ब्रोकर ट्रेडिंग इंस्ट्रूमेंट्स

शेयर की ट्रेडिंग कैसे होती है?

शेयर की ट्रेडिंग कैसे होती है?
  • कंपनियों के नतीजे समझने की कोशिश करे। कैसे वो आपको ट्रेडिंग में मदद और नुकसान दे सकते है
  • शेयर के असली मूल्यांकन को समझे
  • बाजार की चाल समझे। आखिर इस दौरान ट्रेडिंग में क्या चल रहा है? क्या आपको ज्यादा प्रॉफिट दे सकता है
  • किसी कंपनी के Share purchase करने से पहले उसके कारोबार और शेयर की असली कीमत को जरूर परखे.
  • जब शेयर का भाव कम हो तब शेयर खरीदने में ज्यादा प्रॉफिट हो सकता है क्युकि शेयर मार्किट में शेयर का भाव कभी एक सामान नहीं होता है. हो सकता है अभी रेट कम है अगले ही पल बढ़ जाये तब आप अपने शेयर बेंच कर ज्यादा मुनाफा कमा सकते है

Online Trading Kaise Kare | मोबाइल से शेयर ट्रेडिंग कैसे करें | Online Trading in Hindi

आपके पास समय की कमी होने के बावजूद भी आप शेयर मार्किट में ट्रेडिंग कर सकते हैं केवल आपको एक बेहरीन और विश्वशनीय एप आपने मोबाइल में डाउनलोड करना है और ट्रेडिंग और डीमेट अकाउंट ओपन करना है जो कि फ्री होता है।

पिछेल कुछ सालों में मोबाइल और इंटरनेट की दुनिया में एक क्रांति आ गयी आपके हर काम मोबाइल एप की सहायता से हो रहे है चाहे बिल का भुगतान हो या फिर ऑनलाइन शॉपिंग।

इन ऐप की के माध्यम से आप दुनिया के किसी भी कोने में हो वही से शेयर की ट्रेडिंग कर सकतें हैं और आपने पोर्टफोलियो पर नजर रख सकतें हैं।

हाल के कुछ महीनों में ऑनलाइन ट्रेडिंग (Online Trading Kaise Kare) का चलन काफी बढ़ गया है और जिन लोगों को शेयर मार्किट से डर लगता था आज वैसा नहीं है क्यूंकि ढेरो जानकारी इंटरनेट पर मौजूद है।

इस लेख में आप जानेंगे की ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे (Online Trading Kaise Kare) की जाती है? ऑनलाइन ट्रेडिंग के फायदे और नुक्सान और कौनसा एप सबसे विश्वसनीय है ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग के लिए।

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ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे करें? – Online Trading Kaise Kare

ऑनलाइन ट्रेडिंग के शुरू करने के लिए आपको कुछ कदम उठाने होते है जी बेहद जरुरी है। जिसकी शुरुवात आपको एक इंटरनेट कनेक्शन से करनी होती है जो फ़ास्ट होना चाहिए। कुछ जरुरी स्टेप के बाद आप ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग शुरू कर सकतें हैं।

  • सबसे पहले आपको किसी बेहतरीन ऑनलाइन ट्रेडिंग एप का चयन करना होगा, मैं आपको Upstox Pro App के लिए सलाह देता हूँ।
  • Upstox Pro App पर आपको डीमेट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलना होगा जो बेहद आसान है कुछ सिंपल स्टेप से अकाउंट ओपन हो जाता है।
  • Upstox Pro एप आपके रजिस्ट्रेशन के सभी बेसिक फॉर्मेलिटी पूरा होने का इंतज़ार करें जो कुछ मिनटों में हो जायेगा।
  • अब आपके पास आपका यूजर आईडी, पासवर्ड और एक पिन नंबर मिलता है जो आपके अकाउंट में लॉगइन करने के लिए दिया जाता है।
  • केवल आपको ट्रेडिंग अकॉउंट में फण्ड डालना होगा।

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Upstox Pro एप ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे करें?

आप किसी भी प्लेटफार्म से शेयर की ट्रेडिंग करें सभी का एक ही तरीका होता है। चलिए जानते हैं आप ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे (Online Trading Kaise Kare) कर सकतें हैं।

  1. सबसे पहले, आपको अपने ऐप या वेबसाइट पर लॉग इन करना होगा और सुनिश्चित करना होगा कि आपके ट्रेडिंग अकाउंट में पर्याप्त राशि हो। अगर राशि पर्याप्त नहीं है तो राशि जमा करें।
  2. अब आप जिस स्टॉक को खरीदना चाहते हैं उसके लिए सर्च बॉक्स खोजें।
  3. आप अपने सामने स्टॉक देखेंगे जहां कीमत में उतार-चढ़ाव हो रहा है। स्टॉक के ऊपर क्लिक करो
  4. अब आपके सामने एक नयी विंडो खुल गई है और निचे Buy और Sale का ऑप्शन नजर आ रहा होगा। Buy के ऑप्शन पर क्लिक करो।
  5. अब आपके सामने एक नई विंडो खुल गई है जिसमें शेयर की कीमत ऊपर दिखाई गई है। उसके नीचे, डिलीवरी या इंट्राडे चुनें, फिर कितनी मात्रा में खरीदना है भरो फिर आपको मार्किट प्राइस का ऑप्शन दिखाए देगा उसे चुने या फिर आपने रेट भरें। अब रिव्यु वाले बटन पर क्लिक करें।
  6. अब आपके सामने रिव्यु विंडो खुल गयी जो ये देखने के लिए है सभी डिटेल सही है तो आर्डर को कन्फर्म बटन दबा दें।
  7. अब आपके सामने रिव्यु विंडो खुल गयी जो ये देखने के लिए है सभी डिटेल सही है तो आर्डर को कन्फर्म बटन क्लिक करके खरीद ले।
  8. आपको आर्डर आपके आर्डर सेक्शन में दिखाई देगा।
  9. यदि आपको इसे बेचना है तो आपको पोर्टफोलियो वाले सक्शन में जाये और जिस शेयर को बेचना है उसे क्लिक करें।
  10. आप आपको एक स्क्वायर ऑफ (Square Off) का बटन दिख रहा होगा जो बेचने वाला है उस पर क्लिक करें और वही स्टेप फॉलो करें जो खरदीने में किया गया था।

ऑनलाइन ट्रेडिंग के फायदे

  • आप दुनिया में कहीं से भी शेयर ट्रेडिंग कर सकते हैं।
  • पेपर लेस ट्रेडिंग।
  • इनफार्मेशन तक आसानी से शेयर की ट्रेडिंग कैसे होती है? पहुँच।
  • आपने पोर्टफोलियो की आसान निगरानी।
  • ट्रेडिंग निपटान में जोखिम में कमी

ऑनलाइन ट्रेडिंग कितने प्रकार के होते हैं?

जब आप शेयर ट्रेडिंग करते है तो इसके दो विकल्प है जिनको जानना जरुरी है। आपको (Online Trading Kaise Kare) शेयर की खरीद और बिक्री दो प्रकार से कर सकते हैं एक लिमिट और दूसरा मार्किट.

Market: –जब आप किसी शेयर को खरीदते या बेचते हैं तो उस समय जो शेयर की कीमत जिस बाजार में होती है उस कीमत पर ट्रेडिंग करना मार्किट कहलाता है।

Limit:- लिमिट में आपके पास विकल्प होता है कि आपने ट्रेडिंग के रेट को सेट कर सकते हैं जब शेयर का रेट उस होगा तभी शेयर में ट्रेडिंग होगी अन्यथा नहीं होगी।

ऑनलाइन सिक्योरिटी को कैसे मजबूत करें?

हालंकि की ये बड़ी कंपनियों है जिन पर सेबी की कड़ी गाइडलाइन को फॉलो करना होता है इसलिए यहाँ सुरक्षा की चूक होने की सम्भवना कम होती है फिर भी आपको कुछ इम्पोर्टेन्ट पॉइंट को देखना चाहिए।

  • अपना ओटीपी, पासवर्ड, यूजर आईडी, अकाउंट पिन कोड किसी दूसरे व्यक्ति से शेयर ना करें।
  • वेबसाइट का सस्ल सर्टिफिकेट जरूर चेक करें।
  • इन्वेस्टर की जानकारी ले।

ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे काम करती है?

सेबी (SEBI) के निर्देशानुसार ने सभी ब्रोकर एक्सचेंज को आदेश किया है शेयर की खरीद होने के बाद एक वर्किंग डे के भीतर ही आपके शेयर को पूल अकाउंट से डीमेट अकाउंट में ट्रांसफर करना होगा। ऐसा ही शेयर के बेचने में मामले में भी है तब ब्रोकर को राशि को आपके अकाउंट में ट्रांफर करने के आदेश है।

भारतीय स्टॉक मार्केट T+2 साइकिल पर आधारित है जिस कारण यह अंतराल होता है।

यदि आपने उसी दिन शेयर खरीदे और बेचे हैं तो कुछ शुल्क कटाने में बाद राशि अंतर आपके अकाउंट में एडजस्ट कर दी जाएगी।

कुछ ब्रोकर एजेंसी ऑनलाइनऑफलाइन ट्रेडिंग के चार्ज में भरी (Online Trading Kaise Kare) अंतर है।

सबसे विश्वसनीय ऑनलाइन ट्रेडिंग एप

सबसे विश्वसनीय ट्रेडिंग एप की बात करें तो मैं आपको Upstox Pro इस्तेमाल करने की सलाह दूंगा। इसका सबसे बड़ी वजह इसमें श्री रतन टाटा की हिस्सेदारी है जो मुझे काफी विश्वसनीय बनाती है। दूसरा इसक इंटरफ़ेस सिंपल है जो पहली बार में ही समझ आ जाता है कैसे इस्तेमाल होगा।

इसका यूजर बेस 1 करोड़ से अधिक है कुछ ही सालों में जिन्होंने इसको 4.5 की रेटिंग दी है जो सभी ट्रेडिंग एप से अधिक है।

इसे भी पढ़ें – शेयर मार्केट में पैसा कैसे लगाएं?

FAQ – Online Trading Kaise Kare

मोबाइल से ट्रेडिंग कैसे करे?

मोबाइल से ट्रेडिंग करने के लिए आपको एक बेस्ट ट्रेडिंग एप का इस्तेमाल करना चाहिए जिसका इंटरफ़ेस सिंपल हो। ऊपर मोबाइल से कैसे ट्रेडिंग करें पूरी जानकारी दी गई है।

शेयर मार्केट में ट्रेडिंग कैसे सीखें?

शेयर मार्केट में ट्रेडिंग सिखने के लिए आपको बुक्स और लगातार प्रेक्टिस की आवश्कता होती है या आप चाहे तो ऑनलाइन कोर्स की सहायता से भी सिख सकतें हैं।

सबसे अच्छा शेयर मार्केट कौन सा है?

सबसे अच्छा शेयर मार्केट वो है जहा आपको पैसा बनाने का मौका मिलता हो यदि हम भारत की बात करें तो NSE सबसे अच्छा शेयर मार्किट है।

सबसे अच्छा ट्रेडिंग ऐप कौन सा है?

Upstox Pro सबसे अच्छा और भरोसेमंद ट्रेडिंग एप है जिसमे श्री रतन टाटा जी का भी स्टेक है।

Final Verdict – Online Trading Kaise Kare

मुझे आशा है कि इस (Online Trading Kaise Kare) लेख ने आपके सभी सवालों का जवाब दिया होगा यदि आपके मन में अभी भी कोई सवाल रहता है तो आपको कमेंट बॉक्स में पूछ सकतें हैं। और मैं मनाता हूँ आपको आपको आज से ही निवेश शुरू करना चाहिए जिसके आपको Upstox Pro को चुनना चाहिए।

Trading क्या है Trading कितने प्रकार कि होती है?

Trading क्या है? यह प्रश्न ज्यादातर स्टॉक मार्केट में नए लोगों को परेशान करता है। आज कई small retailers स्टॉक मार्केट में है जो trading और investment में अंतर नहीं समझ पाते है। अगर आपको भी ट्रेडिंग शब्द का मतलब नहीं पता है। तो आज कि लेख में हम आपको trading meaning in hindi के बारे में बारीकी से समझाएंगे। इसलिए आज का पोस्ट आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण है इसलिए इस अंत तक पढ़े। तो फिर आइए जानते हैं।

Trading क्या है?

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Trading को आसान शब्दों में व्याख्या करें तो हिंदी में इसे " व्यापार " कहा जाता है। यानी कि किसी वस्तु या सेवा का आदान प्रदान करके मुनाफा कमाना।

Stock Market Trading भी इसी तरह होता है। जैसे कि हम किसी वस्तु को खरीद और बिक्री करके मुनाफा कमाते हैं। बिल्कुल वैसे ही स्टॉक मार्केट में वस्तु की जगह कंपनियों के शेयर कि खरीद और बिक्री करके मुनाफा कमाया जाता है। ट्रेडिंग कि समय अवधि 1 साल की होती है। मतलब यह हुआ कि 1 साल के अंदर शेयर को खरीदना और बेचना है। अगर एक साल के बाद शेयर को बेचते हैं तो यह निवेश कहलाता है। यह एक तरह का ऑनलाइन पर आधारित बिजनेस होता है।

उदाहरण के तौर पर अगर हम share market में शेयर खरीद रहे हैं तो हमारे जैसे कोई अन्य व्यक्ति होगा जो उन शेयर को बेच रहा होगा। चलिए इसे अब अपने डेली लाइफ से जोड़ते हैं। मान लीजिए आपने होलसेल स्टोर से कोई सामान ₹50 खरीदा और उसे बाद में ₹60 लगा कर कस्टमर्स को बेच दिया। अगर यह आप रोजाना करते हैं तो इसे ट्रेडिंग कहा जाता है।

बिल्कुल ऐसे ही शेयर बाजार में भी होता है। आप शेयर को खरीदते हैं और 1 साल के अंदर खरीदे हुए शेयर को प्राइस बढ़ने के बाद बेच देते है। तो यह Stock Market Trading कहलाता है।

Trading को काफी रिस्की कहा जाता है क्योंकि इसमें यह कोई नहीं जानता कि कुछ समय बाद शेयर के भाव में क्या मूवमेंट आयेगा। अगर शेयर से जुड़ी न्यूज़ अच्छी आती है तो शेयर के भाव में तेजी दिखाई देगी। वहीं इसका उल्टा करे तो शेयर से जुड़ी न्यूज़ खराब आती है तो शेयर के भाव में मंदी देखने को मिल सकती है।

Stock Market Trading कितने प्रकार के होते हैं?

  1. Scalping Trading
  2. Intraday Trading
  3. Swing Trading
  4. Positional Trading

Scalping Trading क्या है?

Scalping Trading वह trade जो कुछ सेकंड या मिनट के लिए trade किया जाए। यानी मतलब यह हुआ कि वह traders जो केवल कुछ सेकंड या मिनट के लिए शेयर की खरीद और बिक्री करते हैं। ऐसे ट्रेडर्स को scalpers कहा जाता है। बता दू कि scalping trading को सबसे जायदा रिस्की होता है।

Intraday Trading क्या है?

Intraday Trading वह trade जो 1 दिन के लिए trade किया जाए। यानी मतलब यह हुआ कि वह traders जो Market (9:15 am) के खुलने के बाद शेयर खरीद लेते हैं। और मार्केट बंद(3:30 pm) होने से पहले शेयर को बेच देते है। ऐसे ट्रेडर्स को Intraday ट्रेडर्स कहा जाता है। बता दू कि Intraday ट्रेडिंग scalping trading से थोड़ा कम रिस्की होता है। इंट्राडे ट्रेडिंग के बारे में अधिक जानकारी के लिए नीचे दिए गए पोस्ट को पढ़े।

Swing Trading क्या है?

Swing Trading वह trade जो कुछ दिनों के लिए शेयर को खरीदते और बेचते है। यानी मतलब यह हुआ कि वह traders जो एक दो हफ़्ते के लिए शेयर को खरीदने के बाद बेच देते हैं। इसमें ट्रेडर को पूरे दिन चार्ट को देखना नहीं पड़ता है। यह उन लोगो ( जॉब, स्टूडेंट्स आदि) के लिए बेहतर होता है जो ट्रेडिंग में अपना पूरा दिन नहीं दे सकते हैं।

Positional Trading क्या है?

Positional Trading वह ट्रेड जो कुछ महीने के लिए होल्ड किए जाएं। यह मार्केट का long term movement को कैप्चर करने के लिए किया जाता है। ताकि एक अच्छा मुनाफा हो सके। शेयर बाजार की रोजाना के up-down से इन पर जायदा असर नहीं होता है। यह बाकी सभी trading से कम रिस्की होता है।

Trading और Investment में क्या अंतर है?

  1. Trading में शेयर को short term के लिए खरीदा जाता है। वहीं Investment में शेयर को लंबे समय के लिए खरीद लिया जाता है।
  2. Trading में टेक्निकल एनालिसिस की जानकारी होना जरूरी होता है। वहीं Investment में fundamental analysis की जानकारी प्राप्त होनी चाहिए।
  3. Trading कि अवधि 1 साल तक की होती है। वहीं निवेश कि अवधि 1 साल से ज्यादा कि होती है।
  4. Trading करने वाले लोगों को traders कहा जाता है। वहीं निवेश (Investment) करने वाले लोगों को निवेशक (Invester) कहां जाता है।
  5. Trading short term मुनाफे को कमाने के लिए किया जाता है वहीं निवेश लंबी अवधि के मुनाफे को कमाने के लिए किया जाता है।

आपने क्या जाना

जैसे कि आपने हमारी आज के लेख में trading kya hai के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की है। आज आपने ट्रेडिंग के साथ साथ ट्रेडिंग के प्रकार और निवेश से ट्रेडिंग किस तरह अलग होता है यह भी जाना है। अगर आपको भी share market में trade करना है तो सबसे पहले इसके बारे में विस्तार से जानकारी अवश्य ले। नहीं तो आपको अच्छा खासा नुकसान झेलना पड़ सकता है।

5 मिनट में जानिये कमोडिटी मार्केट में कैसे करें ऑप्शन ट्रेडिंग

ऑप्शन ट्रेडिंग है क्या? क्या हैं इसके फायदें? कौन कर सकता है ऑप्शन ट्रेडिंग? क्या हैं इसकी जरूरी शर्तें? इन सवालों के सभी जबाव 5 मिनट में .

5 मिनट में जानिये कमोडिटी मार्केट में कैसे करें ऑप्शन ट्रेडिंग

इसे एक उदाहरण से समझा जा सकता है. वायदा कारोबार में आप 30 हजार के भाव पर गोल्ड की एक लॉट खरीदते हैं. लेकिन सोने का भाव 1000 रुपये टूट जाता है और 29 हजार तक आ जाता है तो एक लॉट पर आपको एक लाख रुपये का नुकसान उठाना पड़ता है. वहीं, ऑप्शन ट्रेडिंग में अगर आपने कॉल ऑप्शन खरीदा है तो 50 रुपये प्रति दस ग्राम प्रीमियम चुकाकर यह नुकसान घटकर सिर्फ 5000 रुपये रह जाता है.

फ्यूचर ट्रेडिंग से कैसे अलग है ऑप्शन ट्रेडिंग
फ्यूचर बाज़ार में हेजिंग का टूल नहीं है यानी इसमें सौदे को ओपन (खुला) छोड़ते हैं या फिर स्टॉपलॉस लगाते हैं . अगर स्टॉपलॉस लगाने पर उस स्तर पर सौदा खुद ही कट जाता है लेकिन नुकसान जरूर होता है. स्टॉपलॉस न लगाया तो नुकसान ज्यादा होता है. जबकि पुट ऑप्शन में खरीदे हुए सौदे को हेज कर सकते हैं. इसी तरह बिके हुए सौदे को कॉल ऑप्शन के जरिये नुकसान की सीमा को बांध सकते हैं.

क्या है कॉल ऑप्शन और पुट ऑप्शन
कॉल ऑप्शन तब इस्तेमाल होता है जब आपको लगता है कि किसी कमोडिटी में आप तेजी पर दांव लगाते हैं. काल ऑप्शन में आपको प्रीमियम भरना होता वहीं आपका अधिकतम नुकसान होता है. दूसरी ओर पुट ऑप्शन का इस्तेमाल तब होता है जब आपको लगता है कि बाज़ार में आगे मंदी के आसार है.

कमोडिटी फ्यूचर्स मार्केट में ऑप्शंस कैसे चलेगा?
एंजेल कमोडिटी के डिप्टी वाइस प्रेसीडेंट अनुज गुप्ता का कहना है कि जो ऑप्शंस एक्सपायरी पर आउट ऑफ द मनी रह जाएंगे वे लॉस में कटेंगे. जिन ऑप्शन होल्डर्स के ऑप्शंस इन द मनी रहेंगे उनको अपनी पोजिशन प्रॉफिट में काटने या फिर उनको फ्यूचर्स पोजिशन में कनवर्ट करने की सहूलियत होगी.

सेबी ने यूरोपियन स्टाइल के ऑप्शंस लॉन्च को मंजूरी दी है
इक्विटी मार्केट के उलट कमोडिटी मार्केट में ऑप्शंस एक्सपायरी पर फ्यूचर्स प्राइस पर सेटल होंगे और ऑप्शन होल्डर को अपनी पोजिशन फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट्स में कनवर्ट करने का ऑप्शन होगा. इक्विटी मार्केट में एक्सपायरी पर ऑप्शन का सेटलमेंट स्टॉक या इंडेक्स के कैश यानी स्पॉट मार्केट रेट पर होता है. इक्विटी मार्केट में सेबी कैश मार्केट को रेगुलेट करता है जबकि एग्री कमोडिटी में सेबी कैश नहीं सिर्फ फ्यूचर्स को रेगुलेट करता है. यहां का कैश वाला कमोडिटी मार्केट राज्य सरकार के अधिकार क्षेत्र में आता है.

ट्रेडिंग अकाउंट होना है जरूरी
कमोडिटी मार्केट में ऑप्शन ट्रेडिंग शुरू करने के लिए सबसे पहले आपके पास ट्रेडिंग अकाउंट होना जरूरी है. अगर आपका पहले से फ्यूचर बाजार में खाता है तो अपने ब्रोकर को ऑप्शन ट्रेडिंग के लिए सहमति पत्र देना होगा. इस अकाउंट के जरिये ही आप कमोडिटी एक्सचेंज में फ्यूचर या ऑप्शन में किसी सौदे की ख़रीद या बिक्री कर सकते हैं. अगर आप नया खाता खुलवा रहे हैं तो फ्यूचर की तरह ऑप्शन में कारोबार के लिए अलग से फार्म भरना पड़ेगा.

यह ट्रेडिंग खुलवाते समय जिस ब्रोकर के यहां ट्रेडिंग अकाउंट खोल रहे है वह मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) और नेशनल डेरेवेटिव्स एक्सचेंज (एनसीडीईक्स) का सदस्य जरूर हो. साथ ही बाज़ार में इस ब्रोकर की ठीक-ठीक पहचान हो. इसके लिए आप इन दोनों एक्सचेंज की बेवसाइट पर जाकर इन ब्रोकर्स के बारे जानकारी जुटा सकते हैं.

ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लिए ये हैं जरूरी कागजात
ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लिए आपके पास पैन कार्ड, एड्रेस प्रूफ और बैंक खाता होना जरूरी है. जब आप किसी ब्रोकर के यहां ट्रेडिंग अकाउंट ओपन कराते हैं तो यह ब्रोकर आपको एक अकउंट की आईडी मुहैया कराता. इस आईडी के जरिये आप खुद भी ट्रेड कर सकते हैं. इसके लिए आपके मोबाइल, पीसी, टेबलेट में इंटरनेट की सुविधा होनी जरूरी है. इस अकाउंट के जरिये ब्रोकर को निश्चित शुल्क चुकाना होता है. अगर आप खुद से सौदे नहीं करना चाहते तो आप अपने ब्रोकर को फोन के जरिये सौदे की खरीद या बिक्री कर सकते हैं.

ऑप्शन ट्रेडिंग के 5 बड़े फायदे

1-वायदा के मुकाबले कम रिस्क, रिटर्न ज्यादा

2- प्रीमियम पर टैक्स लगेगा इसलिए वायदा के मुकाबले टैक्स कम

3-हेजिंग का टूल होने से निवेशकों की भागीदारी बढ़ेगी

4-कमोडिटी में छोटे निवेशकों की भागीदारी बढ़ेगी, कमोडिटी बाज़ार को बूस्टर मिलेगा

Share Market में ट्रेडिंग कैसे करे? Trade meaning in Hindi

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आप भी Share market के जरिये से पैसा कमा सकते है बस आपको मेहनत करने की जरुरत होती है यदि आप Beginner है या आपने अभी अभी स्टार्ट किया है और आप एवरेज मेहनत कर रहे है तो आपको इससे पैसा कमाने के लिए कम से कम 6 महीने से 1 साल के बीच लग सकता है यदि आप अच्छी खासी मेहनत कर रहे है

आप 6 महीने से पहले भी शुरू कर सकते है ये टोटली आप पर Depend करता है। Share market से पैसा कमाने के लिए आपको Share market trading आना बहुत जरुरी होता है

आज कि हमारी पोस्ट 'Share market trading' पर ही आधारित है जिसमे हम बात करेंगे कि Share market में trading क्या मतलब होता है (Trade meaning in hindi), Share market में trading कैसे करे, Trading कितने प्रकार की होती है, और इसके प्रकारो के बारे में बारीकी से बात करेंगे

Table of Contents

Share Market में ट्रेडिंग कैसे करे?

हम सब जानते और समझते है कि लाखो लोग हर वर्ष Share market में अपना हाथ अजमाते है लेकिन उनमे से अधिकतर नाकाम हो जाते है ऐसा क्यों होता है? चलिए समाझते है

ज्यादातर लोगो को रातो रात आमिर बनना होता है. जैसा वो मूवी देखते है. उन्हें बहुत जल्दी होती है. इसके चलते वो काफी चीज मिस कर शेयर की ट्रेडिंग कैसे होती है? देते है. कुछ चीजे गलत कर देते है. कुछ जरुरी चीजे तो करते ही नहीं है

अपना सारा पैसा एक साथ निवेश कर देते है निवेश करने से पहले ये पता करना जरुरी नहीं समाझते है कि आखिर उन्हें कहा, कितना और कैसे पैसे शेयर की ट्रेडिंग कैसे होती है? इन्वेस्ट करने है.

पैसे इन्वेस्ट करने से पहले सही कंपनी/जगह नहीं चुनते है जिससे उन्हें नुकसान का सामना करना पड़ता है और वो ट्रेडिंग छोड़ देते है

यदि आपको ट्रेडिंग में सफल होना है तो ऊपर दी गयी गलतियां न करे. Points को जरूर फॉलो करे. इसके लिए आपको कड़ी मेहनत करनी होगी

Trading का क्या मतलब होता है? (Trade meaning in hindi)

Share को खरीदना और बेचना Trading कहलाता है. जितने भी लोग Share market में Trading करते है उन सभी का अपना अपना तरीका होता है. Trading करने का. शेयर खरीद कर वो अपने Demat account में रखते हैं.

Demat account का उपयोग शेयर को खरीदने और बेचने के लिए ट्रेडर द्वारा किया जाता है

शेयरों की खरीद-बिक्री की सुविधा ऑनलाइन उपलब्ध है. ट्रेडिंग करने से पहले ध्यान रखे कि इसमें काफी जोखिम होता है. यदि आप सही तरीके से करते है तो आप कम से कम 2-3 गुने पैसे कमा सकते है

See also Long-Term के लिए स्टॉक रखने के फायदे (Benefits of Holding Stocks for the Long-Term in Hindi)

यदि आप गलत तरीके को चुनते है तो आपके द्वारा निवेश किये गए पैसे पुरे डूब भी सकते है. चलिए Stock market से जुड़े कुछ Important point के बारे में चर्चा करते है.

  • कंपनियों के नतीजे समझने की कोशिश करे। कैसे वो आपको ट्रेडिंग में मदद और नुकसान दे सकते है
  • शेयर के असली मूल्यांकन को समझे
  • बाजार की चाल समझे। आखिर इस दौरान ट्रेडिंग में क्या चल रहा है? क्या आपको ज्यादा प्रॉफिट दे सकता है
  • किसी कंपनी के Share purchase करने से पहले उसके कारोबार और शेयर की असली कीमत को जरूर परखे.
  • जब शेयर का भाव कम हो तब शेयर खरीदने में ज्यादा प्रॉफिट हो सकता है क्युकि शेयर मार्किट में शेयर का भाव कभी एक सामान नहीं होता है. हो सकता है अभी रेट कम है अगले ही पल बढ़ जाये तब आप अपने शेयर बेंच कर ज्यादा मुनाफा कमा सकते है

Share market me trading kaise kare in hindi

Share Market me trading kaise kare? इसको समझने के लिए आपको बाजार का सही ज्ञान होना जरुरी है. Share market में सफल होने के लिए नीचे दी गयी Marketing tips को जरूर फॉलो करे ये आपको इस क्षेत्र में Pro बना सकती है

एक Trading account खोलें: सबसे पहले एक Trading account खोले। अकाउंट खोलने के लिए एक अच्छा ऑनलाइन स्टॉक ब्रोकर ढूंढें। अकाउंट खोलने के बाद अच्छे से ट्रेडिंग करने के Trading tools का उपयोग करे।

आज के समय में Trading tools मुफ्त और paid दोनों फॉर्म में मौजूद करे। मैं आपको राय देना चाहूंगा कि आप Paid trading tool का उपयोग करे उसमे आपको Latest और Powerful feature देखने को मिलेंगे। यदि आपको ये अच्छे फीचर Free trading tool में मिलते है तो आप उसे भी यूज़ कर सकते है

पढ़ना सीखें- एक मार्केट क्रैश कोर्स: यदि आप कम समय में अच्छी ट्रेडिंग करना सीखना चाहते है और उससे पैसे कमाना चाहते है तो आपको एक्सपर्ट की राय लेना जरूरी हो जाता है उन्होंने अपने सालो के एक्सपेरिंस में जो भी सीखा है

आप वो सिख सकते है और कम समय में ज्यादा नॉलेज प्राप्त कर सकते है कई Expert, Market Crash Course प्रोवाइड करते है आप उसे खरीद सकते है मार्केट क्रैश कोर्स खरीदने से पहले एक बात हमेशा ध्यान रखे कोर्स हमेशा एक्सपर्ट से ही ख़रीदे जो आज टॉप पर है और अच्छा ट्रैड कर रहे है. हर किसी से कोर्स मत ख़रीदे

Analysis करना सीखें: अभी मैंने आपको कुछ गलतिया बताई है जो अक्सर नए Trader करते है आप उन गलतियों को बिल्कुल न करे उन चीजों को बारीकी से विश्लेषण करना सीखें।

शेयर बाजार में निवेश करना चाहते हैं, तो जरूरी है Demat Account होना, जानें कैसे खुलता है, क्या होता है चार्ज

How to open a Demat Account : डीमैट खाता खोलने की प्रक्रिया बहुत आसान होती है. इसके लिए सबसे पहले आपको एर फॉर्म ऑनलाइन भरना होता है. जिसके बाद ई वेरिफिकेशन होता है. ये प्रोसेस पूरी होते ही आपका डीमैट खाता खुल जाता है.

शेयर बाजार में निवेश करना चाहते हैं, तो जरूरी है Demat Account होना, जानें कैसे खुलता है, क्या होता है चार्ज

Demat Account : शेयर बाजार में ट्रेडिंग करने के लिए जरूरी है डीमैट अकाउंट. (प्रतीकात्मक तस्वीर)

शेयर बाजार में ट्रेडिंग (Share Market Trading) कर पैसा बहुत से लोग बनाना चाहते हैं लेकिन शेयर्स खरीदने और बेचने के लिए जिस डीमैट अकाउंट की जरूरत होती है, उसके बारे में कम ही जानकारी होती है. डीमैट अकाउंट कैसे काम करता है, इस खाते को खोलने के लिए जरूरी कागजात कौन से होते हैं और कितनी फीस डीमैट खाते को खोलने के लिए खर्च करनी पड़ती है. ऐसे बहुत सारे सवालों के जवाब हम आपको इस खबर की मदद से दे रहे हैं क्योंकि शेयर ट्रेडिंग के लिए डीमैट अकाउंट होना जरूरी है, इसके बिना ट्रेडिंग नहीं की जा सकती है.

तो आइए जानते हैं डीमैट खाते से जुड़ी हर जरूरी जानकारी.

क्या होता है डीमैट खाता

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जिस तरह से बैंक अकाउंट होता है. इसी तरह से डीमैट अकाउंट भी बैंक खाते की तरह काम करता है. शेयर बाजार को रेगुलेट करने वाली संस्था SEBI के साफ निर्देश हैं कि बिना डीमैट खाते के शेयरों को किसी भी अन्य तरीके से खरीदा और बेचा नहीं जा सकता है.

डीमैट खाते की सबसे अच्छी बात होती है ये जीरो अकाउंट बैलेंस के साथ भी खोला जा सकता है. इसमें मिनिमम बैलेंस रखने की जरूरत नहीं होती है. शेयर बाजार में निवेश के लिए निवेशक के पास बैंक अकाउंट, ट्रेडिंग अकाउंट और डीमैट खाता होने चाहिए क्योंकि डीमैट खाते में आप शेयरों को डिजिटल रूप से अपने पास रख सकते है. तो वहीं ट्रेडिंग अकाउंट से मदद से शेयर, म्युचुअल फंड और गोल्ड में निवेश किया जा सकता है.

कैसे खोलें डीमैट खाता

- शेयरों में ऑनलाइन निवेश करने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी डीमैट खाता होता है. आप इसे HDFC सिक्योरिटीज, ICICI डायरेक्ट, Axis डायरेक्ट जैसे किसी भी ब्रोकरेज के पास खुलवा सकते हैं.

- ब्रोकरेज फर्म का फैसला लेने के बाद आप उसकी वेबसाइट पर जाकर डीमैट अकाउंट ओपन करने का फॉर्म सावधानी से भरने के बाद उसकी KYC प्रोसेस को पूरा करें.

- KYC के लिए फोटो आईडी प्रूफ, एड्रेस प्रूफ के लिए डॉक्यूमेंट की जरूरत पड़ेगी. जब ये प्रोसेस पूरी हो जाएगा तो उसके बाद इन-पर्सन वेरिफिकेशन होगा. संभव है जिस फर्म से आप डीमैट अकाउंट खुलवा रहे हों, वो अपने सर्विस प्रोवाइडर के दफ्तर आपको बुलवाएं.

- इस प्रोसेस को पूरा होने के बाद आप ब्रोकरेज फर्म के साथ टर्म ऑफ एग्रीमेंट साइन करते है. ऐसा करने के बाद आपका डीमैट अकाउंट खुल जाता है.

- फिर आपको डीमैट नंबर और एक क्लाइंट आईडी दी जाएगी.

कौन खोलेगा डीमैट खाता

इंडिया में डीमैट खाता खोलने का काम दो संस्थाएं करती है. जिसमें पहली है NSDL (National Securities Depository Limited) और दूसरी है CDSL (central securities depository limited). 500 से अधिक एजेंट्स इन depositories के लिए काम करते है, जिनको आम भाषा में डीपी भी कहा जाता है. इनका काम डीमैट अकाउंट खोलना होता है.

जरूरी शर्तें

डीमैट अकाउंट खोलने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी शर्त होती है कि जो व्यक्ति शेयर ट्रेडिंग के लिए डीमैट अकाउंट खुलवा रहा हो उसकी उम्र 18 साल से ज्यादा होनी चाहिए. साथ ही इसके लिए उस व्यक्ति के पास पैन कार्ड, बैंक अकाउंट आइडेंटिटी और एड्रेस प्रूफ होना जरूरी है.

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