चढ़ाव के दौर में निफ्टी वायदा

प्रमुख शेयर सूचकांक सेंसेक्स (Sensex) सोमवार को शुरुआती सत्र में 800 अंक से अधिक गिर गया. कारोबारियों के मुताबिक, इस दौरान बैंकिंग शेयरों में तेज गिरावट देखने को मिली, क्योंकि सरकार का राजकोषीय राहत पैकेज घरेलू निवेशकों के भरोसे को बहाल करने में विफल रहा.
ताज़ातरीन
कोरोनावायरस महामारी की वजह से उपभोक्ता का विश्वास पूरी तरह डगमगा चुका है और इससे चालू वित्तवर्ष 2020-21 में अर्थव्यवस्था में 1.5 प्रतिशत की गिरावट आ सकती है. भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा गुरुवार को जारी एक सर्वे में यह अनमान लगाया गया है.
मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने पूर्व केंद्रीय वित्त सचिव हसमुख अधिया की अगुवाई वाली एक समिति की सिफारिशों के आधार पर समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों को पैकेज के ज़रिये राहत की घोषणा की. रूपाणी ने कहा, "हमने राज्य के आर्थिक पुनरुद्धार के लिए हसमुख अधिया समिति की नियुक्ति की थी. समिति ने अपनी अंतरिम रिपोर्ट दे दी है. "
रिलायंस JIO में छठा बड़ा निवेश, मुबाडला ने 9,093.60 करोड़ रुपये में 1.85 फीसदी हिस्सा खरीदा
रिलायंस द्वारा बीते कुछ सप्ताह में यह छठा सौदा है, जिसके जरिए अब तक कुल 87,655.35 करोड़ रुपये जुटाए जा चुके हैं. इस धनराशि से समूह को कर्जमुक्त होने में मदद मिलेगी.
बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स बृहस्पतिवार को शुरूआती कारोबार में 200 अंक से अधिक मजबूत होकर खुला. विदेशी पूंजी प्रवाह जारी रहने के साथ एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, टीसीएस और रिलायंस इंडस्ट्रीज में लिवाली से बाजार में तेजी आयी. तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स एक चढ़ाव के दौर में निफ्टी वायदा समय 34,310.14 अंक तक चला गया. बाद में यह थोड़ा नीचे आया और 124.02 अंक यानी 0.36 प्रतिशत की बढ़त के साथ 34,233.56 अंक पर पर पहुंच गया.
शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 500 अंकों से अधिक उछला, निफ्टी 10,100 के स्तर पर
सकारात्मक घरेलू और वैश्विक संकेतों के कारण प्रमुख शेयर सूचकांक सेंसेक्स में बुधवार को शुरुआती कारोबार के दौरान 500 अंकों से अधिक की तेजी हुई और इस दौरान एचडीएफसी, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और रिलायंस इंडस्ट्रीज मजबूत के साथ कारोबार कर रहे थे.
केंद्र सरकार ने मंगलवार को मोबाइल उपकरण बनाने वाली वैश्विक कंपनियों को आकर्षित करने और इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण को प्रोत्साहन के लिये 50,000 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन योजनाओं के तहत मदद के लिए आवेदन आमंत्रित करने काम शुरू कर दिया. सूचना प्रौद्योगिकी और दूरसंचार मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि भारत दुनिया की शीर्ष मोबाइल विनिर्माता कंपनियों को आकर्षित करना चाहेगा तथा पांच चुनिंदा स्थानीय कंपनियों को बढ़ावा दिया जाएगा.
शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 300 अंकों से अधिक चढ़ा, निफ्टी 9,900 के पार
वैश्विक बाजारों से सकारात्मक संकेतों के बीच प्रमुख शेयर सूचकांक सेंसेक्स में मंगलवार को शुरुआती कारोबार के दौरान 300 अंकों से अधिक की तेजी देखने को मिली और इस दौरान कोटक बैंक, एचडीएफसी, टीसीएस और रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर तेजी के साथ कारोबार कर रहे थे. शुरुआती कारोबार के दौरान सेंसेक्स सपाट खुला, लेकिन जल्द ही 309.68 अंक या 0.93 प्रतिशत बढ़कर 33,613.20 पर पहुंच गया.
एचडीएफसी, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में तेजी के साथ बाजार में मजबूत बढ़त दर्ज की गयी. तीस शेयरों वाला सेंसेक्स शुरूआती कारोबार में 900 अंक से अधिक की तेजी के साथ एक समय 33,334.96 अंक पर पहुंच गया था. बाद में 859.14 अंक यानी 2.65 प्रतिशत की बढ़त के साथ 33,283.24 अंक पर कारोबार कर रहा था.
वैश्विक रुख तय करेगा शेयर बाजारों की दिशा, कायम रहेगा उतार-चढ़ाव का दौर : विशेषज्ञ
रूस-यूक्रेन संघर्ष, मासिक डेरिवेटिव अनुबंधों के निपटान तथा कच्चे तेल की ऊंची कीमतों की वजह से इस सप्ताह शेयर बाजारों में उतार-चढ़ाव रहने के आसार है। विश्लेषकों ने यह राय जताई है।
विश्लेषकों का कहना है कि भू-राजनीतिक चढ़ाव के दौर में निफ्टी वायदा तनाव और आपूर्ति-पक्ष की चिंताएं निवेशकों की धारणा को प्रभावित करती रहेंगी।
स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट लि. के शोध प्रमुख संतोष मीणा ने कहा, ‘‘इस सप्ताह मार्च के वायदा एवं विकल्प (एफएंडओ) अनुबंधों का निपटान है, जिससे बाजार के दायरे के बारे में दिशा मिलेगी। वैश्विक बाजारों में भी अब सुधार और कुछ स्थिरता दिख रही है। हालांकि, रूस-यूक्रेन के मुद्दे की वजह से अभी अनिश्चितता कायम है और इससे बाजार में उतार-चढ़ाव रहेगा।’’ मीणा ने कहा कि भू-राजनीतिक तनाव तथा आपूर्ति-पक्ष की चिंता में कच्चे तेल के दाम फिर ऊंचाई पर पहुंच गए है। यदि इनमें और तेजी आती है, तो यह भारतीय बाजार की चिंता बढ़ाएगा।
वैश्विक रुख तय करेगा शेयर बाजारों की दिशा, कायम रहेगा उतार-चढ़ाव का दौर : विशेषज्ञ
रूस-यूक्रेन संघर्ष, मासिक डेरिवेटिव अनुबंधों के निपटान तथा कच्चे तेल की ऊंची कीमतों की वजह से इस सप्ताह शेयर बाजारों में उतार-चढ़ाव रहने के आसार है। विश्लेषकों ने यह राय जताई है।
विश्लेषकों का कहना है कि भू-राजनीतिक तनाव और आपूर्ति-पक्ष की चिंताएं निवेशकों की धारणा को प्रभावित करती रहेंगी।
स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट लि. के शोध प्रमुख संतोष मीणा ने कहा, ‘‘इस सप्ताह मार्च के वायदा एवं विकल्प (एफएंडओ) अनुबंधों का निपटान है, जिससे बाजार के दायरे के बारे में दिशा मिलेगी। वैश्विक बाजारों में भी अब सुधार और कुछ स्थिरता दिख रही है। हालांकि, रूस-यूक्रेन के मुद्दे की वजह से अभी अनिश्चितता कायम है और इससे बाजार में उतार-चढ़ाव रहेगा।’’ मीणा ने कहा कि भू-राजनीतिक तनाव तथा आपूर्ति-पक्ष की चिंता में कच्चे तेल के दाम फिर ऊंचाई पर पहुंच गए है। यदि इनमें और तेजी आती है, तो यह भारतीय बाजार की चिंता बढ़ाएगा।
अमेरिकी चुनाव का असर: भारतीय शेयर बाजार में जोरदार तेजी, सेंसेक्स ने लगाई 503 अंकों की छलांग
नॉमिनी बनाने की प्रक्रिया बेहद आसान होती है. आप डीमैट अकाउंट खोलते वक्त ही किसी को नॉमिनी बना सकते हैं. अगर आपने अकाउंट खोलते वक्त किसी को नॉमिनी नहीं बनाया है तो बाद में फॉर्म भर कर इसे अपडेट करा सकते हैं. अगर विकल्प मौजूद है तो खाता खोलते वक्त ही नॉमिनी का नाम भर देना चाहिए.
Updated on: Nov 03, 2020 | 4:57 PM
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव से पहले वैश्विक बाजारों का रुख सकारात्मक नजर आया. मंगलवार को बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स (Sensex) 503.55 अंक उछाल के साथ 40,261.13 अंक पर बंद हुआ. इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (National Stock Exchange) का निफ्टी 144.35 अंक की बढ़त के साथ 11,813.50 अंक पर कारोबार कर रहा था. मंगलवार को शुरुआती कारोबार में ही सेंसेक्स 400 से अधिक अंक चढ़ गया था.
हाजिर मांग के कारण कच्चा तेल की कीमतों में तेजी
मजबूत हाजिर मांग के कारण कारोबारियों ने अपने सौदों के आकार को बढ़ाया चढ़ाव के दौर में निफ्टी वायदा जिससे वायदा बाजार में कच्चा तेल की कीमत मंगलवार को 38 रुपये की तेजी के साथ 2,769 रुपये प्रति बैरल हो गयी. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में नवंबर महीने की डिलिवरी वाले कच्चा तेल अनुबंध की कीमत 38 रुपये यानी 1.39 प्रतिशत की तेजी के साथ 2,769 रुपये प्रति बैरल हो गयी. इसमें 3,043 लॉट के लिये कारोबार हुआ.
मंगलवार को शेयर बाजार में तेजी से निवेशकों को जोरदार फायदा हुआ. कुछ ही मिनटों के कारोबार में निवेशकों को 1 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का फायदा हुआ. सोमवार को बीएसई पर लिस्टेड कुल कंपनियों का मार्केट कैप 1,57,18,574.96 करोड़ रुपए था, जो आज 1,31,336.77 करोड़ रुपए बढ़कर 1,58,49,911.73 करोड़ रुपए हो गया.
सोमवार को 144 अंक चढ़कर बंद हुआ था सेंसेक्स
उतार-चढ़ाव के बीच कारोबार के बाद घरेलू शेयर बाजार सोमवार को आखिरकार बढ़त के साथ बंद हुआ. सेंसेक्स बीते सत्र से करीब 144 अंक चढ़कर 39,758 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 27 अंकों की बढ़त के साथ 11,669 पर ठहरा. बैंकिंग और वित्तीय सेक्टर के शेयरों में लिवाली से बाजार को सपोर्ट मिला. सेंसेक्स पिछले सत्र से 143.51 अंकों यानी 0.36 फीसदी की तेजी के साथ 39,757.58 पर बंद हुआ और निफ्टी भी 26.75 अंकों यानी 0.23 फीसदी की बढ़त के साथ 11,669.15 पर ठहरा.
बता दें बाजार में चल रहे रहे उतार चढ़ाव की वजह कोरोना वायरस के मामलों में बढ़ोतरी, अमेरिका में राहत पैकेज में देरी और अमेरिका-चीन के बीच चल रहे तनाव को माना जा रहा है. ज्यादातर इंवेस्टर्स इस बात से परेशान हैं कि COVID-19 के मामलों में तेजी की वजह से कहीं सरकार दोबारा लॉकडाउन की घोषणा न कर दे. एक्सपर्ट्स की मानें तो अभी बाजार में उतार चढ़ाव का दौर जारी रहेगा. ऐसे में निवेशकों को सावधानी पूर्वक इंवेस्टमेंट करनी चाहिए.
बाइडेन की जीत पर झूमा शेयर बाजार- सेंसेक्स और निफ्टी ने तोड़े पिछले रिकॉर्ड, सोने-चांदी में भी उछाल
अमेरिका में बाइडेन के राष्ट्रपति चुने जाने का जश्न आज घरेलू शेयर बाजार मना रहा है। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ने अपने पिछले रिकॉर्ड को तोड़ते हुए नया रिकॉर्ड बनाया। बाइडेन की जीत से बीएसई का सेंसेक्स अपनी अब तक नई ऊंचाई 42,534 के स्तर पर पहुंच गया। वहीं, निफ्टी अपने पिछले रिकॉर्ड हाई 12,430 को तोड़ते हुए 12,445 पर पहुंच गया। सेंसेक्स का पिछला रिकॉर्ड 42,273 अंक था।
सेंसेक्स-निफ्टी ने बनाया नया रिकॉर्ड