ग्रे या ब्लैक मार्केट क्या है?

Honda की नई 150cc बाइक हुई लॉन्च, KTM से भी ज्यादा फीचर्स और शानदार लुक में युवाओं को जीतेगी दिल
Honda New Bike: होंडा ने अपनी अपग्रेडेड Honda CB150R नेकेड स्ट्रीटफाइटर बाइक को इंडोनेशियाई मार्केट में उतार दिया है। इसे कंपनी ने ब्लूटूथ फीचर के साथ पेश किया है। कंपनी ने इसके डिज़ाइन में काफी बदलाव किए हैं।
वहीं इसमें कई इक्यूप्मेंट्स को भी इनस्टॉल किए हैं। आपको बता दें कि Honda CB150R नेकेड स्ट्रीटफाइटर के नए मॉडल को इंडोनेशियाई और मलयेशियाई बाजारों में दो वेरिएंट क्रमशः स्टैंडर्ड और स्पेशल एडिशन के साथ पेश किया गया है।
स्ट्रीटफायर एडिशन में आपको 3 कलर ऑप्शन मिल जाता है। जिसमें फ्यूरी मैट रेड, रैप्टर मैट ब्लैक और ग्रे या ब्लैक मार्केट क्या है? आर्मर्ड मैट ग्रे रंग शामिल है। हालांकि इस बाइक के रेग्युलर मॉडल को 2 रंगों में उपलब्ध कराया गया है जिसमें स्टिंगर रेड ब्लैक और माचो ब्लैक शामिल हैं।
इस बाइक में मिलेंगे कई बेहतरीन फीचर्स
इस बाइक में LED लाइटिंग सिस्टम के साथ ही एक टेपर्ड हैंडलबार दिया गया है। इससे राइडर को आरामदायक ड्राइविंग का एक्सपीरियंस मिल जाता है। इस बाइक के एलसीडी इंस्ट्रूमेंट कंसोल को भी अपग्रेड किया गया है। इस बाइक में एलईडी हेडलैंप, एलईडी टेल-लैंप और एलईडी टर्न इंडिकेटर के साथ ही नए डिजाइन के फ्यूल टैंक लगाए गए हैं।
इसमें 12 लीटर का फ्यूल टैंक लगाया गया है। स्ट्रीटफायर एडिशन के लिए एक बेली गार्ड भी कंपनी उपलब्ध कराती है। इस बाइक के हायर-स्पेक स्पेशल एडिशन मॉडल में आपको ब्रॉन्ज के इंजन कवर, फ्यूल टैंक पर 3डी लोगो, बेली पैन और हैंडलबार और व्हील रिम्स पर हाइलाइट्स मिल जाते हैं।
CB150R बाइक के इंजन की डिटेल्स
Honda CB150R में कंपनी 149 सीसी का DOHC सिंगल-सिलेंडर लिक्विड-कूल्ड इंजन उपलब्ध कराती है। इस इंजन की क्षमता 9,000 rpm पर 16 bhp का अधिकतम पावर और 7,000 rpm पर 13.7 Nm का पीक टॉर्क जेनरेट करने की है।
इस इंजन के साथ कंपनी 6-स्पीड गियरबॉक्स उपलब्ध कराती है। होंडा CB150R के सस्पेंशन की बात करें तो इसमें नए 37mm शोवा USD (अपसाइड डाउन फ्रंट फॉर्क्स) और रियर में प्रो-लिंक मोनोशॉक आपको मिल जाते हैं। वहीं बेहतर ब्रेकिंग के लिए इस बाइक के फ्रंट और रियर दोनों व्हील में कंपनी ने डिस्क ब्रेक लगाए हैं।
टाटा टियागो NRG iCNG भारत में हुई लॉन्च, कीमत 7.4 लाख रुपये
देश की दिग्गज वाहन निर्माता कंपनी टाटा मोटर्स ने अपनी टियागो NRG हैचबैक के CNG वेरिएंट को भारतीय बाजार में लॉन्च कर दिया है। टाटा ने इसे टियागो NRG iCNG नाम दिया हैऔर इस गाड़ी को दो वेरिएंट्स XT और XZ. में उतारा है। यह कार वॉइस कंट्रोल फीचर और टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम से भी लैस है। साथ ही नए iCNG में 1.2-लीटर पेट्रोल इंजन दिया गया है। आइये इस कार के बारे में जानते हैं।
टाटा टियागो NRG iCNG में स्कल्प्टेड हुड, क्रोम ग्रिल, स्वेप्ट-बैक हेडलाइट्स, चौड़ा एयर वेंट और सिल्वर स्किड प्लेट जैसे फीचर्स दिए गए हैं। इसके किनारे रूफ रेल्स, ब्लैक B-पिलर्स, इंडिकेटर-माउंटेड ORVMs, फ्लेयर्ड व्हील आर्च और 15-इंच के अलॉय व्हील्स उपलब्ध हैं। इस चार पहिया वाहन के पिछले सिरे पर रैप-अराउंड टेललैंप और विंडो वाइपर भी दिए गए हैं। टाटा के नए टियागो NRG मॉडल में 2400mm का व्हीलबेस दिया गया है, जबकि इसका ग्राउंड क्लीयरेंस 181mm है।
केबिन फीचर्स की बात करें तो टाटा टियागो NRG iCNG में ऑल-ब्लैक डैशबोर्ड, प्रीमियम फैब्रिक अपहोल्स्ट्री, एक इंजन स्टार्ट-स्टॉप बटन, मैनुअल AC और एक मल्टीफंक्शनल स्टीयरिंग व्हील के साथ बड़ा पांच-सीटर केबिन दिया गया है। इसमें हार्मन साउंड सिस्टम, डिजिटल इंस्ट्रूमेंट कंसोल और ऐप्पल कारप्ले और एंड्रॉयड ऑटो के साथ 7.0 इंच का टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम भी उपलब्ध है। साथ ही यात्रियों की सुरक्षा के लिए इसमें कई एयरबैग और एक रियर-व्यू कैमरा भी है।
टाटा टियागो NRG iCNG में 1.2-लीटर पेट्रोल इंजन मिलेगा, जो CNG किट के साथ 72hp की पावर और 95Nm का पीक टॉर्क जनरेट करेगा। ट्रांसमिशन के लिए इंजन को 5-स्पीड मैनुअल या ऑटोमैटिक गियरबॉक्स के विकल्प के साथ जोड़ा गया है। यह गाड़ी फ्रंट व्हील ड्राइव के साथ आएगी। रिपोर्ट्स की मानें तो एक किलोग्राम CNG में यह 25 किलोमीटर तक की दूरी तय करने में सक्षम है।
टाटा मोटर्स देश में अपने CNG पोर्टफोलियो का विस्तार करने वाली है। कंपनी इसी साल के अंत तक अपनी अल्ट्रोज हैचबैक को CNG वेरिएंट में उतार सकती है। इस हैचबैक का डिजाइन और अन्य फीचर्स इसके मौजूदा मॉडल के समान ही होंगे। हालांकि, नए फीचर्स के तौर पर इसमें फैक्ट्री फिटेड CNG किट को शामिल किया जा सकता है। यह कार कॉसमॉस ब्लैक, एवेन्यू व्हाइट, हार्बर ब्लू, ओपेरा ब्लू, आर्केड ग्रे और डाउनटाउन रेड शेड्स में उपलब्ध होगी।
टाटा टियागो NRG के XT मॉडल की कीमत 7.4 लाख रुपये है। वहीं, XZ मॉडल 7.8 लाख रुपये (सभी कीमतें एक्स-शोरूम) में लॉन्च हुई है। टियागो का iCNG मॉडल पेट्रोल मॉडल की तुलना में 90,000 रुपये महंगा है।
मात्र 67,990 रुपये में खरीदें रॉयल एनफील्ड क्लासिक 500, चलाने की 'इजाजत' नहीं
कंपनी के दावे के मुताबिक असली मोटरसाइकिल से पार्ट्स लेकर इन्हें हाथ से बनाया जाता है. हर स्केल मॉडल की लंबाई 780 मिमी, चौड़ाई 380 मिमी और ऊंचाई 261 मिमी है.
Updated: November 21, 2022 11:40 AM IST
कोरोना ने कई आयोजनों और समारोहों की चमक फीकी कर दी थी. हालांकि अब कई कार्यक्रम एक बार फिर से शुरू हो रहे हैं. रॉयल एनफील्ड (Royal Enfield) का राइडर मेनिया कार्निवाल दो साल के बाद वापस लौटा है. रॉयल एनफील्ड के दीवानों के बीच ये कार्यक्रम काफी लोकप्रिय है. इसके लिए मुंबई, दिल्ली और यहां तक की गुवाहाटी सहित पूरे देश भर से लोग अपनी पसंदीदा रॉयल एनफील्ड्स बाइक पर सवार होकर गोवा पहुंचते हैं. तीन दिनों तक चलने वाले इस मोटरिंग इवेंट के 2022 एडिशन में राइडर्स ग्रे या ब्लैक मार्केट क्या है? ने जमकर लुत्फ उठाया.
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रॉयल एनफील्ड ने इस इवेंट में अपनी लेटेस्ट सुपर मीटियोर 650 (Super Meteor 650) को पेश किया और यह भी बताया कि भारतीय बाजार में ये बाइक कितने तरह के कलर ऑप्शन के साथ बेची जाएगी.
बुकिंग डिटेल्स
सुपर मीटियोर 650 के अलावा, रॉयल एनफील्ड ने इस इवेंट में सबसे सस्ती रॉयल एनफील्ड क्लासिक 500 (Royal Enfield Classic 500) भी लॉन्च की. इसके सबसे सस्ते होने की वजह ये है कि यह एक 1:3 स्केल मॉडल है.
लिमिटेड एडिशन क्लासिक कलेक्टेबल को भारतीय बाजार में 67,990 रुपये में लॉन्च किया गया है. कंपनी ने 2,000 रुपये ग्रे या ब्लैक मार्केट क्या है? में इसकी बुकिंग भी शुरू हो गई है.
रॉयल एनफील्ड ने इस कलेक्टेबल को 18 रंगों में पेश किया है, जबकि राइडर मेनिया पर 8 रंगों की बुकिंग खासतौर पर उपलब्ध है.
स्केल मॉडल
स्केल मॉडल एक ऐसा मॉडल है जो दिखता तो असली जैसा है लेकिन इसे चलाया नहीं जा सकता है. कई कंपनियां अपने कार और बाइक का स्केल मॉडल बनाती हैं. ये मॉडल दिखने में बिलकुल ओरिजनल वाहन जैसे होते हैं. इसको आप कलेक्शन के तौर पर रख सकते हैं.
इन्हें आप असली मॉडल का रेप्लिका कह सकते हैं. रॉयल एनफील्ड के ये स्केल मॉडल हाथ से बनाए गए हैं और इनमें से हरेक का वजन 8.5 किलोग्राम है और इसमें वायर-स्पोक व्हील्स, पीशूटर एग्जॉस्ट और स्प्रिंग के साथ एक राइडर-ओनली सीट दी गई है.
कंपनी के दावे के मुताबिक असली मोटरसाइकिल से पार्ट्स लेकर इन्हें हाथ से बनाया जाता है. हर स्केल मॉडल की लंबाई 780 मिमी, चौड़ाई 380 मिमी और ऊंचाई 261 मिमी है.
रेप्लिका मॉडल भी 8 पेंट स्कीम रेडडिच रेड, टील ग्रीन, क्रोम ब्लैक, गन ग्रे, मैरून क्रोम, बैटल ग्रीन, डेजर्ट स्टॉर्म और जेट ब्लैक में उपलब्ध होगी.
रॉयल एनफील्ड क्लासिक 500 का ये लिमिटेड-एडिशन रेप्लिका विदेशों में भी निर्यात किया जाएगा. आने वाले समय में रॉयल एनफील्ड की अन्य बाइकों मिनी इंटरसेप्टर, कॉन्टिनेंटल जीटी आदि के मॉडल का स्केल मॉडल तैयार किया जा सकता है.
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मप्र में कई उद्योग निवेश की तैयारी में
शेयर बाजार 14 घंटे पहले (22 नवंबर 2022 ,11:15)
© Reuters. मप्र में कई उद्योग निवेश की तैयारी में
भोपाल, 22 नवंबर (आईएएनएस)। मध्यप्रदेश की व्यापारिक नगरी इंदौर में अगले साल होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के पक्ष में माहौल बनाने की कोशिशें जारी है। इसी क्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की औद्योगिक क्षेत्र के प्रतिनिधियों से मुलाकातों का दौर जारी है। चौहान का कहना है कि मध्यप्रदेश में निवेशकों को सुविधाएं देने की नीति देश में सबसे बेहतर है। वहीं उद्योगपतियों ने आगामी योजनाओं को मुख्यमंत्री से साझा किया।मुख्यमंत्री चौहान ने उद्योगपतियों से चर्चा करते हुए कहा, प्रदेश में निवेशकों को पूरा सहयोग दिया जाएगा। निवेश बढ़ने से युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे। आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश और आत्म-निर्भर भारत का निर्माण हो सकेगा।
मुख्यमंत्री चौहान से चर्चा के दौरान मेसर्स एचईजी ग्रे या ब्लैक मार्केट क्या है? लिमिटेड मंडीदीप के प्रमोटर रिजु झुनझुनवाला ने कहा कि मध्यप्रदेश में औद्योगिक निवेश के क्षेत्र में काम करने का सबसे अच्छा माहौल है। उनकी कंपनी की इकाई ग्रेफाईट एनोड के विनिर्माण के लिए प्रदेश में 1800 करोड़ रूपए का निवेश करेगी। देवास जिले के ग्राम सिरसौदा में इस परियोजना के प्रथम चरण में 800 करोड़ तथा द्वितीय चरण में एक हजार करोड़ रूपए का निवेश किया जाएगा। जिसकी वार्षिक उत्पादन क्षमता 20 हजार मीट्रिक टन होगी। एक जनवरी 2025 तक प्रथम चरण का उत्पादन शुरू होगा और एक जनवरी 2028 तक परियोजना को पूरा कर लिया जाएगा। इसमें लगभग 400 लोगों को रोजगार मिलेगा।
मेसर्स एलम सोलर, नई दिल्ली के सीईओ मनोज अग्रवाल ने बताया कि कंपनी दो चरणों में 1500 मिलियन यूएस डालर का निवेश करेगी। लगभग 500 एकड़ में स्थापित प्लांट में 400 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा और 15 हजार से 20 हजार लोगों को रोजगार मिल सकेगा।
मेसर्स रमणीक पॉवर एण्ड एलॉयज प्रा. लि. बालाघाट के डायरेक्टर निश्चल त्रिवेदी ने मुख्यमंत्री को बताया कि कंपनी द्वारा बालाघाट के ग्राम सरंडी में 168 करोड़ रूपए का निवेश प्रस्तावित है। इससे सैकड़ों लोगों को रोजगार मिलेगा। इसमें सिलिको एलॉयज का उत्पादन होगा।
मेसर्स बुरहानपुर टेक्सटाईल्स लिमिटेड के मेनटोर ओमप्रकाश मित्तल ने बताया कि उनकी कंपनी द्वारा ग्राम फतेपुर, जिला बुरहानपुर में यार्न, ट्वीस्टेड यार्न, ग्रे-फेब्रिक, आरएफडी फेब्रिक, साड़ी धोती व जॉब वर्क, पैलेट्स उत्पादन पर 297 करोड़ 86 लाख रुपए के निवेश का प्रस्ताव है। इससे 1100 व्यक्तियों को रोजगार उपलब्ध हो सकेगा।
वैज्ञानिकों ने लैब में बना डाला Black Hole, जानें फिर क्या हुआ
ब्लैक होल (Black hole) ऐसा विषय है, जो हमेशा से वैज्ञानिकों को रोमांचित करता आया है। इसके रहस्य को सुलझाने में जुटे साइंटिस्टों ने एक लैब में ब्लैक होल बनाया है। एक नई स्टडी में कहा गया है कि करीब एक दशक पुराने स्टीफन हॉकिंग सिद्धांत (Stephen Hawking theory) को टेस्ट करने के लिए रिसर्चर्स ने लैब में ब्लैक होल की स्थितियों को डेवलप किया। अंतरिक्ष में मौजूद अदृश्य जगह है ब्लैक होल। इनमें इतना अधिक गुरुत्वाकर्षण होता ग्रे या ब्लैक मार्केट क्या है? है कि उसके असर से कोई भी नहीं बच पाता, सूर्य से निकलने वाली रोशनी भी नहीं। स्टडी के तहत ब्लैक होल को समझने के लिए वैज्ञानिकों ने परमाणुओं की सिंगल-फाइल चेन का इस्तेमाल किया।
इसके बाद जो हुआ उसे ‘हॉकिंग रेडिएशन’ के नाम से जाना जाता है। यही वह थ्योरी है, जिसे भौतिक विज्ञानी स्टीफन हॉकिंग ने प्रस्तावित किया था। द सन की रिपोर्ट के अनुसार, हॉकिंग रेडिएशन उन काल्पनिक (hypothetical) कणों के बारे में बताता है जो क्वांटम प्रभावों के कारण ब्लैक होल की सीमाओं के बाहर पैदा होते हैं।
वर्तमान में दो सिद्धांत हैं जिनका मकसद हमारे ब्रह्मांड के इनर वर्किंग की ग्रे या ब्लैक मार्केट क्या है? व्याख्या करना है। पहला है, सापेक्षता का सामान्य सिद्धांत (general theory of relativity) और दूसरा, क्वांटम यांत्रिकी (quataum mechanics)। लेकिन वैज्ञानिकों ने ब्लैक होल का जो नया सिम्युलेशन किया और हॉकिंग रेडिएशन की थ्योरी, इन दोनों फ्रेमवर्क को एकजुट करने में मदद कर सकती है।
आप पूछेंगे कैसे? वर्तमान में हमारे पास यह जानने का कोई तरीका नहीं है कि ब्लैक होल को पार करने के बाद किसी चीज का क्या होता है। लेकिन 1974 में स्टीफन हॉकिंग ने कहा था कि क्वांटम उतार-चढ़ाव (fluctuations) में इससे जुड़ी जानकारी छिपी हो सकती है। नई स्टडी में ब्लैक होल को रेडिएशन की वजह से ‘चमकते’ हुए दिखाया गया है।
स्टडी से जुड़ी वैज्ञानिकों की टीम का कहना है कि इससे उन मैटर्स की खोज का रास्ता खुल सकता है, जो ब्लैक होल में जाने के बाद ‘लापता’ हो जाते हैं। नई स्टडी भविष्य के लिए मददगार हो सकती है। ध्यान देने वाली बात है कि वैज्ञानिकों ने हाल ही में पृथ्वी से सिर्फ 1,560 प्रकाश वर्ष दूर एक ब्लैक होल की खोज की है, जो पृथ्वी सबसे नजदीक मिला ब्लैक होल है।
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