रेड ऐसे भी होते हैं, जोकि लोग कुछ हप्तों से लेकर के महीनों तक भी होल्ड करके रखते हैं। उसे शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग कहा जा सकता है। शॉर्ट टर्म इन्वेस्टिंग में एक एक्टिव ट्रेड इन्वेस्टमेंट होती है, जिसमे की आपको नजर रखनी होती है, तभी जाकर के आप अपने स्टॉक को मिनिमाइज कर सकते हो।
शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग के फायदे
शॉर्ट टर्म में यदि आप अपनी पूरी रिसर्च के साथ स्टॉक्स को सेलेक्ट करते हो, तो आप अपने लॉस को मिनिमाइज कर सकते हो। और प्रॉफिट में रह सकते हो।
शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग के नुकसान
शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग में आप नुकसान में तब जा सकते हो, यदि आप दूसरों की राय लेकर के स्टॉक्स को बाय करोगे। यदि आपने यूट्यूब या फिर किसी अन्य प्लेटफॉर्म से सुन कर के स्टॉक्स में इन्वेस्ट किया है, तो आप पक्का लॉस मे जाओगे। क्योंकि इसमें खुद की रिसर्च के साथ साथ आपको स्टॉक के फंडामेंटल भी पता होने चाहिए।
4. लॉन्ग टर्म ट्रेडिंग (Long term trading)
लॉन्ग टर्म के नाम से ही आपको पता चल रहा होगा, कि आखिर लॉन्ग टर्म किसे कहेंगे, लॉन्ग टर्म ट्रेडिंग आप उसे कह सकते हैं, जिसमे आप स्टॉक्स को एक साल से अधिक समय तक होल्ड कर के रखते हैं। लॉन्ग टर्म ट्रेडिंग कहलाती है।
लॉन्ग टर्म ट्रेडिंग के फायदा और नुकसान
लॉन्ग टर्म ट्रेडिंग में यदि आपने स्टॉक्स के फंडामेंटल को अच्छे से देख करके स्टॉक्स को बाय किया है, तो आप एक अच्छा रिटर्न्स कमा सकते हैं। लेकिन यदि आपने स्टॉक्स को बिना सोचे समझे किस्मत के भरोसे लिया है, तो आप हमेशा नुकसान में ही रहोगे।
इसलिए आप जब भी स्टॉक्स को बाय करोगे तो आपको उस स्टॉक्स के फंडामेंटल जान लेना चाहिए। ताकि आप हमेशा लॉन्ग टर्म में प्रॉफिटेबल में रहो।
उम्मीद करता हूं कि आपको Types of Trading अच्छे से समझ आ गई होगी। यदि आपका कोई भी सवाल हो, तो आप कमेंट में पूछ सकते हैं।
2-5-22 से शुरू होने वाले सप्ताह के लिए स्विंग ट्रेडिंग के अवसर
मैं केवल समय सीमा और शेयर का नाम साझा करूंगा। मैं व्यापार के आधार को एक तरफ छोड़ दूंगा क्योंकि इसका उद्देश्य अच्छे शेयरों को खोजने की मूल बातें सीखने में पाठक को शामिल करना है। आप चार्ट पर एक नज़र डाल सकते हैं और अपने पसंदीदा संकेतक लगा सकते हैं और देख सकते हैं कि इनमें से कोई भी आपकी व्यापार योजना में फिट बैठता है या नहीं।
कुछ पाठकों को लगता है कि मैं केवल कई शेयरों को सूचीबद्ध कर रहा हूं ताकि अगर वे ऊपर जाएं तो मैं ऐसा दावा कर सकता हूं। यह मामला नहीं है - मैं यहां कोई अंक हासिल करने के लिए नहीं हूं। मैं अपना साप्ताहिक विश्लेषण साझा कर रहा हूं और यदि आप इसे पसंद करते हैं, तो इसे पढ़ें और यदि आप सहमत नहीं हैं, तो मैं इसके लिए ठीक हूं।
आने वाले सप्ताह के लिए मेरी वॉचलिस्ट पर
महत्वपूर्ण -
निफ्टी सप्ताह के अंतिम कारोबारी सत्र - 29-4-22 पर 17300 से ऊपर कारोबार कर रहा था और मूल्य कार्रवाई के अंतिम 2 घंटों में, निफ्टी ने 300 अंकों की गिरावट दर्ज की और दिन के निचले स्तर 17053 पर दर्ज किया। और सत्र के साथ-साथ सप्ताह को 17102 पर समाप्त किया। यह 100+ मिनट पहले के स्थान से पूरी तरह उलट था और बैंक निफ्टी 700 अंक से अधिक गिरकर दिन का अंत 36100 के ठीक नीचे हुआ।
प्रवृत्ति में अचानक और तेज बदलाव उन सूचकांकों के लिए अच्छा संकेत नहीं है जो महीने के दौरान कुछ भारी कीमतों की कार्रवाई के बाद अंतत: जंगल से बाहर निकलते हुए दिखाई दिए। और चोट के अपमान को जोड़ने के लिए, एसजीएक्स निफ्टी 16960 के स्तर का संकेत दे रहा है जो कि 150+ अंक है जहां से दिन समाप्त हुआ [निफ्टी फ्यूचर प्राइस को देखते हुए]।
साथ ही, इस सप्ताह में 3-5 से व्यापारिक अवकाश है और इसलिए, मेरे विचार में, सप्ताह के दौरान ट्रेडों से बहुत सावधान रहने की आवश्यकता है। पहले के हफ्तों में भी, मैंने यह सुनिश्चित किया है कि प्रवृत्ति के वापस आने के लिए 17200 से ऊपर का साप्ताहिक बंद होना जरूरी है, लेकिन अब मैं इसे 17400 से ऊपर के करीब ले जाता हूं क्योंकि उस स्तर को 29-4-22 को खारिज कर दिया गया है।
इसलिए, भले ही मैंने यहां अवसर साझा किए हैं, कृपया बाजार जोखिम और समय का सम्मान करें और तदनुसार अपने ट्रेडों को आकार दें। याद रखें, अगर हम जीवित रहे तो हम लंबे समय में कामयाब होंगे।
लंबी स्थिति के लिए अच्छा दिखने वाले क्षेत्र- निफ्टी 17102
मासिक, साप्ताहिक और दैनिक स्वींग ट्रेडींग के हमे क्या क्या फायदे हो सकते है चार्ट की समीक्षा के बाद यह एक संक्षिप्त सूची है। इसलिए सभी क्षेत्रों को यहां सूचीबद्ध नहीं किया जा सकता है।
मैंने क्षेत्रों का 2 भागों में विश्लेषण किया है:
जो मासिक, साथ ही साप्ताहिक चार्ट पर बुलिश दिखाई देते हैं और ये हैं:
ऐसे कई क्षेत्र हैं जो मासिक चार्ट पर बुलिश हैं, लेकिन साप्ताहिक चार्ट पर उनमें गति की कमी है। ये अंततः वापस आ जाएंगे, लेकिन अभी के लिए, वे ऐसे क्षेत्र में हैं जहां इनाम अंतर्निहित जोखिम के अनुरूप नहीं हो सकता है।
साथ ही, निफ्टी और बैंक निफ्टी जैसे प्रमुख सूचकांक हैं जो स्विंग के आधार पर लंबी स्थिति बनाने के लिए उपयुक्त नहीं हैं। कुछ सूचकांकों ने मासिक चार्ट पर भी गति में गिरावट देखी है।
साप्ताहिक समय सीमा- स्टॉक में लॉन्ग पोजीशन के लिए - 17102 पर निफ्टी स्पॉट
Cipla (NS: CIPL )
Grasim (NS: GRAS )
HDFC (NS: HDFC )
HDFC Bank (NS: HDBK )
Hero MotoCorp Ltd (NS: HROM )
Hindalco (NS: HALC )
Hindustan Unilever Ltd. (NS: HLL )
Tata Steel (NS: TISC )
TCS (NS: TCS )
Force Motors Ltd (BO: FORC )
HDFC Asset Management Company Ltd (NS: HDFA )
HPL Electric & Power Pvt Ltd (NS: HPLE )
APL Apollo Tubes Ltd (NS: APLA )
Bayer (ETR: BAYGN ) Crop
eClerx Services Ltd (NS: ECLE )
Gillette India Ltd. (NS: GILE )
GM Breweries (NS: GMBR )
Godrej Consumer Products Ltd. (NS: GOCP )
IRCTC (NS: INIR )
L&T Finance Holdings Ltd (NS: LTFH )
Omaxe Ltd (NS: OMAX )
Aditya Birla Capital Ltd (NS: ADTB )
CESC (NS: CESC )
Escorts (NS: ESCO )
Pfizer (NYSE: PFE )
Zydus Wellness (NS: ZYDS )
सफलता की उच्च संभावना वाले ट्रेडों को लेने के लिए, मासिक और साप्ताहिक चार्ट पर तेजी के क्षेत्र में फिट होने वाले स्टॉक को ढूंढना सबसे अच्छा है और एक बार ऐसा करने के बाद, दैनिक चार्ट सेट-अप पर विचार करने के बाद प्रविष्टि का निर्णय लिया जा सकता है। मैं आपके प्रदर्शन के लिए अंतिम चरण छोड़ता हूं।
कृपया ध्यान दें कि इस पोस्ट के माध्यम से, मैं यह दिखाने का प्रयास कर रहा हूं कि अलग-अलग समय-सीमा का उपयोग करके सेक्टर और शेयरों का विश्लेषण कैसे किया जा सकता है और इसलिए, मैंने वॉचलिस्ट के हिस्से के रूप में केवल सीमित संख्या में शेयरों को शामिल किया है। इस दृष्टिकोण का उपयोग करते हुए, मैं अनुशंसा करता हूं कि आप अपनी वॉचलिस्ट पर मौजूद स्क्रिप्स का विश्लेषण करें।
मैं इन ट्रेडों को ले सकता/सकती हूं/नहीं कर सकता/सकती हूं क्योंकि हर अवसर का व्यापार नहीं किया जाना चाहिए/नहीं किया जा सकता है।
ट्रेडिंग कैसे करे इन हिंदी 2022 | Trading kaise kare in hindi
Trading kya hota hai :- ट्रेडिंग का हिंदी अर्थ “व्यापार” होता है हमारे भारत देश में ट्रेडिंग बहोत ज्यादा प्रचलित शब्द है। जिसका सिंपल मतलब व्यापार करना होता है इसमें मुख्य रूप से शेयर की खरीदी और बिक्री का व्यापार किया जाता है जो आज के समय का सबसे जल्दी पैसा कमाने का जरिया बना हुआ है। एक व्यापारी या कोई भी आम व्यक्ति इसे आज के समय में आसानी से स्वींग ट्रेडींग के हमे क्या क्या फायदे हो सकते है कर सकता है। इसके बाद हम जानेंगे की Trading kaise kare in hindi में।
ट्रेडिंग कैसे करे
अगर आ सोच रहे है कि ट्रेडिंग करके लाखो रूपये कमाया जा सकता है तो आप सही सोच रहे है लेकिन लाखो रूपये जिस प्रकार आप कमा सकते है उसी प्रकार आप अपना लाखो रूपये इसमें गवा भी सकते है ट्रेडिंग करना तो आसान है मगर इसे बिना सिखे करेंगे तो आपके लिए ये जोखिम भरा हो सकता है।
ट्रेडिंग कैसे करे ? (Trading kaise kare)
ट्रेडिंग करने के लिए आपके पास मुख्यतः डीमैट अकॉउंट और ट्रेडिंग अकॉउंट होना आवश्यक है इसके बिना आप ट्रेडिंग नहीं कर सकते है तो सबसे पहले आप अपना डीमैट अकॉउंट खोले जिसके साथ ही ट्रेडिंग अकॉउंट अपने आप खुल जाता है। डीमैट अकॉउंट और ट्रेडिंग अकॉउंट को खोलना काफी आसान है इसके लिए गूगल प्ले स्टोर में बहोत सारे ऑनलाइन एप्प मौजूद है जिसमे आप अपना अकॉउंट खोल सकते है।
ट्रेडिंग अकॉउंट क्या होता है ? (Trading Account kya hota hai)
ट्रेडिंग अकॉउंट डीमैट अकॉउंट जैसा ही होता है लेकिन इसमें आपके द्वारा ट्रेड किये गए सभी Transaction को डाटा के रूप में रखता है दरासल ट्रेडिंग अकॉउंट आपके ब्रोकर के पास मौजूद होता है।
आपके द्वारा डीमैट अकॉउंट में शेयर की खरीदी और बिक्री को रिकॉर्ड करके ब्रोकर ट्रेडिंग अकॉउंट के मदद से आपके शेयर को आपके निर्देश अनुसार खरीद और बेच सकता है।
ट्रेडिंग के प्रकार (Trading ke prakar)
एक सफल ट्रेडर बनने के लिए आपको शेयर मार्केट में एक टाइप चूस करना होगा और उसी के अनुसार आप शेयर मार्केट में आसानी से ट्रेड कर सकते है। शेयर मार्केट में ट्रेडिंग के अलग अलग प्रकार है Trading ke prakar जो निन्म है –
इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है ? (Intraday Trading kya hai )
Intraday Trading वो ट्रेडिंग है जिसे एक दिन में कम्पलीट करना होता है सिंपल शब्दों में समझे तो इसमें जिस दिन शेयर को खरीदते है उसी दिन शेयर को बेचना होता है इसका एक्सपायरी डेट एक दिन का होता है। समय की बात करे तो सुबह 9:15 बजे से लेकर दोपहर 3:30 बजे तक का समय दिया गया है।
अगर आप 10 बजे शेयर खरीदते है तो आपको वो शेयर 3:30 बजे तक या उससे पहले बेचना होता है यदि आप शेयर को खरीद कर नहीं बेचते है तो आपका ब्रोकर उस शेयर को बेच देता है और उसे बेचने का चार्ज आपसे वसूल करता है। अगर आप Intraday Trading करते है तो आपको इसमें समय को ध्यान में रखकर ट्रेड करना आवश्यक है।
इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करे (Intraday Trading kaise kare)
Intraday Trading करने के लिए आपके पास पर्याप्त समय होना आवश्यक है क्योकि इसमें आपको मार्केट चालू होने से स्वींग ट्रेडींग के हमे क्या क्या फायदे हो सकते है बंद होने तक आपको इसमें समय देना जरूरी है।
इसको करने के लिए आपको chart देखना आना चाहिए इसके बिना आप Intraday Trading नहीं कर सकते यदि आप करते है तो आपका पैसा डूबने का चांस बढ़ जाता है।
इसमें चार्ट पैटर्न का महत्व काफी ज्यादा होता है इसे करने वाले Traders chart screen के सामने ही समय बिताना पसंद करते है।
स्विंग ट्रेडिंग क्या है ? (Swing Trading kya hai )
स्विंग ट्रेडिंग एक ऐसी ट्रेडिंग है जिसमे शेयर को 24 घंटे या उससे अधिक समय तक होल्ड करके रखा जा सकता है Swing Trading में ट्रेडर्स आसानी से ट्रेड कर सकते है अधिकतर लोगो Swing Trading Style में ट्रेड करना पसंद होता है ये स्टाइल ट्रेडर्स में ज्यादा पसंद किया जाता है क्योकि इसमें जोखिम कम होने का चांस रहता है।
Swing Trading kya hai ये तो आप लोग समझ गए होंगे लेकिन इसे सफल बनाने के लिए इंडिकेटर का उपयोग अधिक मात्रा में किया जा रहा है जो जोखिम को कम करने में सहायक होता है।
स्कल्पिंग ट्रेडिंग क्या है ? (Scalping Trading kya hai)
Scalping Trading एक ऐसी ट्रेडिंग है जिसमे शेयर को कम से कम 1 minute और ज्यादा से ज्यादा 5 minute तक के लिए ट्रेडर्स ट्रेडिंग करते है इस तरह के ट्रेडिंग स्टाइल में ट्रेडर्स हमेसा बड़ी मात्रा में शेयर को खरीदते है और 1 minute के भीतर लाभ कमा कर शेयर बेच देते है ऐसा ट्रेडर्स बार बार करके छोटी छोटी मात्रा में अधिक लाभ कमा लेते है।
इसमें जितना आसानी से लाभ कमाया जा सकता है उतना ही आसानी से पैसा गवाया भी जा सकता है इसलिए इस ट्रेडिंग को करने वाले ट्रेडर्स काफी ज्यादा स्किल्ड या अनुभवी होते है इसमें चार्ट पैटर्न को बारीकी से देखना और उसके हिसाब से ट्रेड करना होता है।
स्कल्पिंग ट्रेडिंग स्ट्रैटजी इन हिंदी ? (Scalping Trading strategy in hindi)
Scalping Trading kya hai ये आप समझ गए होंगे अब बात करते है Scalping Trading strategy के बारे में, तो चलिए जानते है कि Scalping Trading के लिए कैसे strategy बनाते है जो निन्म है –
- इसमें सबसे पहले आपको ऐसे स्टॉक को खोजना होगा जो मार्केट में काफी ज्यादा Volatility मतलब काफी ज्यादा उछाल या गिरावट उतपन्न करते है।
- Volatility शेयर स्टॉक खोजने के लिए इंटरनेट में बहोत सरे वेबसाइट मौजूद है जो आपको आसानी से ऐसे स्टॉक खोज कर दे सकते है।
- Volatility स्टॉक मिलने के बाद चार्ट पैटर्न को 1 minute से 5 minute के बिच सेट करके ध्यान पूर्वक देखे।
- चार्ट पैटर्न में इंडीकेटर्स का उपयोग करे।
पोसिशनल ट्रेडिंग क्या है (Positional Trading kya hai)
शेयर मार्केट में शेयर को 1 महीने से ज्यादा होल्ड करके रखने को Positional Trading कहते है इसे आप अपने मर्जी के अनुसार कभी भी बेच सकते है इसमें पैसा डूबने का जोखिम कम होता है इसलिए ज्यादा तर इन्वेस्टर्स अपने पैसे इसी में इन्वेस्ट करते है और लम्बे समय तक होल्ड करके बाद में बेच देते है। ऊपर आप समझ गए होंगे कि Trading kaise kare और स्ट्रैटजी कैसे बनाये।
Trading Meaning In Hindi – Trading क्या होती है? जाने इसके प्रकार
Trading kya hai, इसे कैसे किया जाता है, यह कितनी तरह की होती है, क्या ट्रेडिंग और निवेश करने में कोई अंतर होता है, Trading in hindi से जुड़े कई तरह के प्रश्न आपके दिमाग में आते होंगे। यह सभी शंकाएं आपके दिमाग में तब तक रहेगी जब तक कि आपको ट्रेडिंग का सरल शब्दों में अर्थ ना समझ में आ जाए।
इसलिए आपकी सभी शंकाओं पर विराम लगाते हुए आज हम आपको ट्रेडिंग की संपूर्ण जानकारी देंगे जिसमें ट्रेडिंग मीनिंग इन हिंदी, इसके प्रकार, ट्रेडिंग कैसे करते हैं इत्यादि का संपूर्ण विश्लेषण करेंगे। तो आइए शुरू करते हैं।
ट्रेडिंग मीनिंग इन हिंदी | Trading Meaning In Hindi
ट्रेडिंग का अर्थ व्यापार करने से होता है। इसमें एक चीज़ को लेकर उसे कुछ ज्यादा दाम में दूसरों को बेच दिया जाता है। जिस प्रकार किसी धंधे में एक व्यापारी अपने व्यापार से संबंधित चीजों को खरीद कर उसे अपने ग्राहकों को कुछ ज्यादा दाम में बेचकर लाभ कमाता हैं, ठीक उसी प्रकार ट्रेडिंग में होता है।
Trading Meaning in Hindi = व्यापार / लेन देन
ट्रेडिंग का अर्थ सरल शब्दों में | Trading Ka Matlab
इसे यदि हम सरल शब्दों में आपको बताना चाहे तो आप अपने आसपास की दुकानों का उदाहरण ले सकते हैं। उदाहरण के तौर पर आप चायपत्ती को लीजिए। आप इसे अपने आसपास की दुकान से या बाजार जाकर खरीदते होंगे।
अब आप इसे जिस दुकान से खरीदते हैं वह आपको उस चायपत्ती को उसी दाम में तो नही बेचता होगा ना। मान लो आप एक किलो चायपत्ती 300 रुपए की खरीदते हैं तो वह चायपत्ती उस दुकानदार को उससे कुछ कम दाम में पड़ती होगी।
अब वह चायपत्ती उस दुकानदार को चाहे 250 रुपए में पड़ी हो या 280 रुपए में लेकिन आपने उसे उसके सही दाम से कुछ ज्यादा दाम में उस दुकानदार से खरीदा। इस तरह वह दुकानदार उस चायपत्ती को आपको बेचकर लाभ कमा रहा है।
यही बात आपके द्वारा खरीदी जाने वाली हर चीज़ पर लागू होती हैं। ठीक उसी प्रकार ट्रेडिंग ऑनलाइन व्यापार होता है लेकिन यह किसी वस्तु से संबंधित नही होता है। आइए जाने ट्रेडिंग का संबंध किससे होता है।
ट्रेडिंग क्या है | What is Trading In Hindi
अब तक आप यह तो जान ही गए कि ट्रेडिंग कहते किसे हैं लेकिन ट्रेडिंग में किस चीज़ का आदान-प्रदान होता है, इसके बारे में जानना भी आवश्यक है। ट्रेडिंग में किसी वस्तु का लेनदेन ना होकर शेयर का लेनदेन होता है। हर बड़ी कंपनी के अपने शेयर होते है और उनका कुछ मूल्य होता है।
ट्रेडिंग में व्यक्ति किसी कंपनी के स्वींग ट्रेडींग के हमे क्या क्या फायदे हो सकते है कुछ शेयर खरीदता हैं और उसे कुछ ज्यादा दाम में कुछ समय के बाद किसी और को बेच देता है। इस तरह ट्रेडिंग का व्यापार किया जाता है और लाभ कमाया जाता है।
उदाहरण के तौर पर आप रिलायंस कंपनी के शेयर ले लीजिए। रिलायंस के एक शेयर का मूल्य 2300 रुपए के आसपास होता है। यह प्रतिदिन ऊपर-नीचे होता है। अब यदि किसी दिन रिलायंस का एक शेयर 2310 रुपए का है और आपने इसके 100 शेयर खरीद लिए। अगले दिन यही शेयर 2320 रुपए का हो जाता है और आपने यह शेयर बेच दिए तो इस तरह आपने एक दिन में 1000 रुपए कमा लिए।
इसी तरह शेयर मार्किट में हजारों कंपनियां हैं जिनके शेयर वहां उपलब्ध हैं। हर कंपनी के शेयर का मूल्य अलग-अलग होता है। आपको शेयर मार्किट में 2-3 रुपए से लेकर हजारों रुपए के मूल्य वाले शेयर मिल जाएंगे। यह आप पर निर्भर करता हैं कि आप कितना निवेश करना चाहते हैं।
ट्रेडिंग के प्रकार | Types of Trading In Hindi
आपके द्वारा शेयर खरीद कर उसे बेचने की अवधि के आधार पर ट्रेडिंग को 4 भागों में बांटा गया है। आइए इसके बारें में भी जाने।
1. स्कैल्पिंग ट्रेडिंग | Scalping Trading Kya Hai
यदि आप एक शेयर को खरीद कर उसे उसी दिन कुछ ही समय में बेच देते हैं तो इसे स्कैल्पिंग ट्रेडिंग के अंदर माना जाता है। यह समय कुछ सेकंड, मिनट से लेकर कुछ घंटो का हो सकता है। जैसे कि आपने एक शेयर सुबह 10 बजे खरीदा और उसे 11 बजे के आसपास बेचकर लाभ कमा लिया।
2. इंट्राडे ट्रेडिंग | Intraday Trading Meaning In Hindi
इसमें शेयर को खरीद कर उसे बेचने का समय एक दिन का होता है। कहने का तात्पर्य हुआ कि आपने एक शेयर सुबह बाजार खुलने के समय ले लिया और उसे उसी दिन बाज़ार बंद होने से पहले बेच दिया। सरल शब्दों में एक शेयर को बाजार खुलने पर खरीद कर, उसी दिन बाजार बंद होने से पहले बेच देना इंट्राडे ट्रेडिंग के अंतर्गत आता है।
3. स्विंग ट्रेडिंग | Swing Trading Kya Hai
इसमें आप किसी कंपनी के शेयर को खरीद कर उसे कुछ दिनों के लिए होल्ड पर रखते हैं और फिर उसे कुछ ज्यादा मूल्य में बेच देते हैं। अर्थात इसमें एक शेयर को कुछ घंटो या एक दिन के लिए नही बल्कि कुछ दिनों के लिए अपने पास रखा जाता है और मूल्य बढ़ने पर उसे बेच दिया जाता है।
4. पोजीशनल ट्रेडिंग | Positional Trading Meaning In Hindi
इसमें शेयर को होल्ड रखने की अवधि दिनों से बढ़कर महीने की हो जाती है। अर्थात यदि आप किसी शेयर को लेकर उसे अपने पास कुछ महीनो के लिए रखकर उसके मूल्य के बढ़ने का इंतज़ार करना चाहते हैं तो वह पोजीशनल ट्रेडिंग के अंतर्गत आती है।
ट्रेडिंग व इन्वेस्टिंग में अंतर | Difference between Trading Or Investing
इन्वेस्टमेंट की बात करें तो यह भी एक तरह से ट्रेडिंग का ही एक अगला चरण हैं लेकिन इसे ट्रेडिंग के प्रकारों में ना लेकर इन्वेस्टिंग में ले लिया जाता है। इसमें समय अवधि महीनो से ना रहकर सालों में आ जाती हैं। कहने का तात्पर्य यह हुआ कि यदि आपकी पोजीशनल ट्रेडिंग की अवधि एक वर्ष को पार कर जाती है तो वह ट्रेडिंग से निकल कर इन्वेस्टिंग में आ जाती है।
इन्वेस्टिंग का अर्थ ही होता है किसी चीज़ में ज्यादा समय तक पैसा लगाकर रखना। ठीक वैसे ही जैसा हम जमीन इत्यादि में पैसा निवेश करते हैं। ठीक उसी प्रकार किसी शेयर में लंबे समय के लिए पैसे निवेश करना इन्वेस्टिंग के अंतर्गत आता है।
ट्रेडिंग कैसे करते हैं? | How to do Trading in Hindi
अब जब आपने ट्रेडिंग के बारे में लगभग सब जान लिया हैं तो सबसे महत्वपूर्ण प्रश्न जो हम सभी के मन में आएगा कि आखिर ट्रेडिंग करते कैसे हैं। इसके लिए आपको शेयर मार्किट के बारे में अच्छे से जानकारी होना अति-आवश्यक है क्योंकि बिना इसके ट्रेडिंग बिज़नेस में जाना घाटे का सौदा हो सकता है।
कहने का अर्थ हुआ कि यह निश्चित नही कि आपके द्वारा लिए गए शेयर का मूल्य आगे बढ़े ही, क्या पता वह गिर जाए तब आप क्या स्वींग ट्रेडींग के हमे क्या क्या फायदे हो सकते है करेंगे। इसलिए पहले आपको इसके बारे में पूरी जानकारी इकठ्ठा करनी होगी, जो शेयर आप ले रहे हैं, उसके बारे में आंकलन करना होगा।
यह इस पर भी निर्भर करता हैं कि आप ट्रेडिंग का कौन-सा प्रकार करना चाहते हैं और कितने दिनों तक निवेश करके रख सकते हैं। इसके अलावा अन्य कई फैक्टर होते हैं जिनका आपको ध्यान रखना होगा। ट्रेडिंग करने के लिए कुछ ऐप्स हैं जिनकी सहायता आप ले सकते हैं।
ट्रेडिंग करने की ऐप्स :
- Zerodha
- Groww
- Upstox
- Angel Broking
- 5Paisa इत्यादि।
ऐसे ही और भी ढेरों app हैं। आप अपने मुताबिक इन में से किसी भी app पर रजिस्टर करके अपना अकाउंट बना कर ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं।
वीडियो से जाने ट्रेडिंग क्या है | Video of Trading Meaning in Hindi
तो दोस्तों ये थी ट्रेडिंग (trading in hindi) के बारे में जानकारी। हम आशा करते हैं की आप Trading Meaning in Hindi समझ गए होंगे। अगर आपको हमारी यह पोस्ट पसंद आई हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करना ना भूलें और हमें सोशल मीडिया पर फॉलो करें ताकि आपको ऐसी ही जानकारी मिलती रहे।
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Trading kise kahate hain | ट्रेडिंग कैसे करते हैं | ट्रेडिंग के प्रकार क्या हैं
यदि आप स्टॉक मार्किट में जरा भी दिलचस्पी रखते हैं, तो आपने ट्रेडिंग शब्द जरूर सुना होगा, क्या आप जानते हैं, ट्रेडिंग क्या होता है, Trading kise kahate hain, ट्रेडिंग क्यों की जाती है, और ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है। तो ट्रेडिंग के बारे में विस्तार से जानने के लिए इस पोस्ट को पूरा पढ़ें।
दरअसल जब आप स्टॉक मार्किट में अपनी शुरुवात करते हैं, तो आप के लिए कई शब्द बिलकुल नए होते हैं, जिनके बारे में आपको कोई जानकारी नहीं होती है, जैसे स्टॉक एक्सचेंज, आईपीओ, सेंसेक्स, निफ़्टी, इन्वेस्टर, रिटेलर इत्यादि, और इन्ही में से एक शब्द Trading भी है। तो चलिए जानते हैं, Trading क्या होता है।
पिछले कुछ समय में जिस गति से लोगों के बीच स्टॉक मार्किट में इन्वेस्टमेंट को लेकर चलन बड़ा है, खास करके युवा वर्ग की स्टॉक मार्किट में काफी दिलचस्पी देखि गई है, इस से पता चलता है, की आने वाले समय में भारत में नए निवेशकों की संख्या में बंपर बढ़ोतरी होने वाली है।
ट्रेडिंग स्वींग ट्रेडींग के हमे क्या क्या फायदे हो सकते है क्या होता है | Trading kise kahate hain
ट्रेडिंग का हिंदी में अर्थ होता है, व्यापार, जब दो संस्थाओं के बीच आम तोर पर मुनाफे के उद्देश्य से वस्तुओं या सेवाओं का आदान प्रदान होता है, तो वह ट्रेडिंग केहलाता है। ट्रेडिंग यानि व्यापार द्वारा ही धन प्राप्त होता है, और यही समाज में प्रगति के चक्र को भी नियंत्रित करता है। ट्रेड वस्तुओं या सेवाओं के अनुसार अलग-अलग हो सकता है, लेकिन इसकी प्रक्रिया लगभग एक समान ही होती है।
अब यदि फाइनेंसियल मार्किट या स्टॉक मार्किट में ट्रेडिंग को समझें, की ट्रेडिंग क्या होती है? तो यहाँ पर आम बाजार की तरह प्रोडक्ट और सेवाओं के जगह कंपनियों के स्टॉक्स, शेयर्स, बांड्स इत्यादि को ख़रीदा व बेचा जाता है। वह व्यक्ति जो कपनियों के स्टॉक्स को मुनाफे के उद्देश्य से खरीदता व बेचता है, उसे Trader कहा जाता है, और बाजार जहाँ पर ट्रेडिंग की जाती है, वह शेयर बाजार केहलाता है।
ट्रेडिंग मुख्य रूप से छोटी अवधी में कंपनियों के स्टॉक्स को खरीद व बेच कर अधिक से अधिक मुनाफा कमाने से जुड़ा है, इसमें ट्रेडर द्वारा बाजार के उतार-चढ़ाव का लाभ लिया जाता है। बाजार से मुनाफा क्या और कितना होगा यह बाजार के मूड, ट्रेडर की तकनीक और उसकी एनालिसिस स्किल पर निर्भर करता है। भारत में मुख्य दो स्टॉक एक्सचेंज हैं, BSE और NSE इन दोनों में ट्रेडिंग का समय सुबह 9:15 AM से शाम 3:30 PM Monday से Friday तक होता है, इसके बाद मार्केट बंद हो जाता है।
ट्रेडिंग करने के लिए आपके पास एक डीमैट अकाउंट होना अनिवार्य है, जिसके लिए में पर्सनली Grow App को दूसरे प्लेटफॉर्म्स की तुलना में बेहतर मानता हूँ, क्योंकि यह एक User friendly एप्प है, जिसका नेविगेशन काफी आसान है। नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक कर आप Grow App को Download, Install व Register कर सकते हैं।
स्टॉक मार्किट में ट्रेडिंग के प्रकार | Types of Stock market Trading in Hindi
स्टॉक मार्किट ट्रेडिंग के मुख्य तीन प्रकार हैं।
Intraday Trading :-
इंट्राडे ट्रेडिंग को डे ट्रेडिंग भी कहा जाता है, जब कोई निवेशक स्वींग ट्रेडींग के हमे क्या क्या फायदे हो सकते है एक ही दिन के भीतर कोई स्टॉक्स खरीदता और बेचता है, तो वह Intraday trading केहलाता है। इसका अर्थ हुवा की यदि आपने आज के दिन में किसी कंपनी के स्टॉक्स ख़रीदे हैं, तो मार्किट बंद होने तक आज ही आपको उन स्टॉक्स को बेचना होगा। इस प्रकार की ट्रेडिंग अनुभवी ट्रेडर्स के द्वारा की जाती है, क्योंकि इसमें रिस्क अधिक होता है, और तेजी से निर्णय लेने पड़ते हैं।
Position Trading :-
पोजीशन ट्रेडिंग में इंट्राडे की तुलना में निवेशक को ट्रेडिंग के लिए अधिक समय मिल जाता है, क्योंकि यह Buy और Hold रणनीति पर निर्भर करता है। इसमें निवेशक लंबे समय तक के लिए स्टॉक्स को होल्ड रख सकता है, जब तक की स्टॉक्स के दाम में वृद्धि ना हो जाए, यानि इसमें निवेशक हफ़्तों और महीनों तक स्टॉक्स को होल्ड रख सकता है।
Scalping Trading :-
स्काल्पिंग ट्रेडिंग का सबसे शार्ट टर्म फॉर्म है, जिसमे एक ही दिन के भीतर ट्रेडर कई ट्रेड कर लेते हैं, जिनकी संख्या 10 से कई 100 ट्रेड तक हो सकती है। इस ट्रेडिंग रणनीति में ट्रेडर का उद्देश्य स्टॉक की कीमतों में होने वाले छोटे बदलावों से मुनाफा कमाना होता है, क्योंकि उनके द्वारा ऐसा माना जाता है, की स्टॉक की कीमतों में होने वाले छोटे बदलावों का अनुमान लगाना बढे बदलावों की तुलना में ज्यादा आसान होता है। स्कल्पिंग ट्रेडिंग करने वाले ट्रेडर्स को Scalper कहा जाता है।
Swing Trading :-
स्कल्पिंग से उलट स्विंग ट्रेडिंग में ट्रेडर्स अपनी पोजीशन को दिनों और हफ़्तों तक बनाए रख सकते हैं। इसमें मुख्य रूप से ट्रेडर ट्रेंड को पेहचान कर अपना निर्णय लेते हैं, और ट्रेंड की पेहचान के लिए Technical indicators का उपयोग किया जाता है, जिसके द्वारा अनुमान लगाया जाता है, की कोई स्टॉक ऊपर जाएगा या नीचे और उसी अनुसारी स्टॉक्स की buying और selling की जाती है।
अंतिम शब्द
ट्रेडिंग में जिस प्रकार युवाओं की दिलचस्पी बढ़ती जा रही है, अधिक से अधिक लोग प्रतिदिन ट्रेडिंग में अपने सफर की शुरुवात कर रहे हैं, ऐसे में स्टॉक मार्किट में उन सभी नए Users के लिए यह पोस्ट मददगार साबित हो सकती है। हमें उम्मीद है, इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आप जान गए होंगे Trading kise kahate hain और यह कितने प्रकार की होती है। इस पोस्ट से जुड़े यदि आपके कोई सवाल या सुझाव हैं, तो आप हमें कमेंट द्वारा नीचे बता सकते हैं।