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ब्‍लॉकचेन टेक्‍नोलॉजी क्‍या है

ब्‍लॉकचेन टेक्‍नोलॉजी क्‍या है

ब्लॉकचेन क्या है ? What is Blockchain

नमस्कार दोस्तों क्या आप जान ना चाहते हो की ये ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी क्या है ? अगर आप जान ना चाहते हो तो एकदम सही आर्टिकल पे आये हो क्यु की आज के इस आर्टिकल में में आपको ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के बारे बिस्तार रूप से बताने के लिए कोसिस करूँगा . तो चलिए जानते है ये ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी है क्या और इसके बारे में कुछ और चीजे ……

1.ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी क्या है

2.ब्लॉकचेन किस तरह से कम करती है

3.ब्लॉकचेन में ब्लाक का मतलब क्या है

4.ब्लॉकचेन कितने प्रकार की होती है

1.ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी क्या है ?

ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी एक तरह से जानकारी रिकॉर्ड रखने की प्रणाली है .जो सिस्टम को बदलने,हैक और धोखा देने के लिए बेहद मुस्किल कर देता है .यह एक चैनिंग टेक्नोलॉजी है .ब्लॉकचेन का हर ब्लाक एक दुसरे से जुड़े रहते है .आप ब्लॉकचेन को ये भी कह सकते हो डिजिटल खाता .जो की लेनदेन को रिकॉर्ड करता है .यह ब्लॉकचेन पर कंप्यूटर सिस्टम के पुरे नेटवर्क में अनुकृत और बितरित किया जाता है,जो हर लेनदेन का रिकॉर्ड रखता है .ब्लॉकचेन पर हर बार एक नया लेनदेन होता है ,धोखाधड़ी से बचने के लिए उस लेनदेन का रिकॉर्ड एक ही समय में प्रत्यक प्रतिभागी के खता बही में रिकॉर्ड किया जाता है .

चलिए आपको में और सिंपल भासा में समझाने के लिए कोसिस करता हूँ -ब्लॉकचेन को हम अलग अलग ब्लाक का चैन कह सकते है .इन ब्लाक में information स्टोर हो के रहता है और हर ब्लाक आपस में जुड़े हुए रहते है .एक ब्लाक में जानकारी full होने के बाद वो अपने पास के ब्लाक के साथ जुड़ जाता है ब्‍लॉकचेन टेक्‍नोलॉजी क्‍या है और एक चैन के रूप में सारे ब्लाक जुड़ जाते है .

2.ब्लॉकचेन किस तरह से काम करता है ?

ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी ब्लाक पर आधारित है और कार्य करने वाला सिस्टम है .हर ब्लाक में उपयोग कर्तायो की transaction history रहता है .जिसे बदलाव करना ना मुनकिन है .मान लीजिये 3 ब्लाक है और उन में से एक ब्लाक हैक करने के बाद चारो को पता चल जायेगा इसलिए हैक करना मुस्किल हो जाता है .और चारो ब्लाक को हैक करने के बाद ही आप इस ब्लॉकचेन को हैक कर सकते हो जो की ना मुनकिन है .तो इस तरह से ब्लॉकचेन काम करता है .

3.ब्लॉकचेन में ब्लाक का मतलब क्या है ?

जैसे हमारा normal लेनदेन खाता रहता है उस खाता में एक पेज अगले पेज से जिस तरह से जुड़े हुए रहता है उसी तरह से ब्लॉकचेन में एक ब्लाक दुसरे ब्लाक से जुदेहुए रहता है .येहा पे हम लेनदेन खाता को ब्लॉकचेन कह सकते है और हर एक पेज को एक एक ब्लाक कह सकते है .जैसे पेज में लेनदेन का हिसाब रहता है उसी तरह ब्लॉकचेन का ब्लाक में सारा हिसाब किताब रहता है ऑनलाइन क्रिप्टो लेनदेन का और बहुत कुछ जानकारी . अभी आपको समझ में आ गया होगा की ये ब्लॉकचेन का ब्लाक क्या है .

4.ब्लॉकचेन कितने प्रकार की होती है ?

बिविन्य प्रकार के नेटवर्क को आधार कर के ब्लॉकचेन को 4 भाग में बिभाजित किया गया है,वो है

तो चलिए इन सभी ब्लॉकचेन के बारे थोडा थोडा कर के में आपको बता देता हूँ बाद में और एक बिस्तार रूप से एक आर्टिकल आ जायेगा ब्लॉकचेन की प्रकार के बारे में .

1.पब्लिक ब्लॉकचेन क्या है

इस ब्लॉकचेन को सर्बजनिक रूप से कर सकते है .इस ब्लॉकचेन को सब use कर सकते है बिना किसी के अनुमति के..किलकुल स्वतंत्र रूप से आप इस ब्लॉकचेन को use कर सकते हो .

2.प्राइवेट ब्लॉकचेन क्या है

यह पूरी तरीके से सिक्योर ब्लॉकचेन है .इसे आप बिना अनुमति के use नहीं कर सकते हो . एक अनुमति प्राप्त या प्राइवेट ब्लॉकचेन संस्थानों को इस पर पूर्ण रूप से नियंत्रण स्थापित करने की अनुमति प्रदान करता है कि कौन इस ब्लॉकचेन डाटा तक पहुँच सकता है.

3.कंसोर्टियम ब्लॉकचेन क्या है

यह थर्ड – पार्टी को कुछ सूचनाओं तक पहुँचने से भी रोक सकता है.एक निजी ब्लॉकचेन के अंतर्गत केन्द्रीय प्राधिकरण यह निर्धारित कर सकता है कि कौन से नोड्स ब्लॉकचेन में उपलब्ध डाटा को देखने, डाटा जोड़ने या कुछ परिवर्तन कर सकता है.

4.हाइब्रिड ब्लॉकचेन है

हाइब्रिड ब्लॉकचेन किसी एक संगठन के द्वारा नियंत्रित होते हैं, जिसमें निजी एवं सार्वजनिक दोनों ब्लॉकचेन के तत्वों को समायोजित किया जाता है, अर्थात लेन – देन की प्रक्रिया को सत्यापित करने के लिए सार्वजनिक ब्लॉकचेन के द्वारा किये गए निरीक्षण प्रक्रिया को शामिल किया जाता है.एक हाइब्रिड ब्लॉकचेन वह होता है, जहाँ केन्द्रीयकृत एवं विकेंद्रीकृत सुविधाओं का सह-अस्तित्व यानी संयोजन होता है.

निष्कर्ष

दोस्तों उम्मीद करता हूँ आज के इस आर्टिकल को पढने के बाद आपको पता चल गया होगा की ब्लॉकचेन क्या है ,किस तरह से काम करता है और ये कितने प्रकार के है..अगर आपको कोई भी टॉपिक समझ में नहीं आया है तो मुझे कमेंट जरुर करना में आपको फिर से सम्झाने के लिए कोसिस करूँगा .हमारे आर्टिकल में आने के लिए आपको बहुत बहुत धन्यवाद.

ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी क्या है - What is Blockchain Technology in Hindi

चलिए जानते है ब्लॉकचेन तकनीक क्या है ( What is Blockchain Technology in Hindi) - ब्लॉकचेन शब्द दो शब्दों को मिला कर बना है जो "ब्लॉक और चेन" है। ब्लॉकचेन में ब्लॉक डेटा का एक टुकड़ा है जिसे cryptography के साथ संसाधित करने की आवश्यकता होती है। ब्लॉक मैं होते हैं डेटा, एक Timestamp और पिछले ब्लॉक का Hash। इन्हें संसाधित करने वाले कंप्यूटरों के नेटवर्क को serialized करें चेन। डेटा को एक केंद्रीय सर्वर पर संग्रहीत नहीं किया जाता है, लेकिन उन्हें एक peer to peer नेटवर्क के माध्यम से ब्‍लॉकचेन टेक्‍नोलॉजी क्‍या है ब्‍लॉकचेन टेक्‍नोलॉजी क्‍या है भेजा जाता है।

दूसरे शब्दों में हम कह सकते हैं कि ब्लॉकचेन एक उन्नत नेटवर्क है जिसमें योगदान करने की क्षमता है, लगभग हर ऑनलाइन व्यवसाय के लिए।

ब्लॉकचेन का इतिहास | History Of Blockchain Technology in Hindi

पहला ब्लॉकचेन 90 के दशक में Satoshi Nakamoto नामक लेखक द्वारा बनाया गया था। तब यह दृढ़ता से संबंधित था Bitcoin(BTC) । उसी समय, किए गए सभी बिटकॉइन लेनदेन पारदर्शी थे, जिसका अर्थ है कि हर कोई देख सकते हैं कि इसके ब्लॉकचेन में क्या हो रहा है।

इस तरह, मुद्रा किसी के पास भी हो सकती है , जिसके पास एक डिजिटल वॉलेट तक Access कोड है । जब ब्लॉकचेन तकनीक की बात आती है तो बिटकॉइन ने एक बड़ी भूमिका निभाई है।

आइए हम कुछ ब्लॉकचेन संबंधित शर्तों को स्पष्ट करते हैं जिनके बारे में आपको पहले कोई जानकारी DISTRIBUTED LEDGER है।

DISTRIBUTED LEDGER

DISTRIBUTED LEDGER टेक्नोलॉजी बड़ी संख्या में डिजिटल डेटा पर एक अवधारणा है जिसे कॉपी, सिंक्रोनाइज़ किया जाता है और सभी सदस्यों के बीच साझा किया जाता है जो कई स्थानों पर फैले हुए हैं। यह विकेंद्रीकृत है जिसका अर्थ है कि यह एक सर्वर पर डेटा स्टोर नहीं करें और इसमें एक Admin भी नहीं है जो इसे नियंत्रित और प्रबंधित करता है।

PEER TO PEER NETWORK

ब्लॉकचेन तकनीक में, सहकर्मी अपनी कंप्यूटिंग शक्ति अन्य सभी सदस्यों को उपलब्ध कराते हैं। वितरण के लिए ठीक से काम करने के लिए, कंप्यूटर का नेटवर्क ब्लॉकचेन लेनदेन को संसाधित करने के लिए आवश्यक सभी कार्यों को साझा करता है। इसके द्वारा वैसे, admin की आवश्यकता नहीं है और लेनदेन जल्दी हो जाते हैं। Peers जो एक ब्लॉकचेन नेटवर्क में काम कर रहे हैं Miners कहलाते हैं।

Cryptography

ब्लॉकचेन तकनीक की पूरी अवधारणा क्रिप्टोग्राफी शब्द पर आधारित है। जिससे हर लेनदेन ब्लॉकचेन में सुरक्षित है और तीसरे पक्ष द्वारा नहीं देखा जा सकता है। जब हम प्रेषक और प्राप्तकर्ता के बीच राशि भेजते हैं, कोई एक दूसरे को नहीं जानता। इसमें bank या वित्तीय कंपनी जैसा कोई मध्य व्यक्ति शामिल नहीं है, बल्कि नेटवर्क के peers केवल सफल लेनदेन के लिए शामिल हैं।

इस एन्क्रिप्शन में, ऑपरेशन को संपादित नहीं किया जा सकता है, कोई fees नहीं लिया जाता है और विनिमय की गई राशि तत्काल होती है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि राशि सही व्यक्ति को भेजी जाती है, प्रत्येक पक्ष ब्‍लॉकचेन टेक्‍नोलॉजी क्‍या है एक कोड के रूप में एक डिजिटल हस्ताक्षर का उपयोग करता है जो उनकी पहचान साबित करता है और प्रमाणीकरण के लिए आवश्यक है।

ब्लॉकचेन प्रौद्योगिकी के लाभ | Benefits of Blockchain Technology in Hindi

SECURITY

जब हम ऑनलाइन दुनिया में कोई लेन-देन करते हैं तो यह सबसे महत्वपूर्ण बात दिमाग में आती है। ब्लॉकचेन प्रौद्योगिकी एक उच्च स्तरीय लेनदेन सुरक्षा की गारंटी देती है। सभी ब्लॉकों में समान घटक होने चाहिए ब्लॉकचैन में, अनुमति दी जानी चाहिए, लेकिन यदि वे नहीं हैं, तो उन्हें अस्वीकार कर दिया जाएगा। तब हमारे पास एक तंत्र है जिसे के रूप में जाना जाता है "काम का प्रमाण", जो एक एल्गोरिथम पर आधारित है, जहां सिस्टम में शामिल प्रत्येक कंप्यूटर को हल करना होता है ,लेन-देन को सत्यापित करने से पहले जटिल गणना। इन सभी सुरक्षा उपकरणों और विधियों के साथ, उपयोगकर्ता लेन-देन के लिए ब्लॉकचेन तकनीक पर भरोसा कर सकते हैं।

DECENTRALIZATION

जैसा कि विभिन्न लोगों से सवाल है कि "ब्लॉकचैन को कौन नियंत्रित करता है?" और जवाब कोई नहीं है। हमारे पास है ऊपर उल्लेख किया गया है कि कुछ लोग लेन-देन की प्रक्रिया करते हैं लेकिन उनका उन पर कोई नियंत्रण नहीं होता है। वे केवल कर सकते हैं लेन-देन की समस्याओं को संचालित, लेकिन सुरक्षा चिंताओं के अनुसार ब्लॉक को संपादित या हटा नहीं सकता है। तो, विकेंद्रीकरण कोई नहीं देख सकता है कि ब्लॉकचेन उपयोगकर्ता अपने पैसे, डेटा या अन्य जानकारी के साथ क्या कर रहे हैं वे इसके माध्यम से भेजते हैं।

SCALABILITY

वित्तीय संस्थान केवल कुछ हद तक ही Scability प्रदान कर सकते हैं। लेकिन ब्लॉकचेन, अधिक से अधिक सुलभ हो सकता है, क्षमता के नुकसान के बिना। ताकि बिटकॉइन का उपयोग पेशेवर कंपनियां अपने व्यावसायिक कार्यों में कर सकें जैसे भुगतान, डेटाशेयरिंग और बहुत कुछ।

TRANSPARENCY

आप नाम, स्थान या अन्य व्यक्तिगत डेटा नहीं देख सकते हैं, लेकिन आप नेटवर्क के पूरे इतिहास तक पहुंच सकते हैं जिसे आप देख सकते हैं प्रत्येक लेन-देन में, उनके बीच कितनी संख्या में पर्स और राशि भेजी गई।

IMMUTABILITY

ब्लॉकचेन के माध्यम से किया गया प्रत्येक लेनदेन स्थायी रहता है जिसका अर्थ है कि इसे बदला नहीं जा सकता। जिस वजह से क्रिप्टोग्राफिक गुण, ब्लॉकचेन नेटवर्क उनके द्वारा प्राप्त डेटा के प्रत्येक टुकड़े को एन्क्रिप्ट करते हैं।

DISTRIBUTION

ब्लॉकचेन को अब तक "Smart Contracts" कहा जाता है। यह ब्लॉकचेन नेटवर्क की कार्यक्षमता है जिसका अधिक से अधिक उपयोग किया जाता है आजकल। यह एक ब्लॉकचेन लेनदेन और एक परंपरा लिखित व्यवस्था का मिश्रण है। Smart Contracts , एक अभिनव हैं पार्टियों के बीच न केवल पैसे के लिए बल्कि समझौत, शेयरों और अन्य डेटा के लिए मूल्यवान संसाधन भेजने का तरीका जिसकी जरूरत है, ठोस व्यक्ति या कंपनी द्वारा सुरक्षित रूप से सत्यापित और प्राप्त करने के लिए।

  • क्रिप्टो कोर्रेंसी क्या है?

CONCLUSION

चाहे आप पहली बार ब्लॉकचेन तकनीक के बारे में सुन रहे हों या आप इसे पहले से जानते हों, यह स्पष्ट है कि यह हो सकता है एक ऐसी तकनीक जो वैश्विक व्यापार की दुनिया को बदल सकती है। भले ही ब्लॉकचेन एक जोड़े के लिए बाजार में है वर्षों से, इसे अभी भी नई तकनीक के रूप में माना जाता है। इस लेख में हमने जिन सभी लाभों पर चर्चा की है, उन्हें अभी तक विकसित नहीं किया जा सकता है सभी प्रकार के उद्यमों और स्टार्टअप के लिए आपके लिए कुछ समाधानों के लिए।

आ रहा डिजिटल रुपया, हर ट्रांजैक्शन पर रहेगी ब्लॉकचेन टेक्नॉलजी की 'नजर'

डिजिटल करेंसी को लेकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अहम घोषणा की है। उन्होंने कहा कि साल 2022-23 में भारत में डिजिटल करेंसी आ जाएगी। खास बात यह है कि इसे रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जारी.

आ रहा डिजिटल रुपया, हर ट्रांजैक्शन पर रहेगी ब्लॉकचेन टेक्नॉलजी की 'नजर'

डिजिटल करेंसी को लेकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अहम घोषणा की है। उन्होंने कहा कि साल 2022-23 में भारत में डिजिटल करेंसी आ जाएगी। खास बात यह है कि इसे रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जारी करेगा। डिजिटल रुपया ब्लॉकचेन टेक्नॉलजी पर आधारित होगा। ब्लॉकचेन टेक्नॉलजी पर आधारित ट्रांजैक्शन्स में कोई गड़बड़ी नहीं की जा सकती और इनका पूरा रिकॉर्ड भी सेव रहता है।आइए डीटेल में समझते हैं कि आखिर ये ब्लॉकचेन टेक्नॉलजी है क्या और क्यों यह आज के समय में काफी महत्वपूर्ण बनती जा रही है।

क्या है ब्लॉकचेन?
ब्लॉकचेन किसी भी डिजिटल ट्रांजैक्शन के रिकॉर्ड को बेहद सुरक्षित रखता है। ब्लॉकचेन टेक्नॉलजी की मदद से किए गए ट्रांजैक्शन में छेड़छाड़ नहीं की जा सकती। यह टेक्नॉलजी बिजनस नेटवर्क में किए असेट्स के ट्रांजैक्शन के पूरे ट्रैक रिकॉर्ड को सेव रखने का काम करती है। आसान भाषा में समझें तो ब्लॉकचेन नेटवर्क पर सभी ट्रांजैक्शन को वर्चुअली ट्रैक किया जा सकता है और इससे ऑनलाइन फ्रॉड को भी रोकने में मदद मिलती है।

इसलिए जरूरी बन जाती है ब्लॉकचेन टेक्नॉलजी
किसी भी तरह का बिजनस सही जानकारी पर काफी निर्भर करता है। जानकारी जितनी सटीक होगी बिजनस को उतना ही फायदा होगा। ब्लॉकचेन की अहमियत यहीं पर काफी बढ़ जाती है। ब्लॉकचेन बिजनस के लिए जरूरी जानकारी को तुरंत उपलब्ध कराता है। खास बात है कि ब्लॉकचेन पर शेयर की गई जानकारी ट्रांसपैरंट होती है और इसपर स्टोर हुए रिकॉर्ड को बदला भी नहीं जा सकता। ब्लॉकचेन नेटवर्क ऑर्डर, पेमेंट और अकाउंट के अलावा दूसरी चीजों को भी ट्रैक कर सकता है। ब्लॉकचेन नेटवर्क के जरिए मेंबर एंड-टू-एंड ट्रांजैक्शन की डीटेल को भी चेक कर सकते हैं, जो बिजनस के लिए काफी अच्छी बात है।

ऐसे काम करता है ब्लॉकचेन
ब्लॉकचेन नेटवर्क पर किए गए ट्रांजैक्शन डेटा के ब्लॉक के तौर पर रिकॉर्ड होते हैं। डेटा ब्लॉक कौन, क्या, कब, कहां और कितना जैसे इन्फर्मेशन के रिकॉर्ड्स को बखूबी सेव रखता है। ये ब्लॉक्स डेटा की एक कड़ी बना देते हैं और इससे असेट्स के मूवमेंट का भी पता चलता है कि वह कब और कहां पहुंचा और इस वक्त वह किसके पास है।

ब्लॉक्स ट्रांजैक्शन के सीक्वेंस और सही समय को कन्फर्म करते हैं। यही ब्लॉक्स आपस में एक-दूसरे से ऐसे जुड़ जाते हैं ताकि इनके बीच किसी और ब्लॉक को एंटर नहीं किया जा सकता। यह इसकी सिक्यॉरिटी को काफी मजबूत बना देता है। हर अडिशनल ब्लॉक पूरे ब्लॉकचेन के साथ ही पहले के ब्लॉक्स के वेरिफिकेशन को मजबूत ब्‍लॉकचेन टेक्‍नोलॉजी क्‍या है बनाता है।

ब्लॉकचेन क्या है? | What Is Blockchain In Hindi

What Is Blockchain?

ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी को एक डिसेंट्रलाइज़्ड, और एक डिस्ट्रिब्यूटेड टेक्नोलॉजी के रूप में जाना जाता है, जो एक डिजिटल असेट्स के ट्रांजेक्शन को रिकॉर्ड करता है | बिल्ट-इन डिज़ाइन द्वारा, ब्लॉकचेन पर डेटा को संशोधित नहीं किया जा सकता है, जो इसे ट्रांसफर करने, पेमेंट करने, साइबर सुरक्षा और स्वास्थ्य सेवा जैसे उद्योगों के लिए एक बेहतर साधन बन सकता है, आज हम इस ब्लॉग के माध्यम से विस्तार से बताएंगे कि ब्लॉकचेन क्या है, और कैसे काम करता है |

What Is Blockchain?

ब्लॉकचेन जिसे कभी-कभी डिस्ट्रिब्यूटेड लेजर टेक्नोलॉजी (DLT) के रूप में जाना जाता है, जो डिसेंट्रलाइज़ेशन और क्रिप्टोग्राफ़ी हैशिंग का उपयोग करके किसी भी डिजिटल असेट्स के स्टोर डाटा को अपरिवर्तनीय और पारदर्शी बनाया जाता है |

प्रमुख रूप से ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी का उपयोग इनफार्मेशन रिकॉर्ड और डिस्ट्रीब्यूट करने के लिए किया जाता है, ब्लॉकचेन ट्रांजेक्शन का एक ऐसा रिकॉर्ड है, जिसे बदला, हटाया या नष्ट नहीं किया जा सकता है, ब्लॉकचेन पहली बार 1991 में एक रिसर्च प्रोजेक्ट के रूप में आया था लेकिन वर्ष 2009 में बिटकॉइन में इसका इस्तेमाल किया गया | अब धीरे-धीरे विभिन्न सेक्टर्स में भी ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जा रहा है |

ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी को समझने के लिए आप “Google डॉक” का उदाहरण ले सकते है, जिसमे जब हम कोई डॉक्यूमेंट बनाते है, और उसे ग्रुप के बीच डिस्ट्रीब्यूट कर देते है, तो डॉक्यूमेंट को transferred ट्रांसफर करने ब्‍लॉकचेन टेक्‍नोलॉजी क्‍या है के बजाये डिस्ट्रीब्यूट किया जाता है, साथ ही साथ ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी में सभी डॉक्यूमेंट में सभी संशोधन रीयल-टाइम में रिकॉर्ड किए जाते है, जिससे परिवर्तन पूरी तरह से पारदर्शी तरीके से कार्य करता है |

  • एक ब्लॉकचेन एक डेटाबेस है, जो डेटा एन्क्रिप्टेड ब्लॉक को स्टोर करता है, और फिर डेटा के सभी ब्लॉक को एक साथ जोड़ता है |

“ब्लॉक का उपयोग ब्लॉकचेन पर एक विशेष ब्लॉक के पहचान करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है, एक ब्लॉकचेन में विभिन्न ब्लॉकों की एक सीरीज होती है, जिसमे ब्लॉकचेन नेटवर्क पर हुए ट्रांजेक्शन की जानकारी स्टोर की जाती है, ब्लॉकचेन में उपस्थित प्रत्येक ब्लॉक का एक यूनिक हेडर होता है, और हेडर हैश द्वारा ही प्रत्येक ब्लॉक की पहचान की जाती है |”

  • ब्लॉकचेन में सभी ब्लॉक हैश के माध्यम से जुड़े हुए होते है |
  • ब्लॉक एक बाइनरी डेटा संरचनाओं के रूप में कार्य करता है, और एक ब्लॉक के दो भाग होते हैं, ट्रांजेक्शन ब्लॉक और ब्लॉक हेडर |

जैसे -: ब्लॉक-1(H-0), ब्लॉक-2(H-1), ब्लॉक-3(H-2) …… ब्लॉक-X(HX-1)

ब्लॉक हेडर आमतौर पर बिटकॉइन डेवलपर डॉक्यूमेंटेशन में उपयोग किए जाते हैं, और मल्टीपल ट्रांजेक्शन को जल्दी और आसानी से रिकॉर्ड करने में मदद करते हैं, क्योकि ब्लॉक हेडर के वजह से ही ब्लॉकचेन में प्रत्येक ब्लॉक को यूनिक आइडेंटिटी मिलती है, और ब्लॉक को आसानी से पहचाना जा सकता है, ब्लॉकचेन में उपस्थित ब्लॉक्स लेयर के रूप में उपस्थित होते है, पहला ब्लॉक नींव होता है, जिसे “जेनेसिस ब्लॉक” के नाम से जाना जाता है, ब्लॉकचेन का यही खास फंक्शन ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी को इतना सुरक्षित बनाता है |

  • प्रत्येक ब्लॉक में प्रोटोकॉल की ट्रैकिंग के लिए भी ब्लॉक हेडर का उपयोग किया जाता है, जिन्हें नोड्स के रूप में जाना जाता है, जिसमे सभी मेटाडेटा और ट्रांजेक्शन का मर्केल रुट शामिल रहता है |

ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी को एक डिसेंट्रलाइज़्ड, और एक डिस्ट्रिब्यूटेड टेक्नोलॉजी के रूप में जाना जाता है, जो एक डिजिटल असेट्स के ट्रांजेक्शन को रिकॉर्ड करता है, बिल्ट-इन डिज़ाइन द्वारा, ब्लॉकचेन पर डेटा को संशोधित नहीं किया जा सकता है, जो इसे ट्रांसफर करने, पेमेंट करने, साइबर सुरक्षा और स्वास्थ्य सेवा जैसे उद्योगों के लिए एक बेहतर साधन बन सकता है, आज हम इस ब्लॉग के माध्यम से विस्तार से बताएंगे कि ब्लॉकचेन क्या है, और कैसे काम करता है |

Blockchain कैसे कार्य करता है?

ब्लॉकचेन दो शब्दों से मिलकर बना है, पहला ब्लॉक (Block) और दूसरा चेन (Chain) | ब्लॉक का मतलब ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी में बहुत सारे डेटा ब्लॉक से है, मतलब इन ब्लॉक्स में ही डेटा रखा जाता है, और ये एक-दूसरे जुड़े होते हैं, डेटा की एक लंबी चेन बनती जाती है, जैसे ही नया डेटा आता है, उसे एक नए ब्लॉक में दर्ज किया जाता है, ब्लॉक के भरने पर इसे नए डेटा से जोड़ दिया जाता है, इसी तरह सारे ब्लॉक्स एक-दूसरे जुड़े रहते हैं |

ब्लॉकचेन क्या है? | What Is Blockchain In Hindi

ब्लॉक का उपयोग ब्लॉकचेन पर एक विशेष ब्लॉक के पहचान करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है, एक ब्लॉकचेन में विभिन्न ब्लॉकों की एक सीरीज होती है, जिसमे ब्लॉकचेन नेटवर्क पर हुए ट्रांजेक्शन की जानकारी स्टोर की जाती है, ब्लॉकचेन में उपस्थित प्रत्येक ब्लॉक का एक यूनिक हेडर होता है, और हेडर हैश द्वारा ही प्रत्येक ब्लॉक की पहचान की जाती है |

  • ब्लॉकचेन में सभी ब्लॉक हैश के माध्यम से जुड़े हुए होते है |
  • ब्लॉक एक बाइनरी डेटा संरचनाओं के रूप में कार्य करता है, और एक ब्लॉक के दो भाग होते हैं, ट्रांजेक्शन ब्लॉक और ब्लॉक हेडर |

जैसे -: ब्लॉक-1(H-0), ब्लॉक-2(H-1), ब्लॉक-3(H-2) …… ब्लॉक-X(HX-1)

ब्लॉकचेन क्या है? | What Is Blockchain In Hindi

ब्लॉक हेडर आमतौर पर बिटकॉइन डेवलपर डॉक्यूमेंटेशन में उपयोग किए जाते हैं, और मल्टीपल ट्रांजेक्शन को जल्दी और आसानी से रिकॉर्ड करने में मदद करते हैं, क्योकि ब्लॉक हेडर के वजह से ही ब्लॉकचेन में प्रत्येक ब्लॉक को यूनिक आइडेंटिटी मिलती है, और ब्लॉक को आसानी से पहचाना जा सकता है, ब्लॉकचेन में उपस्थित ब्लॉक्स लेयर के रूप में उपस्थित होते है, पहला ब्लॉक नींव होता है, जिसे “जेनेसिस ब्लॉक” के नाम से जाना जाता है, ब्लॉकचेन का यही खास फंक्शन ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी को इतना सुरक्षित बनाता है |

  • प्रत्येक ब्लॉक में प्रोटोकॉल की ट्रैकिंग के लिए भी ब्लॉक हेडर का उपयोग किया जाता है, जिन्हें नोड्स के रूप में जाना जाता है, जिसमे सभी मेटाडेटा और ट्रांजेक्शन का मर्केल रुट शामिल रहता है |
  • मेटाडेटा जिसमें अन्य डेटा के इनफार्मेशन शामिल होती है | जैसे-: किसी पर्टिकुलर क्रिप्टोकरेंसी ट्रांजेक्शन के बारे में |
  • मार्केल रुट डेटा स्ट्रक्चर के रूप में कार्य करता है, जो विभिन्न ब्लॉक में हैश पावर के मदद से ट्रांजेक्शन को सुरक्षित तरीके से स्टोर व ऑर्गनाइज़्ड करने में मदद करता है, मार्केल रुट को ब्लॉक हेडर में स्टोर किया जाता है |

ब्लॉक हेडर माइनिंग प्रक्रिया के लिए भी बहुत उपयोगी होते है, जो इसको अत्यधिक उपयोगी बनाता है वो है इसका छोटा अकार स्मार्टफोन जैसे उपकरणों की जानकारी स्टोर करने के लिए बिटकॉइन ब्लॉकचेन बहुत बड़ा है |

जैसे -: यदि सीरीज में 100,000 ब्लॉक है, जो 100GB स्पेस की खपत करेगा लेकिन उन्हीं ब्लॉकों के लिए केवल ब्लॉक हेडर के साथ, केवल “0.008GB”, या “8MB” स्पेस ही लेगा |

Disclaimer: क्रिप्टो प्रोडक्ट और [नॉन -फंजीबल टोकन] अनियमित हैं, और ये अत्यधिक जोखिम भरे हो सकते हैं, content.fufi.info वेबसाइट पर दी गई जानकारी सिर्फ क्रिप्टोकरेंसी और ब्लॉकचेन से जुड़ी जानकारी को उपलब्ध कराना है, निवेश करने से पहले उचित जाँच व अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह लेकर ही निवेश करे |

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